जीडीए सभागार में हुआ ईर्स्टन ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना का प्रजेंटेशन मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. ने प्रोजेक्ट फिजिबिलिटी की विस्तृत जानकारी ली मौजूद रहे यूपी दिल्ली और हरियाणा के कई वरिष्ठ अधिकारी

मंगलवार को जीडीए सभागार में मेरठ मंडल की मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. की अध्यक्षता में ऑर्बिटल रेल प्रोजेक्ट से जुड़े तीनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक हुई। दोपहर दो बजे मंडलायुक्त के जीडीए पहुंचने पर वीसी अतुल वत्स और सचिव राजेश कुमार सिंह ने बुके भेंट कर स्वागत किया। सभागार में ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर को लेकर प्रेजेंटेशन हुआ। ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का एक बड़ा हिस्सा गाजियाबाद जिले से होकर गुजरेगा। यह प्रोजेक्ट दिल्ली एनसीआर के शहरों को एक रिंग रेल के जरिये आपस में कनेक्ट करेगा। 

उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। दिल्ली हरियाणा और उत्तर प्रदेश को आपस में ऑर्बिटल  रेल के माध्यम से जोड़ने की कवायद तेज हो गई है। हरियाणा में प्रोजेक्ट हाईस्पीड मोड में चल रहा है अब उत्तर प्रदेश रीजन में भी प्रोजेक्ट की गति बढ़ने की उम्मीद बढ़ गई है। मंगलवार को जीडीए सभागार में मेरठ मंडल की मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. की अध्यक्षता में ऑर्बिटल रेल प्रोजेक्ट से जुड़े तीनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में मंडलायुक्त के समक्ष आर्बिटल रेल कॉरिडोर को लेकर एक प्रजेंटेशन हुआ। बैठक में ईस्टर्न आर्बिटल रेल कॉरिडोर की लंबाई, फिजिबिलिटी सहित अन्य बिंदूओं पर चर्चा हुआ। ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का एक बड़ा हिस्सा गाजियाबाद जिले से होकर गुजरेगा। यह प्रोजेक्ट दिल्ली एनसीआर के शहरों को एक रिंग रेल के जरिये आपस में कनेक्ट करेगा। इससे जहां एनसीआर के शहरों में आवागमन सुलभ होगा वहीं राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा।

मंगलवार दोपहर दो बजे मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. के जीडीए पहुंचने पर वीसी अतुल वत्स और सचिव राजेश कुमार सिंह ने बुके भेंट कर स्वागत किया। जीडीए सभागार में ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर को लेकर बैठक और प्रेजेंटेशन हुआ। मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. की अध्यक्षता में हुई बैठक जीडीए वीसी अतुल वत्स, हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड गुरूग्राम की डीजीएम आभा गुप्ता, मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अनूप पांडेय, नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीएटीपी इश्तियाक अहमद, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी महेंद्र प्रसाद, डीसीपी नगर कुंवर ज्ञानंजय सिंह, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नियोजन सेल के चीफ कॉर्डिनेटर प्लानर एससी गौड़, औद्योगिक विकास प्राधिकरण गौतमबुद्धनगर के महाप्रबंधक नियोजन, एनसीआरटीसी रैपिड रेल के परियोजना निदेशक, डेडीकेटेड फ्रंट कॉरिडोर  कारपोरेशन ऑफ इंडिया मेरठ के मुख्य महाप्रबंधक, रोडवेज के एआरएम एनके वर्मा, यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रदीप कुमार सत्यार्थी आदि अधिकारी शामिल हुए।

जीडीए सभागार में करीब दो घंटे तक चली बैठक में मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. ने इसका एलईडी स्क्रीन पर प्रेजेंटेशन देखा। इससे पूर्व मंडलायुक्त के जीडीए में पहुंचने पर जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने उन्हें फूलों का गुलदस्ता देकर उन्हें सम्मानित किया। मंडलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना से संबंधित क्षेत्रों का सर्वे एवं डाटा कलेक्शन किया जाए। इसके लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया जाए। सर्वे रिपोर्ट और डाटा एकत्र होने के बाद परियोजना पर काम शुरू किया जाएगा। बैठक में हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड की डीजीएम आभा गुप्ता ने योजना का प्रेजेंटेशन दिया। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के समानांतर चलने वाली ऑर्बिटल रेल का ईर्स्टन कॉरिडोर का एलाइनमेंट लगभग 135 किलोमीटर क्षेत्र में होगा।

बैठक में प्रोजेक्ट के प्रपोजल फाइनेंशियल पैटर्न, कॉरिडोर की उपयोगिता एवं लाभ, स्टैक होल्डर्स, आवश्यकता एवं कार्य के अंतर्गत ट्रैफिक स्टडी, फाइनेंशियल कंडीशन, ड्रोन वीडियोग्राफी, मैथडोलॉजी, डिलीवरेबल्स के अंतर्गत निरीक्षण व डेस्ट स्टडी रिपोर्ट, ड्राफ्ट फिजिबिलिटी स्टडी रिपोर्ट एवं फाइनल फिजिबिलिटी स्टडी रिपोर्ट, टीम कम्पोजिशन आदि के एक्सपर्ट, लागत और कार्य, स्टेटस ऑफ पेमेंट और उत्तर प्रदेश सरकार से प्राप्त होने वाले डाटा कलेक्शन के संबंध में विस्तृत रूप से प्रेजेंटेशन दिया गया। ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर दो चरणों में पूरा होगा। हरियाणा की तरफ का हिस्सा वेर्स्टन ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर और उत्तर प्रदेश का हिस्सा ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के रूप में जाना जाएगा। इस रेल परियोजना का लाभ दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश को संयुक्त रूप से मिलेगा।