चार्ज संभालते ही आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने दी कार्य में सुधार की नसीहत

लखनऊ। गाजियाबाद से स्थानांतरित होकर आए राकेश कुमार सिंह ने मंगलवार को लखनऊ जिला आबकारी अधिकारी के पद पर कार्यभार ग्रहण किया है। वहीं लखनऊ आबकारी अधिकारी सुशील मिश्रा ने प्रयागराज जिला आबकारी अधिकारी का कार्यभार ग्रहण किया। गाजियाबाद में अपनी अमिट छाप छोड़ने के बाद अब लखनऊ के शराब माफिया की बारी है। गौरतलब हो कि गाजियाबाद में अपने तीन वर्ष के कार्यकाल में आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने शराब माफिया के नेटवर्क को ध्वस्त करने के साथ-साथ राजस्व बढ़ोत्तरी में भी नाम कमाया है। गाजियाबाद की माली हालत को सुधारने के साथ-साथ बड़े माफिया से लेकर छोटे माफिया को भी धूल चटाने का काम किया है। अपनी ठोस रणनीति के चलते राकेश कुमार सिंह के कार्यकाल में चुनाव और त्योहार पूरी तरह से शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। शराब माफिया के लिए गाजियाबाद जिला उनकी सुरक्षा के लिए पहली पसंद रहा करता था, अब वहां गाजियाबाद उनके लिए सबसे असुरक्षित जगह बन गया है। गाजियाबाद के बाद लखनऊ को भी अब शराब माफिया के चंगुल से मुक्त करने के साथ-साथ राजस्व बढ़ोत्तरी के लिए रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है।

पहले दिन चार्ज लेते ही जिला आबकारी अधिकारी ने सबसे पहले आबकारी निरीक्षकों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने पहले सबसे अधिक क्षेत्रों में होने वाली शराब तस्करी की सूची मांगी और उसके लिए आबकारी निरीक्षकों को कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा जनपद में अवैध शराब का कारोबार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होगा। बड़े माफिया के साथ-साथ छोटे तस्करों पर सख्त कार्यवाही जरूरी है। जहां भी अवैध शराब बनाने का काम चल रहा है वहां बिना देरी के कार्रवाई करें। ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगातार भ्रमण कर अवैध शराब के ठिकानों पर कार्रवाई करें। इसके साथ ही अवैध शराब के खिलाफ लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाए। अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई में लोगों का सहयोग बेहद जरुरी है।

इसलिए उनके बीच जाकर उनसे संपर्क करें और अवैध शराब के खिलाफ जागरूक करते हुए उन्हें भी आबकारी विभाग की कार्रवाई में सहयोग की अपील करें। अवैध शराब के कारोबार को रोकना ही पहली प्राथमिकता होगी। मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय रहने के निर्देश दिए जाए। साथ ही दुकानों पर होने वाली ओवर रेटिंग रोकने के लिए भी लगातार दुकानों का निरीक्षण करते रहे। दुकानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज चालू है कि नहीं, इसकी भी लगातार जांच करें। जो लाइसेंसी दुकानें हैं वहां शासन की गाइडलाइन के अनुसार ही शराब बिक्री हो और रेट लिस्ट जरूर चस्पा कराई जाए। इस दौरान जनपद के सभी आबकारी निरीक्षकों ने जिला आबकारी अधिकारी का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।