अफगानिस्तान में 2 महिला जजों की हत्या

जघन्य वारदात से सनसनी, देशभर में गुस्सा

काबुल। अफगानिस्तान में जघन्य अपराध रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। राजधानी काबुल में सनसनीखेज वारदात प्रकाश में आई है। रविवार की सुबह अज्ञात बदमाशों ने सुप्रीम कोर्ट की 2 महिला जजों की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके अलावा 3 महिलाएं गंभीर रूप से घायल हैं। इस वारदात से देशभर में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। बेखौफ बदमाशों ने काबुल के पीडी-10 जिले में इस वारदात को अंजाम दिया है। घटनाक्रम के विषय में टोलो न्यूज ने कहा कि काबुल के पीडी-10 जनपद में हमले में 2 महिलाओं की मौत हो गई है। 3 अन्य महिलाएं घायल हैं। प्रत्यदर्शियों का कहना है कि पीड़ित महिलाएं सरकारी कर्मचारी थीं। काबुल पुलिस ने इस हमले की पुष्टि की है। पिछले कुछ माह में अफगानिस्तान की सरकार और तालिबान के बीच शांति समझौते के जारी रहने के बावजूद देश में हिंसा की घटनाओं में तेजी आई है। देश की राजधानी काबुल में विशेष तौर पर हमलों में वृद्धि दर्ज की गई है। इन हमलों का मुख्य लक्ष्य महत्वपूर्ण पदों पर बैठे नागरिकों को मौत के घाट उतारना है, ताकि देश में दहशत का माहौल उत्पन्न किया जाए सके। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कुछ दिन पहले अमेरिका ने वहां अपने सैनिकों की संख्या को घटाकर 2500 करने की घोषणा की है। यह गत वर्ष फरवरी में अमेरिकी-तालिबान समझौते में कही गई है। अफगानिस्तान सुप्रीम कोर्ट के प्रवक्ता अहमद फहीम क्वीम ने कहा कि इस हमले को तब अंजाम दिया गया जब दोनों महिला जज कोर्ट की गाड़ी से दफ्तर की तरफ जा रही थीं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश हम दोनों महिलाओं की जिंदगी नहीं बचा पाए। अहमद फहीम ने बताया कि 200 से ज्यादा महिला जज देश के अलग-अलग न्यायालयों में कार्यरत हैं। उधर, सोशल मीडिया पर भी इस हमले की कड़ी आलोचना हो रही है।