योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म सिटी का निर्माण करेंगे बोनी कपूर अक्षय कुमार केसी बोकाडिया और टी सीरीज को पटखनी देकर हासिल किया टेंडर

फिल्म सिटी के निर्माण की जिम्मेदारी मशहूर फिल्मी हस्ती एवं बॉलीवुड के दिग्गज फिल्म मेकर बोनी कपूर को मिली है। बोनी कपूर रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़ी देश की नामचीन कंपनी भूटानी ग्रुप के साथ मिलकर फिल्म सिटी का निर्माण करेंगे। फिल्म सिटी प्रोजेक्ट के लिए मंगलवार दोपहर यमुना प्राधिकरण कार्यालय में फाइनेंशियल बिड खोली गई। बोनी कपूर और भूटानी ग्रुप के ज्वाइंट वेंचर (कंसोर्टियम) कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी ने टेंडर हासिल किया। बेव्यू कंपनी ने 18 परसेंट ग्रॉस रेवेन्यू शेयरिंग की बिड डाली थी जो कि टेंडर प्रक्रिया में शामिल अन्य कंपनियों से अधिक थी।

विजय मिश्रा (उदय भूमि ब्यूरो)
ग्रेटर नोएडा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट कहे जाने वाले इंटरनेशनल फिल्म सिटी प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। यमुना सिटी के जेवर क्षेत्र में बनने वाले फिल्म सिटी के निर्माण की जिम्मेदारी मशहूर फिल्मीहस्ती एवं बॉलीवुड के दिग्गज फिल्म मेकर बोनी कपूर को मिली है। बोनी कपूर रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़ी देश की नामचीन कंपनी भूटानी ग्रुप के साथ मिलकर फिल्म सिटी का निर्माण करेंगे। फिल्म सिटी प्रोजेक्ट के लिए मंगलवार दोपहर यमुना प्राधिकरण कार्यालय में फाइनेंशियल बिड खोली गई। बोनी कपूर और भूटानी ग्रुप के ज्वाइंट वेंचर (कंसोर्टियम) कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी ने टेंडर हासिल किया। बेव्यू कंपनी ने 18 परसेंट ग्रॉस रेवेन्यू शेयरिंग की बिड डाली थी जो कि टेंडर प्रक्रिया में शामिल अन्य कंपनियों से अधिक थी। फिल्म सिटी निर्माण की टेंडर प्रक्रिया में अंतरराष्ट्रीय स्तर की कई नामचीन कंपनियों ने प्रतिभाग किया। टेक्निकल बिड में क्वालीफाई करने के बाद चार कंपनियों को फाइनैंसियल बिड में शामिल किया गया। मैसर्स बेव्यू प्रोजेक्ट्स, सुपरसोनिक टेक्नो बिल्ड प्राइवेट लिमिटेड, सुपरकैसेट्स टीसीरीज और 04 लायंस फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड की फाइनैंसियल बिड खोली गई। फिल्म सिटी निर्माण के लिए बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार और मशहूर फिल्म निर्माता केसी बोकाड़िया ने भी भागीदारी की। लेकिन बोनी कपूर द्वारा दिये गये कंप्टीशन के आगे ये लोग टिक नहीं पाये। फाइनैंसियल बिड खोले जाने के अवसर पर यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ़ अरुणवीर सिंह, एसीईओ कपिल सिंह, ओएसडी शैलेंद्र भाटिया, ओएसडी शैलेंद्र सिंह, स्टॉफ ऑफिसर नंद किशोर सुंदरियाल, फिल्म निमार्ता केसी बोकाड़िया, भूटानी ग्रुप के अश्विनी चैटलें, अली चैटलें सहित अन्य प्रतिभागी कंपनियों के पदाधिकारी मौजूद रहे। औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह, यमुना प्राधिकरण के चेयरमैन अनिल कुमार सागर, सूचना निदेशक शिशिर सिंह सहित कई अन्य अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से इस दौरान जुड़े रहे।


यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर-21 में विकसित होने वाली फिल्म सिटी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद दूसरी महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। फिल्म सिटी अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा और आधुनिकता से परिपूर्ण होगा। फिल्म सिटी विकसित करने का प्रस्ताव पहली बार अक्टूबर 2020 में पास हुआ था। फिल्म सिटी के लिए फिल्म जगत से जुड़े तमाम बड़ी हस्तियों ने दिलचस्पी दिखाई। अभिनेता अक्षय कुमार, राजपाल यादव, अभिनेत्री कंगना रनौत, फिल्म निमार्ता बोनी कपूर, केसी बोकाड़िया आदि ने कई बार फिल्म सिटी की साइट को भी जाकर देखा था। इसके अलावा अंतर्राष्टÑी स्तर की कई बड़ी फिल्मी कंपनियों और प्रोडक्शन हाउस ने भी यहां आने की इच्छा जताई थी। यही वजह रही है कि फिल्म सिटी प्रोजेक्ट में कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिला।

