किसान की बेटी पूनम चौधरी सरकारी टीचर से बनीं पीसीएस

गाजियाबाद। अगर कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो कोई भी शक्ति उसे नहीं रोक सकती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है कि दिवंगत किसान की बेटी एवं दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल पंकज तोमर की पत्नी पूनम चौधरी ने। मूल रूप से गांव रईसपुर की रहने वाली पूनम चौधरी ने यूपीपीसीएस की परीक्षा में 38वीं रैंक प्राप्त कर गांव एवं जिले का नाम रोशन कर दिया। पूनम चौधरी के पीसीएस की परीक्षा करने के बाद फूड सेफ्टी ऑफिसर पर चयन हुआ हंै। पूनम चौधरी की फरवरी में जनपद बागपत के रहने वाले दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल पंकज तोमर के साथ शादी हुई थी। पति पंकज ने पूनम को सिविल सर्विस की तैयारी करने में पूरा सहयोग दिया। इनका पीसीएस में सलेक्शन होने के बाद वार्ड-35 रईसपुर गांव के निवासी पार्षद मनोज चौधरी,भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी राजवीर सिंह समेत गांव के लोगोंं ने पूनम चौधरी को गुलदस्ता भेंटकर उनकी कामयाबी पर उन्हें बधाई दी। गांव रईसपुर निवासी चौधरी मांगे राम सिंह का वर्ष-1995 में निधन हो गया था। पूनम के सिर से पिता का साया उठने के बाद इनकी माता जगबीरी देवी ने बेटी को पढ़ाया-लिखाया। पूनम चौधरी बुलंदशहर के सिकंद्राबाद में सरकारी स्कूल में टीचर है। सरकारी शिक्षक होने के साथ उन्होंने पढ़ाई को जारी रखते हुए पीसीएस-2018 परीक्षा दी। परीक्षा में 976 अभ्यार्थियों में 258 पदों पर चयनित महिला वर्ग में 38वीं रैंक प्राप्त कर खाद्य सुरक्षा अधिकारी के पद पर चयन हुआ। पूनम चौधरी ने अपनी इस कामयाबी का श्रेय गृहणी माता जगबीरी देवी और दो बड़े भाईयों को दिया। पूनम चौधरी पांच भाई-बहन में तीसरे नंबर की है। दो बड़े भाई और एक छोटा भाई-बहन है। किसान परिवार में जन्मी पूनम चौधरी ने माता जगबीरी देवी एवं दिवंगत पिता चौधरी मांगे राम सिंह का नाम रोशन कर दिया। इनके पीसीएस अधिकारी में चयन होने के बाद ग्रामीणों में खुशी की लहर है। पार्षद मनोज चौधरी ने कहा कि क्षेत्र में पूनम चौधरी पहली पीसीएस अधिकारी है। जिसने गांव और क्षेत्र का नाम रोशन किया है।