गाजियाबाद में पत्नी की हत्या के बाद पति ने काटी नस
घर के बाहर प्लॉट में बेहोशी की हालत में मिला पति
गाजियाबाद। जनपद गाजियाबाद की वैशाली कॉलोनी में सनसनीखेज वारदात प्रकाश में आई है। घरेलू विवाद में पत्नी की हत्या कर पति ने खुदकुशी करने का प्रयास किया। हाथ की नस काटकर वह घर के बाहर निकल आया। इस बीच खाली भूखंड में बेहोश होकर गिर पड़ा। स्थानीय लोगों ने घायल हालत में पड़े युवक को देख पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह, सीओ इंदिरापुरम अंशु जैन, महेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। देवजीत को पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी हालत भी चिंताजनक बनी हुई है। महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। विभिन्न बिंदुओं को ध्यान में रखकर जांच चल रही है। घटनास्थल से पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद किया है। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कौशाम्बी थानांतर्गत वैशाली सेक्टर-5, फ्लैट संख्या 146 में देवजीत दत्ता सपरिवार रहता है। देवजीत सोमवार की सुबह अपने घर के पास खाली भूखंड में बेहोशी की हालत में पड़ा मिला। यह देखकर आस-पास के नागरिकों की भीड़ जुट गई। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने खून से लथपथ देवजीत दत्ता उर्फ विभूदत्ता को आनन-फानन में नजदीक के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। छानबीन के क्रम में पुलिस देवजीत के फ्लैट में पहुंची। वहां का नजारा देखकर पुलिस के होश उड़ गए। फ्लैट में देवजीत की पत्नी पूजा (39) का शव पड़ा मिला। सीओ इंदिरापुरम अंशु जैन का कहना है कि गला दबाकर पूजा की हत्या की गई है। माजरा समझ में आने पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटनास्थल से बरामद सुसाइड नोट में देवजीत ने किसी को घटना का जिम्मेदार नहीं ठहराया है। सुसाइड नोट में लिखा है कि वह आंतरिक कारणों से यह कदम उठा रहा है। पुलिस का कहना है कि देवजीत ने किसी धारदार वस्तु से अपनी कलाई की नस काटी है। देवजीत की ससुराल दिल्ली के करोल बाग में है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि देवजीत ने पहले पत्नी पूजा की हत्या की। बाद में अपने हाथ की नस काटकर खुदकुशी का प्रयास किया। पूरे मामले की जांच चल रही है। देवजीत के परिवार के अन्य सदस्यों को घटना की सूचना दे दी गई है।
घटना से पूर्व रिश्तेदार के पास छोड़ दिया था बेटा
पुलिस के अनुसार देवजीत दत्ता ने पूरी प्लानिंग के तहत वारदात को अंजाम दिया है। जिस पर वह अपने 10 वर्षीय बेटे को पहले ही अपने एक रिश्तेदार के घर छोड़ आए थे। ताकि वह घटना के समय घर पर मौजूद न रहे। रविवार को 14 फरवरी थी। यानी वैलेंटाइन डे। यह दिन प्यार करने वालों के लिए खास महत्व रखता है। इसी दिन रात को देवजीत दत्ता ने वारदात को अंजाम दे डाला। आसपास के लोगों ने बताया कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि देवजीत दत्ता ऐसा दिल दहला देने वाला कदम को उठा सकते हैं।