क्राइम ब्रांच की टीम ने महिला समेत अंतर्राज्यीय तस्करों को किया गिरफ्तार

गाजियाबाद। नेपाल से बिहार के रास्ते तस्करी कर लाई जा रही साढ़े तीन करोड़ रुपए के मादक पदार्थों की तस्करी करने वाली महिला समेत पांच तस्करों को गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए तस्कर बहुत शातिर किस्म के है। जो कि नेपाल और बिहार की पुलिस को चकमा देकर यूपी और सहारनपुर व दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में माल को सप्लाई करते थे। आरोपी पिछले एक वर्ष से तस्करी का कारोबार कर रहे है।

शनिवार को घटना का खुलासा करते हुए एसीपी क्राइम अजित कुमार ने बताया कि शनिवार सुबह क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी की टीम ने मुरादनगर काईट कॉलेज के पास से चरस सप्लाई के लिए खड़े अंतरराज्यीय तस्कर सलीम खान पुत्र जुम्मन खान निवासी बथना जनपद मोतिहारी बिहार एवं चार महिलाओं को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से ढाई करोड़ की कीमत की 13 किलो चरस और एक करोड़ रुपए की कीमत की 1 किलो अफीम बरामद किया गया। यह गैंग पिछले काफी समय से दिल्ली-एनसीआर समेत अन्य राज्यों में तस्करी के लिए सक्रिय था।

शुक्रवार रात क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली की चरस तस्करी करने वाले तस्कर गाजियाबाद में तस्करी के लिए आने वाले है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए टीम को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया। शनिवार सुबह आरोपियों को पकडऩे के लिए जाल बिछाया गया। जहां आरोपी करीब 5 किलो चरस सप्लाई करने के लिए आए थे। मगर उससे पहले ही टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया पकड़े तस्कर मूल रूप से सुगौली मोतिहारी बिहार के रहने वाले हैं। जो नेपाल बॉर्डर के पास का इलाका है। यह लोग नेपाल के रहने वाले सुनित नाम के एक व्यक्ति से मादक पदार्थ लेकर आते हैं और कभी-कभी सुनीत भी माल नेपाल से माल लाकर उन्हें देता है। माल की डिलीवरी वह लोग पार्टियों को उनके बताए स्थान पर ले जाकर देते हैं। जिससे उन्हें ज्यादा मुनाफा होता है और माल की डिलीवरी देने पर हर बार उन्हें रास्ते खर्च के अलावा 12-12 हजार रुपए अतिरिक्त मिलते है।

एसीपी क्राइम ने बताया कि एनसीआर क्षेत्र गाजियाबाद, सहारनपुर से दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में मादक पदार्थ को खपाने वाली पार्टियों की सुनित ही खोज करता है और उन्हें डिलीवरी की जगह भी वही बताता था। यह तस्कर बस और ट्रेन से ही सफर कर तस्करी करते हैं। ताकि अधिक भीड़ में सफर करने के कारण इन पर किसी को कोई शक न हो। आरोपी जिसे माल डिलवर करते थे, वही डिलीवरी लेने वाले शख्स को फोन से बुलाया जाता था और कई जगह बदलने के बाद उन्हें माल बेचते थे। आरोपी सुनित के कहने पर पिछले एक वर्ष से तस्करी का कारोबार कर रहे है। जिनका आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।

क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि पकड़े गए तस्कर अंतरराज्यीय तस्कर है। जो कि नेपाल के रास्ते बिहार से लेकर गोरखपुर (यूपी) तक बस द्वारा आए थे। उसके बाद गोरखपुर से ट्रेन द्वारा गाजियाबाद पहुंचे। गाजियाबाद के मुरादनगर क्षेत्र में आरोपियों को करीब पांच किलो चरस सप्लाई करनी थी। उसके बाद वहां सहारनपुर होते हुए दिल्ली, पंजाब और फिर हरियाणा में माल को सप्लाई करना था। आरोपी पुलिस से बचने के लिए बीच-बीच में वाहन बदलते रहते थे, जिससे पुलिस उन्हें ट्रेस न कर सकेंं।