-साइबर थाने में थाना प्रभारी समेत 35 पुलिसकर्मियों को तैनाती
गाजियाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रदेश में शुरू हुए 57 जिलों में साइबर थानों के साथ गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के साइबर थाना का भी वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से लोकार्पण कर साइबर थाने का उद्घाटन किया। इसके साथ ही थाना खोड़ा में टाइप-2 व टाइप-3 के 5 पुलिस आवास का भी वर्चुअल लोकार्पण किया। जिले में साइबर थाना खुलने से अब साइबर अपराध से पीडि़त लोगों को थाने-चौकी के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। जनपद को आखिर लंबे अंतराल के बाद साइबर थाना मिल गया। साइबर थाने में थाना प्रभारी समेत 35 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इस थाने के खुलने से अगर आप साइबर थाने में प्रवेश करेंगे तो आपको लगेगा कि आप किसी निजी कंपनी के कार्यालय में आए हैं। नगर कोतवाली परिसर में साइबर थाना कॉरपोरेट ऑफिस की तरह बनाया गया है। इसमें 21 डेस्कटॉप दो लैपटॉप साइबर थाने की टीम काम करेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वर्चुअल कार्यक्रम का हरसांव स्थित रिजर्व पुलिस लाइन के परमजीत हॉल में एलईडी स्क्रीन पर लाइव प्रसारण किया गया। इस दौरान पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र,एडिशनल पुलिस कमिश्नर दिनेश कुमार पी.एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद,एसीपी क्राइम रितेश त्रिपाठी, एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव आदि ने लाइव कार्यक्रम देखा। साइबर थाना खुलने से स्वतंत्र होकर साइबर टीम ठगी के मुकदमों में विवेचना कर सकेगी और अपराधियों को पकड़ा जा सकेगा। थाने में 35 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इनमें एक साइबर क्राइम पुलिस थाना प्रभारी, तीन इंस्पेक्टर,6 उप निरीक्षक,14 हेड कांस्टेबल,8 कांस्टेबल,2 महिला कांस्टेबल और एक कंप्यूटर ऑपरेटर है।पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने बताया कि साइबर थाने के अलावा कमिश्नरेट के सभी थानों पर साइबर सेल भी बनाई गई है। जहां पांच लाख रुपए तक की ठगी के मामले सुने जाएंगे।
5 लाख से अधिक की साइबर ठगी के मामलों की विवेचना थाने में की जाएगी। इसके लिए 189 पुलिसकर्मियों को साइट्रेन पोर्टल की ट्रेनिंग दी गई है। बुधवार को भले ही साइबर थाने का लोकार्पण हुआ हो, लेकिन 27 जनवरी से साइबर थाने में टीम कार्य कर रही है। 27 जनवरी से 27 फरवरी तक साइबर थाने में 39 मुकदमे दर्ज किया जा चुके हैं। इनमें एक करोड़ 11 लाख रुपए फ्रिज भी करा दिए गए हैं। साथ ही 8,591 अपराधियों के नंबरों को भी ब्लॉक कराया गया है। जिनके द्वारा लोगों से ठगी की गई थी। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि नगर कोतवाली परिसर के प्रथम व द्वितीय तक पर स्थापित साइबर थाना में साइबर अपराधों से अभियुक्तों द्वारा की जाने वाली ठगी की धनराशि बरामदगी में तेजी आएगी।