एनसीआर में कारों की चोरी, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा में बेचने का करते थे कारोबार

-चोरी की 10 कार समेत अंर्तराज्जीय गिरोह के दो शातिर वाहन चोर गिरफ्तार
-गिरोह के कबाड़ी, डीलर, चोर एवं डेंटर समेत 7 फरार, 30 ईसीएम, हजारों की नगदी एवं उपकरण बरामद

गाजियाबाद। दिल्ली, एनसीआर क्षेत्र से लग्जरी कार चोरी कर जम्मू कश्मीर, हरियाणा, मेरठ में बेचने वाले गिरोह के दो शातिर अंतरराज्यीय वाहन चोरों को मसूरी पुलिस एवं एसओजी की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने चोरी की 10 लग्जरी कार बरामद किया है। पकड़े गये वाहन चोर इतने शातिर है कि वह दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र से कार चोरी कर पुलिस से बचने के लिए गैराज, पार्किंग एवं सुुनसान जगह पर छुपा देते थे। मौका पाकर गाडी का चेसिस एवं इंजन नंबर बदल देते थे। फिर डेमेज पड़ी गाडिय़ों को सस्ते दामों में खरीदकर उस गाड़ी के नंबर चोरी की गाड़ी में लगाकर जम्मू कश्मीर, हरियाणा, सम्भल, मेरठ बेच देते थे। इसके अलावा चोरी की गाडिय़ों के पार्टस को मेरठ में बेचतेे थे। आरोपी सौ से अधिक वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुके है।
शनिवार को हरसांव पुलिस परमजीत हॉल में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी पवन कुमार ने एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा की मौजूदगी में बताया कि सीओ सदर केएन पांडेय के नेतृत्व में मसूरी थाना प्रभारी शैलेन्द्र सिंह, एसआई अनुराग सिंह, अनिल कुमार, लोकेश कुमार एवं एसओजी टीम हेड कॉस्टेबल अरूण कुमार सिंह, विपिन कुमार की संयुक्त टीम ने देर रात मुखबिर की सूचना पर डासना फ्लाईओवर के पास से अर्तराज्जीय वाहन चोर प्रदीप कुमार उर्फ पिन्टू पुत्र दयाराम सिंह निवासी नेहरूनगर थर्ड के-58 राकेश मार्ग एवं अजीम पुत्र मौहम्मद याकूब निवासी सुन्दरनगरी दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से चोरी की दो कार होन्डा सिटी एवं सेट्रो बरामद किया गया। गाड़ी की तलाशी लेने पर कार में रखे ईसीएम से भरा हुआ एक बॉक्स एवं इंजन का एक ग्राइन्डर मशीन, पंचीग मशीन, लोहा कटर बरामद किया गया। एसएसपी ने बताया पूछताछ में आरोपियों की निशानदेही पर इंदिरापुरम स्थित प्रदीप के वर्कशॉप पीके मोटर्स के समाने से तीन होन्डा सिटी एक कार्बन ब्रो कार बरामद किया गया। इसके अलावा शिवचौक साहिबाबाद से हो होन्डा सिटी, रामलीला पार्क वंसुधरा से बीट कार, कविनगर रामलीला पार्क से जेन-एलएक्स कार बरामद किया गया। जिनके खिलाफ इंदिरापुरम, साहिबाबाद, मसूरी एवं दिल्ली के विभिन्न थानों में चोरी में 7 मुकदमे दर्ज है। जिनके कब्जे से 30 ईसीएम मशीन, एक इन्जन नम्बर घिसा हुआ, दो गैयर बॉक्स, 45 हजार रूपए बरामद किया गया।
एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने बताया कि गिरोह के सात वाहन चोर फरार है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए टीम लगातार दबिश दे रही है। गिरोह में वसीम पुत्र याकूब निवासी ट्रोनिका सिटी, याकूब पुत्र अहमद निवासी सुन्दर नगरी दिल्ली, फेमूृ निवासी सुन्दर नगरी दिल्ली, इमरान पुत्र अलाउद्दीन निवासी सदर बाजार मेरठ, नूर मोहम्मद उर्फ रिंकू निवासी लोनी, संजय दहिया पुत्र रामधारी निवासी सोनीपत, जाहिद पुत्र असलम निवासी अशोक विहार लोनी है।
अपने काम में एक्सपर्ट है गिरोह के सदस्य
एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने बताया कि आरोपित दिल्ली, एनसीआर के विभिन्नि स्थानों पर रात के अंधेरे में गिरोह बनाकर निकलते थे। गिरोह के सदस्य एक देखरेख करता था, तो दुसरा चोरी की वारदात को अंजाम देता थो। गाड़ी को चोरी करने के बाद उसे गैराज, पार्किंग एवं सुनसान जगह पर छुपाकर फरार हो जाते थे। मामला शांत होने के बाद फिर गाड़ी का इंजन एवं चेसिस नंबर ग्राइंडर से घिस कर मिटा देते थे। पकड़े गये आरोपी इतने शातिर थे कि पहले आरोपी कन्डम एवं ऐक्सीडेंटल गाडिय़ों को खरीदते थे। फिर उसी मॉडल की गाड़ी चोरी करते थे। उसके बाद कन्डम एवं ऐक्सीडेंटल गाडिय़ों को सस्ते दामों लेकर उन गाडिय़ों के कागजात एवं सेल लेटर पर हस्ताक्षर कराकर खरीद लेते थे। फिर कन्डम या एक्सीडेंटर गाडिय़ा के चेसिस एवं इंजन नंबर चोरी की गाडिय़ों पर अंकित कर देते थे। फिर गाडिय़ों को मंहगे दामों में दुसरे जनपद या फिर राज्यों में ग्राहक को तलाश कर उनको बेच देते थे। गिरोह में शामिल याकूब और फेमू सुन्दरनगरी में कबाड़ का काम करते है। संजय दाहिया व इमरान चोरी की गाडिय़ों को बिकवाने में डीलर का रोल अदा करते थे। प्रदीप कुमार उर्फ पिन्टू व अजीम इंजन नम्बर व चेचिस नम्बर व रंग रूप बदलने का काम करते थे। जो कि डेंटर है। नूर मोहम्मद उर्फ रिंकू, वसीम, जाहिद अपने साथियों के साथ मिलकर गाड़ी चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। उन्होंने बताया पकड़े गये आरोपियों ने दिल्ली-एनसीआर में करीब 100 से अधिक कारों को चोरी कर जम्मू कश्मीर, हरियाणा, मेरठ में बेच चुके है।
चोरी की गाड़ी को दुसरे राज्यों में करते थे सप्लाई
पकड़े गये वाहन चोर एनसीआर क्षेत्र में चोरी की गई गाडिय़ों को फर्जी कागजात तैयार कर जम्मू कश्मीर एवं हरियाणा में डीलर एवं ऑनलाइन के माध्यम से बेचते थे। जम्मू कश्मीर में करीब 70 गाडिय़ों को बेच चुके है। इसके अलावा चोरी की गाडिय़ों का पार्टस मेरठ में बेच देते थे। गिरोह के सदस्य इतने एक्सपर्ट है कि वह चोरी से पहले डेमिज एवं एक्सीडेंटल गाडिय़ों को खरीदते थे, फिर उसी मॉडल की गाड़ी को चोरी करते थे। कई गाडिय़ों को आरटीओ के माध्यम से ट्रांसफर करा चुके है। जिनको पकडऩे के लिए मसूरी, सीओ सदर एवं सीओजी की टीम पिछले कई माह से लगी हुई थी।