180 करोड़ रुपए के विकास कार्यों से बदलेगी शहर की सूरत: सुनीता दयाल

-अवस्थापना निधि एवं 15वें वित्त आयोग की बैठक
-एयर क्वालिटी एवं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर होगा काम
-विकास कार्यों की गुणवत्ता में अपनाई जाएगी जीरो टॉलरेंस की नीति

गाजियाबाद। जिला गाजियाबाद की सूरत बदलने की नगर निगम ने कवायद तेज कर दी है। शहर में लगभग 180 करोड़ रुपए से विकास कार्य होने के बाद शहर की सूरत में बदलाव आएगा। गुरुवार को नगर निगम मुख्यालय में अपने कार्यालय में महापौर सुनीता दयाल की अध्यक्षता में अवस्थापना निधि एवं 15वें वित्त आयोग की बैठक हुई। बैठक में नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़, एडीएम प्रशासन रणविजय सिंह, अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार यादव, सहायक नगर आयुक्त पल्लवी सिंह, चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, जलकल महाप्रबंधक आनंद त्रिपाठी, जीडीए के प्रभारी चीफ इंजीनियर मानवेंद्र कुमार सिंह, पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता राम राजा, लेखाधिकारी गीता कुमारी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश कुमार, उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह, अधिशासी अभियंता फरीद अख्तर जैदी, देशराज सिंह आदि मौजूद रहे।

महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि नगर निगम अवस्थापना निधि के लगभग 30 करोड़ एवं 15वें वित्त आयोग के फंड से 150 करोड़ रुपए समेत 180 करोड़ रुपए के प्रस्ताव पास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इससे शहर की सूरत बदलेगी। विकास कार्यों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से कराया जाएगा। इसके साथ ही एयर क्वालिटी एवं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर भी काम होगा। विकास कार्यों की गुणवत्ता में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। इसके साथ ही नालों के ढलान का विशेष ध्यान रखा जाएगा। महापौर ने कहा कि मैं स्वयं विकास कार्यों का निरीक्षण करूंगी। अवस्थापना निधि एवं 15 वां वित्त आयोग का पैसा नगर निगम को मिलता है। इससे शहर में बड़े विकास कार्य कराए जाए। शहर में सड़कों के निर्माण, जल निकासी, नाला निर्माण, पेयजल आपूर्ति के लिए लाइन का कार्य,पम्प अधिष्ठापित, भवन निर्माण, सॉलिड वेस्ट के कार्य, एयर क्वालिटी पर कार्य, कूड़ा निस्तारण, वाहन खरीदने एवं अन्य कार्य किए जाएंगे। शहर का विकास होने पर सुंदर शहर बनता है। महापौर की अध्यक्षता में हुई अवस्थापना निधि एवं 15वें वित्त आयोग की बैठक में निर्माण, जलकल समेत अन्य विभागों के कार्य के प्रस्ताव पास किए गए।

30 करोड़ रुपए की अवस्थापना निधि से शहर में कराए जाने वाले निर्माण कार्य:
बुलंदशहर रोड इंडस्ट्रियल एरिया में आईएमएस कॉलेज से रोड नंबर-4 बड़े नाले आरसीसी नाले का निर्माण लागत-5.57 करोड़, साउथ साइट जीटी रोड औद्योगिक क्षेत्र में बालाजी ट्रेडर्स से कार्बन फैक्ट्री बड़े नाले का आरसीसी निर्माण-1.12करोड़, ब्रिज विहार साईं प्रयास मेडिकल से डी 349 व श्री दुर्गा मंदिर से बाल भर्ती स्कूल तक आरसीसी नाला निर्माण-1.47 करोड़, शालीमार गार्डन में नाला निर्माण-2.28 करोड़, नवयुग मार्केट में मुरैना गजक से आंबेडकर पार्क, जीडीए की पुलिया आदि तक आरसीसी नाला निर्माण-1.48 करोड़, रमतेराम रोड स्थित निगम मार्केट के जीर्णोद्धार पर 4 करोड़, राजकीय आयुर्वेद/यूनानी चिकित्सालय का निर्माण-60 लाख, राजनगर एक्सटेंशन में प्रधानमंत्री आवास योजना में जल निकासी के लिए बरसाती नाले का निर्माण-5.39 करोड़, प्रताप विहार प्रधानमंत्री आवास योजना की जल निकासी के लिए नाला निर्माण-58 लाख रुपए से होगा।

प्रकाश विभाग:
बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र,मेरठ रोड, साईट 4 साहिबाबाद, लोहा मंडी, हर्षा कंपाउंड, अजन्ता कंपाउंड, अमृत स्टील, राजेंद्र नगर इंडस्ट्रियल एरिया, पाइप मार्केट में प्रकाश व्यवस्था के लिए 500 नग 110 वाट एलईडी लाइट्स-55 लाख। अन्य औद्योगिक क्षेत्र में लाइट 600 नग 110 वाट एलईडी लाइट-66 लाख। वार्डों में 50 वाट एलईडी लाइट खरीदने-1.40 करोड़ से खरीदी जाएगी।

15वें वित्त आयोग के प्रस्ताव पास:
15वें वित्त आयोग से 126 करोड़ रुपए की धनराशि से वर्ष-2022 के कार्यों के सापेक्ष 6.60 करोड़ की बचत के कार्य, निरस्त कार्य से 2 करोड़ की बचत हुई। बचत राशि 7.60 करोड़ हुई। 15वें वित्त आयोग के फंड से स्वास्थ्य विभाग के कार्य-कविनगर जोन,वसुंधरा जोन, सिटी जोन अंतर्गत डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के कार्य-7.62करोड़, जोन में सेकेंडरी कूड़ा कलेक्शन का कार्य-48.53 करोड़, नगरीय क्षेत्र में मुख्य मार्गों की मशीन से सफाई-13.60 करोड़, रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था-6.30 करोड़, उत्सर्जित ठोस अपशिष्ट के प्रबंधन, प्रसंस्करण एवं निपटान का कार्य लागत-23.4 करोड़, सार्वजनिक शौचालय, सामुदायिक शौचालय एवं पिंक शौचालय की मशीनों से सफाई कार्य-1.44 करोड़, संचालित मूत्रालयों की मशीनों से सफाई कार्य-96 लाख, शहर में 350 नए डोर टू डोर कूड़ा वाहनों के संचालन एवं अनुरक्षण का कार्य-5.25 करोड़ रुपए से होगा।

निर्माण विभाग के कार्य-संजय नगर भारतीय स्टेट बैंक से फॉर्च्यून होटल तक क्षतिग्रस्त नाले का निर्माण-1.50 करोड़, वसुंधरा सेक्टर-10 पानी की टंकी के पास सड़क क्रॉस कर सेक्टर-11 तक आरसीसी नाला निर्माण-4.67 करोड़ रुपए समेत आदि यह विकास कार्य शहर में कराए जाएंगे। इसी प्रकार जलकल विभाग से संबंधित कार्य कराए जाएंगे। निर्माण विभाग के लिए 2 रॉक ब्रेकर मशीन-24 लाख में खरीदी जाएगी। जबकि 3 टिपर 38 लाख में खरीदे जाएंगे। महापौर ने बैठक में सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि उक्त विकास कार्यों की समय पर समीक्षा की जाएगी। इनकी समय-समय पर जांच भी की जाएगी। इसके लिए स्वयं ही क्षेत्रों में जाकर कार्यों का निरीक्षण भी करूंगी।