गुस्सा : आक्रामक अमेरिका का तुर्की पर प्रतिबंध

रूसी एयर डिफेंस सिस्टम की खरीदारी पर विवाद

वॉशिंगटन। रूस के एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम के खरीदार देशों के प्रति अमेरिका ने आक्रामक रूख अपनाना शुरू कर दिया है। सबसे पहले तुर्की पर सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं। अमेरिका ने बाकी राष्ट्रों पर भी रूस के साथ एयर डिफेंस सिस्टम की डील करने से बचने का दबाव डाला है। भारत भी इस डील का हिस्सा है। नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के आने के बाद अमेरिका का भारत के प्रति कैसा रूख होगा, यह जल्द मालूम पड़ जाएगा। चुनाव में करारी हार मिलने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस से विदाई तय हो गई है। नए राष्ट्रपति जो बाइडेन 20 को शपथ लेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने विदा होने से पहले तुर्की के खिलाफ एक्शन लिया है। उन्होंने रूस के एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की खरीदारी करने पर तुर्की पर प्रतिबंध लगाया है। रूसी मिसाइल सिस्टम की इच्छा भारत की भी है। ऐसे में भविष्य में अमेरिका का भारत के प्रति क्या रूख रहेगा, यह देखना दिलचस्प होगा। अमेरिकी सरकार की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि तुर्की ने नियमों का उल्लंघन किया। नतीजन उस पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। अमेरिका ने कहा है कि बाकी देशों को रूसी डिफेंस सिस्टम से बचना चाहिए, जो प्रतिबंध की वजह बन सकता है। भारत ने 2018 में रूस से एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की 5 यूनिट के लिए 5.43 बिलियन अमेरिकी डॉलर का सौदा किया था। अमेरिका की आपत्तियों को दरकिनार कर नई दिल्ली ने यह कदम उठाया था। हालांकि मोदी सरकार ने कूटनीतिक स्तर पर काफी हद तक यह मामला सुलझा लिया था। अमेरिका चाहता है कि भारत रक्षा खरीद के मामले में रूस को तवज्जो न दे। डोनाल्ड ट्रंप कई मौकों पर यह इच्छा जाहिर कर चुके हैं। 2019 में भारत यात्रा के दौरान ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 3.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के हथियार सौदे की घोषणा की थी।