गाजियाबाद में कोरोना संक्रमित की बढ़ती संख्या बढ़ा रही चिंता, मरीजों का आंकड़ा 10,789 तक पहुंचा

-जिलाधिकारी ने दिए निर्देश,अस्पतालोंं में संक्रमितों को मिले पर्याप्त इलाज

– संक्रमण की चपेट में आने से 73 लोगों की मौत हो चुकी है

गाजियाबाद। कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या अब जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का सबब बनती जा रही हैं। जिले में एक बार फिर से रोजाना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। फिलहाल संक्रमितों की बढ़ती संख्या के चलते मृत्यु दर का आंकड़ा कम है। वहीं,स्वस्थ होने वाले मरीजों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। रविवार को जिले में कोरोना संक्रमित 267 मरीजों की पुष्टि हुई है। जिले मेंं वर्तमान में कोरोना संक्रमित हुए मरीजों का अब आंकड़ा-10,789 तक पहुंच गया है। रविवार को कोरोना संक्रमित हुए 267 मरीजों की पुष्टि हुई हैं। वहीं,कोरोना को मात देकर स्वस्थ्य हुए 125 मरीजों की पुष्टि की गई। इन्हें विभिन्न अस्पतालों से डिस्चार्ज किया गया। सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि टेस्ट बढऩे के बाद मरीजों की संख्या बढ़ रही हैं। जिले में अब तक कोरोना संक्रमित हुए मरीजों का आंकड़ा-10,789 तक पहुंच गया हंै। वहीं,8720 लोग कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो चुके हैं। मरीजों की संख्या वर्तमान में 1929 मरीजों का प्राइवेट और सरकारी अस्पताल के अलावा होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है। संक्रमण की चपेट में आने से 73 लोगों की मौत हो चुकी है। जिलाधिकारी डॉ.अजय शंकर पांडेय ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते मरीजों को कोविड अस्पताल में पर्याप्त इलाज मुहैया कराया जाए। कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। कोरोना की जांच बढऩे के बाद संक्रमितों की संख्या भी बढ़ रही है। जिले में कोरोना की रोकथाम के लिए कंटेनमेंट जोन के अलावा अन्य इलाकों में भी सर्तकता बरती जा रही हैं। टेस्टिंग बढ़ाने के साथ लैब में जांच की संख्या भी बढ़ाई गई है ताकि संक्रमितों की पुष्टि होने पर इलाज मिल सके।

अस्पताल में आठ दिन से बंद पड़ी हैं ट्रू नेट मशीन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ही अब धत्ता साबित कर रहे है। कोरोना की जांच रिपोर्ट मात्र 45 मिनट में दिए जाने के लिए दूसरे राज्य से मंगवाई गई ट्रू नेट मशीन पिछले आठ दिन से बंद पड़ी है। कभी किट न आने तो कभी स्टाफ  का बहाना बनाकर ट्रू नेट मशीन को बंद कर देते हैं। गर्भवती महिलाओं के सैंपल तक की जांच नहीं की जा रही है। इतना ही नहीं दो अन्य ट्रू नेट मशीनों को अफसरों ने छुपाकर रखा हुआ है। इनमें एक क्षय रोग विभाग के पास है तो दूसरी मुरादनगर सामुदायिक केंद्र के पास है। यदि इनकी किट मंगाकर जांच शुरू कर दी जाए तो जिले के हजारों गंभीर मरीजों को लाभ मिल सकता है। मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेशभर के जिलों में ट्रू नेट मशीन लगाने के लिए खुद के प्लेन को भेजकर 80 मशीनें मंगवाई थीं। पहले चरण में गाजियाबाद समेत 21 जिलों को मशीनें भेजी गई। आठ जून को जिला एमएमजी अस्पताल में लगाई गई मशीन से अब तक आठ हजार सैंपलों की जांच हुई है। जिला एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ.अनुराग भार्गव का कहना है कि गंभीर मरीजों के साथ ही गर्भवती महिलाओं के सैंपलों की जांच वरीयता पर की जाती है। जांच रिपोर्ट 45 मिनट में आ जाती है। ट्रू नेट मशीन की किट खत्म हो गई है। शासन को इस संबंध में पत्र भेजा गया है। पूरे प्रदेश की ट्रू नेट मशीनों से जांच किट खत्म होने की वजह से बंद कर दी गई है। किट मिलते ही जांच शुरू कर दी जाएगी।