रेवेन्यू शेयर पर्सेंटेज के आधार पर लगी बोली
फाइनेंशियल बिड में कंपनियों द्वारा ग्रॉस रेवेन्यू शेयर पर्सेंटेज के आधार पर बोली लगाई गई। बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी की ओर से 18 पर्सेंटेज की सफल बोली लगाई गई। वहीं 4 लायंस फिल्म्स प्रा लि ने 15.12%, सुपरसोनिक टेक्नोबिल्ड प्रा लि ने 10.80% और सुपर कैसेट्स इंडस्ट्रीज प्रा लि ने 5.27% पर बोली लगाई। यीडा के सीईओ अरुणवीर सिंह के अनुसार रेवेन्यू शेयर का अर्थ ये है कि फिल्म सिटी का निर्माण करने के बाद कंपनी को जो भी आय होगी, उसका 18 प्रतिशत वह प्राधिकरण को देगी। प्राधिकरण की ओर से उसे लैंड के अलावा अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराया जाएगा, जबकि फिल्म सिटी के अंदर सभी कंस्ट्रक्शन और सुविधाओं का विकास कंपनी को स्वयं करना होगा।

230 एकड़ में होगा पहला फेज 18 हजार करोड़ होंगे खर्च
उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी बनाने का सीएम योगी का सपना अब जल्द हकीकत बनने वाला है। गौतमबुद्ध नगर के जेवर में बनने वाली फिल्म सिटी को लेकर अंतिम मुहर लग गई है। निमार्ता-निर्देशक बोनी कपूर और भूटानी ग्रुप मिलकर जेवर में फिल्म सिटी बनाएंगे। जेवर एयरपोर्ट के पास बनने वाली दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म सिटी परियोजना का कुल रकबा 1000 एकड़ का है। प्रथम फेज 230 एकड़ में विकसित होगा और फिल्म सिटी के पहले फेज में 18 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। फिल्म सिटी बनने से जहां औद्योगिक विकास तेजी से होगा वहीं लाखों लोगों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। फिल्म सिटी को फेज-वाइज डेवलप किया जाएगा। ऐसे में फेज-वन में कोई कमी रहेगी तो उसे आगे दूर किया जा सकेगा। जो कंपनी पहले चरण में फिल्म सिटी बनाएगी उसे दूसरे चरण में भी प्राथिमकता दी जाएगी।

एक से दो महीने में शुरू हो जाएगा निर्माण कार्य
अगले एक से दो महीने में फिल्म सिटी का काम शुरू हो जाएगा। फिल्म सिटी का निर्माण तीन चरणों में किया जाएगा। जिस दिन फिल्म सिटी को लेकर एग्रीमेंट होगा, उससे ठीक 3 साल के भीतर फिल्म सिटी बनकर तैयार हो जाएगी। यानी कि योगी आदित्यनाथ का सपना बोनी कपूर 3 सालों में पूरा कर देंगे। शासन स्तर पर काफी तेजी के साथ काम चल रहा है। ग्रेटर नोएडा में फिल्म सिटी बनने के बाद यहां पर युवाओं को रोजगार के साथ फिल्मी दुनिया में काम करने का मौका मिलेगा। फिल्म सिटी प्रोजेक्ट के लिए बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी द्वारा दो अन्य फर्म के साथ कंसोर्टियम करते हुए निविदा प्रस्तुत की गई है। कंसोर्टियम में बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी का 48% शेयर है और उसका रोल आॅपरेशनल और मेंटिनेंस का है। वहीं परमेश कंस्ट्रक्शन कंपनी लि का 26% शेयर है और उसका रोल फाइनेंशियल होगा। इस कंपनी के ओनर प्रेम भूटानी और आशीष भूटानी हैं। इसी तरह शेष 26% शेयर नोएडा साइबरपार्क प्रा. लि. का है, जिसका रोल टेक्निकल सपोर्ट का है। पीपीपी गाइडलाइंस के अनुसार संस्थाओं द्वारा प्रस्तुत फाइनेंशियल बिड को पीपीपीबीईसी समिति की संस्तुति सहित कमेटी ऑफ सेक्रेट्रिएट के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा, जिसकी संस्तुति को कैबिनेट के अनुमोदन मिलने के बाद हाईएस्ट बिडर के रूप में सफल बिडर के रूप में लेटर ऑफ अवार्ड जारी किया जाएगा।

