नूरनगर में 50 करोड़ की भूमि निगम ने कराई कब्जा मुक्त

– म्युनिसिपल  कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर ने कहा नगर निगम की जमीन पर कब्जा करने वालों की खैर नहीं

गाजियाबाद। निगम सरकारी जमीन कब्जाने वाले भूमाफियाओं की अब खैर नहीं है। गाजियाबाद नगर निगम ने ऐसे माफियाओं की सूची तैयार कर रहा है। जो निगम की जमीन को हथिया कर खरीद-फरोख्त का काम कर रहे हैं। नगर निगम की सरकारी भूमि पर शहर में भू-माफिया द्वारा किए जा रहे कब्जे को कब्जामुक्त कराने के लिए कार्रवाई लगातार जारी है। म्युनिसिपल कमिश्रर ने बताया कि निगम की सरकारी जमीन पर कब्जा किए भू-माफिया के खिलाफ कार्र्रवाई जारी है। जमीन को कब्जामुक्त कराने के साथ-साथ एफआईआर की कार्र्रवाई भी की जा रही है। गुरूवार को म्युसिपिल कमिश्रर महेंद्र सिंह तंवर के समक्ष आई शिकायत पर यह बड़ी कार्रवाई की गई। नूरनगर में नगर निगम की टीम ने करीब 50 करोड़ रुपए की जमीन कब्जामुक्त कराई। म्युनिसिपल कमिश्रर के आदेश पर अपर नगर आयुक्त एवं संपत्ति प्रभारी आरएन पांडेय ने सिटी जोनल प्रभारी सुधीर कुमार शर्मा, संपत्ति अधीक्षक भोलानाथ ने प्रवर्तन दल की टीम के साथ पहुंचकर जमीन को कब्जा मुक्त कराया। अपर नगर आयुक्त आरएन पांडेय ने बताया कि सिटी जोन अंतर्गत गांव नूरनगर के खसरा नंबर-436, 437, 451, 452 और 441 पर अवैध रूप से पिछले कई वर्षो से कुछ लोगों ने अवैध कब्जा किया हुआ था। शिकायत मिलने पर तत्काल टीम के साथ पहुंचकर जेसीबी मशीन चलाकर जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया। नूरनगर के उक्त खसरा नंबरों की यह नगर निगम की सरकारी 21,130 वर्गमीटर भूमि को कब्जामुक्त कराया गया। नगर निगम की कब्जा मुक्त कराई गई इस जमीन की वर्तमान में करीब 50 करोड़ रुपए कीमत हैं। जमीन को कब्जामुक्त कराते हुए यहां पर बोई गई फूल गोभी और पत्ता गोभी की जुताई कराकर मौके पर तारबंदी कराई जा रही हैं। उन्होने बताया निगम की सरकारी जमीन पर कब्जा किए हुए भू-माफियाओं की सूची तैयार की जा रही है। उन्होने कहा कि लोगों को चेतावनी दी गई है कि पुन: निगम की जमीन पर कब्जा पाया गया तो एफआईआर की कार्र्रवाई भी की जाएगी।