ग्राम प्रधानों समेत अन्य लोगों के साथ मिलकर बनाए टीबी मुक्त पंचायत: राकेश कुमार सिंह

-घर-घर जाकर टीबी संबंधी बीमारियों खांसी, बलगम, बुखार आदि को चिन्हित करने के निर्देश

गाजियाबाद। जिले में ग्राम प्रधानों और अन्य लोगों के साथ समन्वय बनाकर टीबी मुक्त पंचायत बनाई जाएगी। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने टीबी मुक्त पंचायत एवं आयुष्मान भव: कार्ड बनाने के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए यह दिशा-निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सिटी मजिस्ट्रेट शुभांगी शुक्ला,सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर, डिप्टी डीटीओ डॉ. अनिल, एसीएमओ डॉ. चरण सिंह, जिला आपूर्ति अधिकारी डॉ. सीमा चौधरी, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमरजीत सिंह आदि अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कहा कि जन जागरूकता से ही टीबी हारेगा और देश जीतेगा। उन्होंने कहा कि टीबी मुक्त पंचायत बनाने के लिए प्रत्येक बिंदू पर ध्यान देते हुए कार्ययोजना बनाए। इसके लिए ट्रैक, टेस्ट और ट्रीटमेंट (टीटीटी) के तहत रणनीति बनाते हुए कार्य करने की जरूरत हैं।

टीबी अभियान से जुडे सभी चिकित्सक व कर्मचारी सभी ग्राम पंचायतों में घर-घर जाकर टीबी संबंधी बीमारियों खांसी, बलगम, बुखार आदि के जिस व्यक्ति में लक्षण पाए जाते हैं उन्हें चिन्हित करें। चिन्हित लोगों की जांच कराएं। उनमें अगर टीबी के लक्षण पाए जाते हैं तो उनका  इलाज( ट्रीटमेंट) करवाएं। तभी टीबी मुक्त पंचायत अभियान सफल हो पाएगा। जिलाधिकारी ने बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी स्थिति में कोई भी ग्राम पंचायत,गांव,घर और कोई भी व्यक्ति छूटना नहीं चाहिए। टीबी को हराने के लिए हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए। गांव-गांव जाकर जन जागरूकता अभियान चलाए। ग्राम प्रधानों का इसमें सहयोग लेते हुए ग्रामीणों को एकत्र करें और बैठक करें। टीबी रोग के विशेष जानकारों द्वारा रोग के बारे में जानकारी देते हुए जागरूक करें।

जिलाधिकारी ने आयुष्मान भव: कार्ड बनाने के संबंध में बैठक में कहा कि वृहद स्तर पर अभियान चलाते हुए स्वास्थ्य विभाग, आपूर्ति विभाग और पंचायती विभाग समन्वय बनाकर अपने-अपने ब्लॉक नोडल अधिकारी,पंचायत नोडल अधिकारी और ग्राम टीम लीडर नियुक्त करें और उन्हें आदेशित करें कि वे आपसी समन्वय बनाते हुए कार्य करें। रोजाना की रिपोर्ट अपने अधिकारी को प्रेषित करते हुए शत-प्रतिशत अभियान को पूरा करें। किसी भी परिस्थिति में कोई भी लाभार्थी आयुष्मान कार्ड योजना से अछूता ना रहने पाए। ग्राम पंचायतों और नगर पंचायतों के लाभार्थियों के आयुष्मान भव:कार्ड एक सप्ताह के अंदर गुणात्मक पूर्ण बनाए जाए।