खून के रिश्ते हुए तार-तार रुपये नहीं देने पर बेटे ने की मां और छोटे भाई की हत्या

गाजियाबाद। लोनी में एक बार फिर खून के रिश्ते तार-तार हो गए। संपत्ति से बेदखल की आशंका और मां द्वारा रुपए नहीं देने पर बड़े बेटे ने मां और मानसिक रूप से दिव्यांग छोटे भाई की बुधवार की तड़के चारपाई के लकड़ी के पाए से दोनों की वार कर हत्या कर दी गई। मां-बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने करीब पांच घंटे बाद ही हत्या का खुलासा करते हुए बड़े बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आलाकत्ल चारपाई का लकड़ी का पाए बरामद किया है। मामला लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र की गुलाब वाटिका कॉलोनी की गली नंबर-10 में मां और दिव्यांग छोटे भाई की गला रेतकर हत्या का है। गुलाब वाटिका कॉलोनी में बुधवार सुबह घर में मां यशोदा देवी (65) और बेटे बिजेंद्र उर्फ लाला (37) पुत्र हरिनारायण का शव कमरे में बैड पर पड़ा मिला था। दोनों खून से लथपथ मिले हैं। दूसरे कमरे की अलमारी से नकदी और जेवरात भी गायब मिले। मकान की दूसरी मंजिल पर यह घटना हुई है।

जबकि तीसरी मंजिल पर परिवार सो रहा था। मां-बेटे की हत्या की सूचना मिलने पर एडिशनल पुलिस कमिश्नर दिनेश कुमार पी., डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद यादव, एसीपी लोनी भास्कर वर्मा व थाना प्रभारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। एडिशनल पुलिस कमिश्नर दिनेश कुमार पी.ने मौके पर पूछताछ की। वहीं, फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद यादव ने बताया कि यशोदा देवी पत्नी हरि नारायण परिवार के साथ रहती थीं। यशोदा के पति की करीब 10 साल पहले मौत हो चुकी है। यशोदा का बेटा बिजेंदर दिव्यांग था। मकान की तीसरी मंजिल पर बिजेंदर का बड़ा भाई धर्मेंद्र अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रह रहा है।

बुधवार सुबह यशोदा और उसके बेटे बिजेंदर का शव कमरे में बेड के ऊपर मिला। दोनों लहूलुहान पड़े थे। धर्मेंद्र के बच्चे जब नीचे आए तो उन्हें घटना का पता चला। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। आरोप लगाया है कि हत्यारे नीचे घर से घुसे और यशोदा और विजेंद्र की हत्या कर दी। बुधवार शाम छह बजे पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद यादव ने हत्या का खुलासा कर दिया। डीसीपी ने बताया कि यशोदा का बड़ा बेटे धर्मेंद्र को पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है। घटना स्थल पर साक्ष्य और पूछताछ करने पर धर्मेंद्र पर पुलिस का शक गहराया। मौके पर फील्ड यूनिट टीम को भी बुलाया गया। फील्ड यूनिट टीम को भी मौके पर बुलाया गया। मृतक बिजेंद्र उर्फ लाला के बड़े भाई आकाश पुत्र हरिनारायण ने लोनी बॉर्डर थाने में तहरीर दी। तहरीर के आधार पर तत्काल हत्या का अभियोग दर्ज किया गया।हत्या का खुलासा के लिए पुलिस टीम गठित की गई।

पुलिस टीम ने करीब पांच बजे मां-बेटे की हत्या करने वाले बड़े पुत्र धर्मेंद्र पुत्र हरिनारायण निवासी गुलाब वाटिका को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में धर्मेंद्र ने बताया कि मेरे ऊपर करीब 1.50 लाख रुपए का कर्जा हो गया है। तीन दिन पहले मां यशोदा से रुपए मांगे थे। लेकिन मां ने रुपए देने से मना कर दिया था। इससे कुंठित था। मां यशोदा भी मेरे भाइयों की तरफदारी करती थी। उन्हें ही पैसे देती थी। जबकि मुझे एक भी रुपए की मदद नहीं करती थी। मंगलवार की रात में शराब पीकर अपने मकान की छत पर चारपाई का लकड़ी का पाया लेकर आया और मकान की पहली मंजिल पर मां के कमरे में जाकर उसके सिर पर पाए से कई प्रहार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद बिजेंद्र की आंख खुल जाने के बाद उसे पर पाए से कई वार कर उसकी हत्या कर दी। लकड़ी के पाए को बराबर में खाली प्लॉट में फेंक दिया। इसके बाद अपने कमरे में जाकर सो गया। पुलिस ने कुछ घंटे बाद ही हत्यारोपी को गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा करते हुए जेल भेज दिया।