सुशील मोदी ने छोड़ी विधान परिषद की सदस्यता

12 दिसम्बर को लेंगे राज्य सभा सदस्य की शपथ

पटना। पूर्व डिप्टी सीएम और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार विधान परिषद की सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है। अब वह 12 दिसंबर को राज्य सभा सदस्य के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। राज्य सभा में जाने के कारण सुशील मोदी ने बिहार विधान परिषद की सदस्यता छोड़ी है। बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह को बुधवार को त्याग पत्र भेज दिया था। उनके त्याग पत्र को वीरवार को मंजूरी कर लिया गया। अब 12 दिसंबर को शाम 4 बजे संसद भवन के राज्य सभा चैम्बर में सुशील मोदी को उप-राष्ट्रपति एम वैंकैया नायडू शपथ दिलाएंगे। शपथ ग्रहण के लिए वह शुक्रवार को दिल्ली रवाना हो जाएंगे। उन्होंने अपने शपथ कार्यक्रम की जानकारी ट्विटर अकाउंट पर भी शेयर की है। ट्वीट कर उन्होंने लिखा कि 12 दिसम्बर को शाम 4 बजे संसद भवन के ग्राउंड फ्लोर स्थित राज्य सभा चैम्बर में वह राज्यसभा सदस्य के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। भारत के उप-राष्ट्रपति सह राज्यसभा के सभापति वैंकेया नायडू शपथ दिलाएंगे। शपथ ग्रहण के लिए वह शुक्रवार को दिल्ली प्रस्थान करेंगे। मालूम हो कि पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के निधन से रिक्त हुई राज्य सभा सीट पर भाजपा नेता सुशील मोदी गत 7 दिसंबर को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए थे। इसके साथ वह बिहार के तीसरे ऐसे नेता हो गए हैं, जो चारों सदनों, लोक सभा, राज्य सभा, विधान सभा और विधान परिषद के सदस्य बनेंगे। इसके पहले लालू प्रसाद और नागमणि चारों सदनों से सदस्य चुने गए थे। पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी वर्ष 1990 में पटना केंद्रीय (अब कुम्हरार) विधान सभा क्षेत्र से चुनाव जीते थे। 1996 से 2004 तक 8 साल तक बिहार विधान सभा में विपक्ष के नेता रहे। साल 2000 में 7 दिन की नीतीश सरकार में संसदीय कार्य मंत्री बने। 2004 में भागलपुर से लोकसभा के सांसद चुने गए।