-असम में परशुराम या पंडि़त मदन मोहन मालवीय के नाम से धर्मशाला बनाने की मांग
-कामाख्या देवी मंदिर तक बैट्री रिक्शा के संचालन को लेकर दिया सुझाव
गुवाहाटी। असम सरकार के शहरी विकास एवं सिंचाई मंत्री अशोक सिंघल एवं सरकार के सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग, कौशल, रोजगार, उधमिता और पर्यटन विभाग मंत्री जयंत मल्ला बरुआ से मंगलवार को अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री एवं ब्राह्मण सेवक तरुण मिश्र ने मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान तरुण मिश्र ने उन्हें पटका पहनाकर उनका अभिनंदन किया। घंटों हुई वार्ता के दौरान शहरी विकास एवं सिंचाई मंत्री अशोक सिंघल से तरुण मिश्र ने कहा कि असम में सर्वसमाज के लिए परशुराम या पंडि़त मदन मोहन मालवीय की स्मृति में धर्मशाला का निर्माण कराया जाए। जिससे तीर्थ स्थलों पर आने वाले लोगों को इसका लाभ मिल सकें। इस दौरान उन्होंने कहा कि असम में पुजारियों के जीवन-यापन के लिए पेंशन की व्यवस्था की गई है। मगर अभी तक ब्रह्म समाज के हित के लिए सरकार ने कोई ठोस कदम नही उठाया है। जिसके चलते ब्राह्मण समाज कहीं न कहीं सरकार की योजनाओं से वंचित है।
जिसके लिए सरकार को भी गंभीर कदम उठाने होंगे। ब्राह्मण समाज अपने हकों की लड़ाई लडऩे के लिए पीछे हैं। आज भी अपने हकों की लड़ाई के लिए दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है। उन्होंने मंत्री अशोक सिंघल से असम ब्राह्मण कल्याण बोर्ड गठित करने का निवेदन करते हुए कहा अगर असम में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन हो जाएगा तो वह अपने हक की लड़ाई लड़ सकेंगे। साथ ही असम में जमीन चिन्हिंत कर परशुराम एवं पंडि़त मदन मोहन मालवीय भवन का निर्माण पर भी सरकार विचार करें। क्योंकि सरकार का यह निर्णय सर्वसमाज में अच्छा संदेश देगा। तरुण मिश्र की बातों को सुनकर मंत्री अशोक सिंघल ने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री जी से वार्ता कर आपकी बातों को उन तक पहुंचाया जाएगा। अपने जो भी बातें कहीं वह समाजहित में है। उसके उपरांत उन्होंने स्वास्थ्य इंजीनियरिंग, कौशल, रोजगार, उधमिता और पर्यटन विभाग मंत्री जयंत मल्ला बरुआ से मुलाकात कर कामख्यां देवी मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रृद्धांलुओं के लिए बैट्री रिक्शा एवं ब्रह्म पुत्र नदी में नौका यान संचलित करने कि मांग की।
उन्होंने कहा पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए कामख्यां देवी मंदिर तक बैट्री रिक्शा का संचालन होने से प्रदूषण पर रोक लगने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा। साथ ही ब्रहमपुत्र नदी में एक से दुसरे पार जाने के लिए भी नौका यान की सुविधा पर भी सरकार ध्यान दें। जिससे दर्शन करने और घूमने आए लोगों को भी इस सुविधा का लाभ मिल सकेंं। क्योंकि कामाख्या देवी में प्रतिदिन हजारों श्रृद्धालु दर्शन के लिए आते है। बैट्री रिक्शा की सुविधा न होने के चलते पर्यावरण दूषित हो रहा है। तरुण मिश्र की बातों को सुनकर मंत्री जयंत मल्ला बरुआ कहा कि कामाख्या देवी मंदिर तक जल्द ही बैट्री रिक्शा सुविधा श्रृद्धालुओं को मिलेगी। पर्यावरण संरक्षण को लेकर सरकार बेहद गंभीर है। जिस पर जल्द ही विचार किया जाएगा।