3 दिन बाद गाजियाबाद में कैलाश मानसरोवर भवन का उद्घाटन करेंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

– इंदिरापुरम में मानसरोवर भवन तैयार, वीके सिंह ने अधिकारियों के साथ लिया जायजा

गाजियाबाद। इंदिरापुरम में निर्मित प्रदेश के पहले कैलाश मानसरोवर भवन को जल्द ही यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। कैलाश मानसरोवर जाने वाले यात्रियों के अलावा चार धाम और लद्दाख यात्रियों को भी भवन की सुविधा मिल सकेगी। इंदिरापुरम में नवनिर्मित कैलाश मानसरोवर भवन का गुरुवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री व स्थानीय सांसद वीके सिंह ने राज्यमंत्री अतुल गर्ग, जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल, जीडीए वीसी कंचन वर्मा,  एसएसपी कलानिधि नैथानी, साहिबाबाद के विधायक सुनील शर्मा, लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर के साथ नवनिर्मित भवन का निरीक्षण किया। रविवार को होने वाले कार्यक्रम को लेकर चर्चा की। जनरल वीके सिंह ने अधिकारियों एवं विधायकों के साथ मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर चर्चा की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को भवन का लोकार्पण करेंगे। पिछले दिनों अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने यहां का निरीक्षण कर काम जल्द पूरा करने के लिए कहा था। अब 13 दिसंबर दोपहर साढ़े तीन बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका लोकार्पण करेंगे। इसके चलते केंद्रीय सड़क परिवहन राज्यमंत्री ने विधायकों एवं अधिकारियों के साथ भवन का निरीक्षण किया। वीके सिंह ने बताया कि लोकार्पण की सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। निरीक्षण में पाया गया कि मानसरोवर भवन के समस्त कार्य पूर्ण हो चुके हैं। इंदिरापुरम के शक्ति खंड चार में करीब नौ हजार वर्गमीटर जमीन पर निर्मित भवन में सौ कमरे बनाए गए हैं। इनमें करीब 300 यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था होगी। जिलाधिकारी ने बताया कि लोकार्पण की सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। मुख्यमंत्री के आने का सुरक्षा प्लान भी तैयार कर लिया गया है। जनरल वीके सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री के उदघाटन समारोह के दौरान किसी भी प्रकार की शिथिलता ना बरती जाए एवं समस्त तैयारियां सुनिश्चित करा ली जाएं। डीएम ने निर्देशित किया कि भवन की सुरक्षा और रखरखाव का एस्टीमेट शासन को उपलब्ध कराए। बता दें कि इंदिरापुरम के शक्ति खंड-2 में कैलाश मानसरोवर भवन का निर्माण पूरा हो गया है। करीब 70 करोड़ की लागत से इसे बनाया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ की ये महत्वाकांक्षी योजना थी, इसे पूरा करने के लिए शासन स्तर पर काफी जोर शोर से काम किया गया। कोरोना काल की वजह से इस काम में 6 माह का विलंब हो गया, वरना मार्च में ही इसे बनकर तैयार हो जाना था। मानसरोवर भवन में जयपुर से मंगाए गए पत्थर लगाए गए हैं। जयपुर से पत्थरों के आने में भी किन्हीं कारणों से विलंब हो गया इस वजह से काम में थोड़ा विलंब हुआ। अब पूरा भवन बनकर तैयार है, इसके उद्घाटन की तैयारियां की जा रही है।