कंपनी को 90 साल के लिए मिलेगा लाइसेंस
पीपीपी मॉडल पर विकसित होने वाली इस परियोजना में विकासकर्ता कंपनी को 1510 करोड़ रुपये लगाने होंगे। कंपनी को 90 साल का लाइसेंस मिलेगा। कंपनी को आठ साल तक कोई पैसा नहीं देना होगा। नौवें साल से कुल लाभ में 18 प्रतिशत प्राधिकरण को देना होगा। पहले चरण में 230 एकड़ में फिल्म सिटी विकसित होगी। इसमें 155 एकड़ में फिल्म इंडस्ट्री व 75 एकड़ में होटल, प्लाजा, मॉल आदि विकसित किए जाएंगे।

फिल्म सिटी परियोजना ( एक नजर में)
कुल क्षेत्रफल-1000 एकड़
फिल्म एवं फिल्म संस्थान-780 एकड़
वाणिज्यिक-220 एकड़
पहला चरण-230 एकड़
दूसरा चरण-250 एकड़
तीसरा चरण-520 एकड़

फिल्म सिटी प्रोजेक्ट में कब क्या हुआ
2 अक्टूबर, 2020-परियोजना के प्रस्ताव पर यमुना प्राधिकरण की 70वीं बोर्ड बैठक में मुहर लगी।
14 दिसंबर 2020-कंसल्टेंट का चयन किया गया
27 अगस्त, 2021-पीपीपी बिड मूल्यांकन समिति ने आरएफपी और रियायत समझौते को मंजूरी दी।
23 नवंबर, 2021-पहला वैश्विक टेंडर जारी किया गया।
7 नवंबर, 2022 को दूसरा वैश्विक टेंडर जारी किया गया।
30 सितंबर, 2023 को तीसरा वैश्विक टेंडर जारी किया गया।
5 जनवरी 2024 को टेंडर डालने की आखिरी तारीख
30 जनवरी 2024 को फिल्म सिटी निर्माता कंपनी का चयन

फिल्म सिटी की विकासकर्ता कपंनी के चयन के लिए आर्थिक निविदा खोली गई। इसमें फिल्म निमार्ता बोनी कपूर और भूटानी ग्रुप ने सबसे बड़ी बोली लगाई है। दोनों कंपनियां कंसोर्सियम (समूह बनाकर) में आई हैं। सारी औपचारिकताएं पूरी कर जल्द ही अनुबंध किया जाएगा।
डॉ़ अरुणवीर सिंह
सीईओ यमुना प्राधिकरण


उत्तर प्रदेश में अपनी तीन फिल्मों की शूटिंग की है। अब यूपी फिल्म निर्माण के लिए हमारा घर बन जाएगा। मैंने हमेशा अपना फिल्म स्टूडियो बनाने का सपना देखा है और सौभाग्य से अब मुझे यह मिल गया है। मैं और मेरा साथी इसे एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी बनाएंगे। यहां एक फिल्म निमार्ता एक स्क्रिप्ट के साथ आएगा और पूरी फिल्म के साथ जाएगा। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर की फिल्म सिटी होगी।
बोनी कपूर
पार्टनर, बेव्यू प्रोजेक्ट्स


मैं बहुत खुश हूॅ, यह इरादा बहुत अच्छा है, मैं खुद एक फिल्म मेकर हूॅ। मैने फिल्म की पढाई की है। मैं आर्टिस्ट फैमिली से बिलॉन्ग करता हूॅ। बोनी कपूर और भूटानी इन्फ्रा मिलकर यूपी में अंतरराष्ट्रीय स्तर का फिल्म सिटी बनाएंगे। इस प्रोजेक्ट का हिस्सा होना मेरे लिए गर्व की बात है।
अली चेंटले
सीईओ
भूटानी इंफ्रा


अब फिल्म निर्माण में तकनीकी का काफी इस्तेमाल हो रहा है। यहां विकसित होने वाली फिल्म सिटी में एनिमेशन से लेकर भारतीय और क्षेत्रीय फिल्मों के निर्माण की सुविधा होगी। इसे देश के सबसे आकर्षक टूरिस्ट प्लेस के रूप में भी विकसित किया जाएगा। यह सबसे अलग फिल्म सिटी होगी।
अश्वनी चेंटले
फिल्म सिटी प्रोजेक्ट प्रभारी
भूटानी ग्रुप