अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के 25वां वैवाहिक परिचय सम्मेलन में 650 युवक-युवतियों ने लिया भाग

-वैवाहिक परिचय सम्मेलन आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत: पंडित सतीश शर्मा
-वैवाहिक परिचय सम्मेलन होने से रिश्ते तय करने में होती है आसानी: तरुण मिश्रा

गाजियाबाद। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा द्वारा शनिवार को लोहिया नगर स्थित अग्रसेन भवन में 25वां वैवाहिक परिचय सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री पंडि़त सतीश शर्मा एवं डिप्टी मेयर राजीव शर्मा ने संयुक्त रुप से भगवान परशुराम की प्रतिमा के सामने द्वीप प्रज्जवलित कर किया। परिचय सम्मेलन में विभिन्न राज्यों से समाज के युवाओं ने भाग लिया। स्वागताध्यक्ष पंडि़त सुभाष शर्मा ने सभी का स्वागत किया। पंडि़त डी. डी. शर्मा ने सम्मेलन के बारे में बताया। महर्षि वेद व्यास विद्यापीठ के विद्यार्थियों ने मंत्रोचारण किया। जेकेजी इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। विशिष्ट अतिथि डिप्टी मेयर पंडित राजीव शर्मा ने कहा कि यहां की ब्राह्मण महासभा अनेकों रचनात्मक कार्य करती है। जिसमें परिचय सम्मेलन एक महत्वपूर्ण कार्य है। परिचय सम्मेलन का आयोजन कर अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा बहुत ही पुनीत कार्य कर रही है क्योंकि इस आयोजन से हर वर्ष हजारों परिवार लाभान्वित होते हैं और युवाओं को योग्य जीवन साथी मिल रहे हैं।

मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री पंडित सतीश शर्मा ने कहा कि अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा गाजियाबाद की शाखा ब्राह्मण समाज के लिए जो कार्य कर रही है, यह बहुत ही सराहनीय है। समाज को एकजुट करने के साथ संस्था जरूरतमंदों की भी दिन-रात मदद कर रही है, जिसके लिए संस्था के पदाधिकारी बधाई के पात्र हैं। संस्था हर वर्ष परिचय सम्मेलन का आयोजन दहेज व दिखाये जैसी सामाजिक बुराईयों को दूर करने का कार्य भी कर रही है। संस्था का यह 25वां परिचय सम्मेलन है और वे लगभग सभी कार्यक्रमों में प्रतिभाग करते आ रहा हैं। कार्यक्रम का संचालन करते हुए पंडि़त जे. के. गौड़ ने बताया कि इस वर्ष 650 से अधिक पंजीकरण हुए हैं। युवाओं का परिचय पंडि़त हरी ओम शर्मा एवं पंडित विजय भरद्वाज ने कराया। राष्ट्रीय महामंत्री पंडि़त बिशन कौशिक और पंडित तरुण मिश्रा एवं राष्ट्रीय महिला संयोजिका पंडित दिग्विजया दीक्षित ने भी विचार व्यक्त किए।

पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्रा ने कहा आज के इस आधुनिक जीवन शैली और समय के अभाव के चलते हम हमारे युवक-युवतियों की ओर ध्यान नहीं दे पाते हैं और हर वक्त यही मन में सवाल रहता है कि सबसे पहले कहां से शुरूआत करें, जिससे समय और पैसे की बर्बादी होती है। लेकिन आज हर समाजों द्वारा इस तरह के परिचय सम्मेलन आयोजित किए जा रहे जिससे समय तो बचता ही है और साथ ही सभी युवक-युवतियों को जानने और पहचानने का मौका भी इन परिचय सम्मेलन के माध्यम से मिल जाता है। इस तरह के आयोजन से समाज में एक नई विचारधारा का प्रवाह होगा। उन्होंने कहा ब्राह्मण समाज को जागरुक होने की जरुरत है। जिस तरह से ब्राह्मण समाज को शोषण किया जा रहा है, उसे रोकने के लिए एकजुटता दिखाना बेहद जरुरी है। उन्होंने कहा आज के दौर में आपसी विश्वास में कमी के चलते कई रिश्ते टूटने की कगार में है, जिसका मुख्य कारण है पति-पत्नी में जो जरुरत का रिश्ता बना हुआ है। वह रिश्ता अगर जरुरी हो जाए तो काफी हद तक पति-पत्नी के रिश्तों को बचाया जा सकता है। परिचय सम्मेलन से ब्राह्मण समाज के अंदर सकारात्मकता आती है। उनको एक नया रास्ता मिलता है, जो यह एक माध्यम है। देश का माहौल इतना खराब है कि कब किसका धर्मपरिवर्तन करके किसी दुसरे समुदाय में शादी कर दी जा, उनको बहकाया जा रहा है। इस तरह के आयोजन से समाज में कहीं ना कहीं जागरुकता बढेगी।

सम्मेलन का समापन रविवार को 3 बजे होगा। जिसमें मुख्य अतिथि संस्था के प्रदेश अध्यक्ष पंडित पीतांबर शर्मा व विशिष्ट अतिथि साहिबाबाद के विधायक पंडित सुनील शर्मा होंगे। पंडित हरिओम शर्मा, पंडित देवेंद्र शर्मा, पंडित नरेश पाल कौशिक, पंडित एस. कुमार, पंडित बृजमोहन शर्मा, पंडित देवदत्त शर्मा उपस्थित रहे। 4:30 बजे पत्रिकाए वितरित की जाएगी। शनिवार को लगभग 300 युवक-युवतियों का परिचय कराया गया। आयोजन समिति के मुख्य संरक्षक पंडित जे.के. गौड़, जिलाध्यक्ष जयनंद शर्मा, महानगर अध्यक्ष सुभाष शर्मा, पंडित विजय भारद्वाज महामंत्री, पंडित संदीप शर्मा महामंत्री, पंडित सुभाष शर्मा (दुजाना) स्वागताध्यक्ष, पंडित आदेश शर्मा मुख्य संयोजक, पंडित युद्ध प्रकाश शर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, पंडित जे.पी. शर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, पंडित हिमांशु भारद्वाज वरिष्ठ उपाध्यक्ष, पंडित धीरज भार्गव प्रचार सचिव, पंडित अजय शर्मा संयोजक, पंडित उमेश शर्मा संयोजक, पंडित अमित भारद्वाज संयोजक, पंडित गौरव कौशिक सहसंयोजक, पंडित सुरेन्द्र आदि भी मौजूद रहे। सम्मेलन में जिन युवक-युवतियों का नाम पुकारा गया एवं उनका विवरण दिया गया, उन्हें आपस में विचार विमर्श के लिए टेबल पर आमंत्रित किया गया जहां संस्था की महिला सदस्य भी सहयोग के लिए मौजूद रहीं।