गाजियाबाद के कनॉट प्लेस में अय्याशी की खुली छूट, पुलिस नाकाम

आरडीसी मेंं मसाज सेंटर और हुक्काबार पर रोक नही

गाजियाबाद। आरडीसी राजनगर को गाजियाबाद का कनॉट प्लेस माना जाता है। इसके बावजूद में राजनगर में अनैतिक कार्यो पर रोक लगाने में पुलिस नाकाम है। आरोप है कि आरडीसी राजनगर में स्पा सेंटर और मसाज पार्लर की आड़ में जिस्म फरोशी का बाजार गर्म है। इसके साथ ही एक बार फिर से हुक्का बार शुरू हो गये है। हालात ये हैं कि माफिया बेखौफ होकर नशे का सामान उपलब्ध करा रहे हैं और पुलिस मौन है। इन दिनों दो हुक्का बार पकड़ में आने के बाद शहर भर में इसे लेकर चर्चा है। लेकिन पुलिस के कानों पर अभी तक जूं भी नहीं रेंग रही है। वहीं, मसाज सेंटर से लेकर हुक्का बार और सड़कों पर खुलेआम गाडिय़ों में शराब पीने वालों की भरमार हो गई है। ऐसी ही कुछ तस्वीर अब आरडीसी बनता जा रहा है। पूर्र्व में पुलिस ने लोगों के साथ आंख मिचौली का खेल खेलते हुए स्पा सेंटर और मसाज पार्लर और हुक्का बार को बंद करा दिया था। मगर कुछ दिन बाद एक-एक कर सभी स्पा सेंटर और हुक्का बार फिर से शुुरू हो गये है। एसएसपी कलानिधि नैथानी अपराध रोकने और अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए लगातार अभियान चला रहे है। भावी पीढ़ी में हुक्के का चलन तेजी से बढ़ रहा है। पहले उनमें सिगरेट का चलन था और वो जहां-तहां सिगरेट के धुएं का छल्ला बनाते नजर आते थे। लेकिन, अब भावी पीढ़ी अपना अधिकतर समय हुक्का गुडग़ुड़ाते बिता रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य के लिहाज से ये दोनों शौक खतरनाक हैं, लेकिन बड़ी समस्या यह है कि कइयों को इस शौक के खतरे का अंदाजा तक नहीं है। वहीं स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे अवैध कारोबार को सुचारू रखने की एवज में पुलिस को हर माह 20 सेे 25 हजार रूपए का नजराना पेश किया जाता है। कार्र्रवार्ई से बचने के लिए पूर्व में ही सूचना दे दी जाती है।
मगर सेक्टर-3 राजनगर पुलिस चौकी क्षेत्र अंतर्गत आने वाले आरडीसी में अब किसी भी दिन कोई बड़ी घटना घटित हो जाए। यह कहना मुश्किल नहीं है। आरडीसी में एकाएक खुलेआम शराब पीने वालों की जहां प्रत्येक सड़क पर भीड़ देखने को मिल रही है। वहीं, गुपचुप तरीके से कई मसाज सेंटर से लेकर हुक्का बार भी संचालित हो रहे है। पुलिस को ऐसा नहीं कि इनका मालूम न हो। मगर चौकी प्रभारी प्रीति सिंह से लेकर पुलिस कर्मी आरडीसी में सिर्फ एक चेकिंग प्वाइंट पर शाम से देर रात तक खड़े होकर अपनी ड्यूटी पूरी कर रहे है। आरडीसी में रोजाना शाम को जाम की समस्या से वाहन स्वामी जूझते हुए देखे जा सकते है। कविनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले आरडीसी में बैंक से लेकर ऑफिस, रेस्टोरेंट, मॉल समेत कई कंपनियों के शोरूम है। मगर यहां पर सुरक्षा व्यवस्था में कई बार पहले भी सेंध लग चुकी है। ऐसे में आरडीसी में किसी के साथ किसी भी दिन कोई बड़ी आपराधिक घटना हो जाए। पुलिस की आंख के नीचे यह खेल हो रहा है। मगर पुलिस चुप्पी साधे हुए है। सुरक्षा का दावा करने वाली पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं