राजस्थान में सियासी तूफान थमने की ओर, अशोक गहलोत और सचिन पायलट में सुलह

सूबे में एकाएक बदला राजनीतिक घटनाक्रम, सभी हैरान

उदय भूमि ब्यूरो
जयपुर। राजस्थान में सियासी तूफान समाप्त होने की कगार पर पहुंच गया है। एकाएक बदले राजनीतिक घटनाक्रम ने सभी को चौका दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलौत और पूर्व उप-मुख्यमंत्री एवं बागी नेता सचिन पायलट के बीच संभवत: मतभेद दूर हो गए हैं। इससे कांग्रेस हाईकमान ने भी राहत की सांस ली है। मुख्यमंत्री अशोक गहलौत के खिलाफ सचिन पायलट ने काफी समय से मोर्चा खोल रखा था। इसके चलते सूबे में सियासी संकट उत्पन्न हो गया था। चर्चा थी कि नाराज पायलट भाजपा का दामन थाम सकते हैं। अशोक गहलौत और सचिन पायलट के मध्य छिड़ी इस जंग में भाजपा ने भी खूब हाथ सेंके थे। चर्चा है कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान के राजनीतिक संकट के बीच सीएम अशोक गहलोत से करीब 20 मिनट फोन पर बात की। यह बातचीत समन्वय के फार्मूले को लेकर हुई है। हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की गई है। राजस्थान का राजनीतिक घटनाक्रम सोमवार को एकाएक बदला है। इसके बाद यह लगभग साफ हो गया है कि दोनों पक्षों में सुलह हो गई है।
जिनके पीछे एसओजी, वह सीएम आवास पहुंचे
पायलट खेमे के नेता भंवर लाल शर्मा जयपुर में मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे हैं। शर्मा को एसओजी भी खोज रही थी। कांग्रेस ने पिछले दिनों भंवर लाल को निलंबित कर दिया था। माना जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सचिन पायलट और समर्थकों की भूमिका तय कर सकती हैं। पार्टी और सरकार में पहले की भांति हैसियत में पायलट रहेंगे। विधायक भंवर लाल शर्मा के पुत्र ने भी इस बात की पुष्टि की है। उल्लेखनीय है कि विधायक शर्मा का ऑडियो टेप सामने आया था। उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक नरेंद्र बुडानिया ने कहा है कि मुख्यमंत्री गहलोत की अगुआई में हम एक हैं।