बेटी ने दी पिता को मौत: जिसका संवार रहे थे भविष्य उसी गोद ली बेटी ने प्रेमी के साथ मिलकर कर दी पिता की निर्मम हत्या

-हत्या के बाद फरार बेटी और उसके प्रेमी को पुलिस ने महाराष्ट्र से किया गिरफ्तार

गाजियाबाद। एक बार फिर शहर में खून के रिश्ते तार-तार हुए है। जिस बेटी को गोद लेकर वृद्ध पिता ने पाला। उसी बेटी ने प्रेम के खातिर अपने पिता के हाथ-पैर बांधकर गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। कौशांबी थाना पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए आरोपी नाबालिग बेटी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। बीते 22 सितंबर की रात में दिल्ली के अस्पताल में महिला स्वास्थ्यकर्मी के वृद्ध पति की हत्या गोद ली हुई 14 वर्षीय बेटी और उसके प्रेमी ने मिलकर की थी। मृतक उनके प्रेम संबंधों में बाधक बन रहा था। जिसके चलते हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
गुरुवार को कौशांबी थाने में हत्या की घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेन्द्र सिंह साहिबाबाद सीओ स्वतंत्र सिंह की मौजूदगी में बताया कि कौशांबी थाना प्रभारी प्रभात कुमार दीक्षित ने दारोगा योगेश कुमार टीम के साथ आरोपी राहुल कपूर चंद्र राठौर पुत्र कपूरचंद्र शंकर राठौर निवासी धानवाड़ जलगांव महाराष्ट्र एवं नाबालिग गोद ली मृतक की बेटी को महाराष्ष्ट्र से गिरफ्तार किया है। दोनों ने रस्सी से हाथ-पैर बांधा और रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों ही महाराष्ट्र भाग गए थे, जहां से पुलिस उन्हें पकड़ लाई।

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फायर फ्री गेम एप्लीकेशन पर हुई थी दोस्ती
एसपी सिटी ने बताया कि दोनों की दोस्ती फायर फ्री गेम एप्लीकेशन पर हुई थी। वैशाली सेक्टर-4 में 58 वर्षीय अनिल सक्सेना रहते थे। उनकी पत्नी पिंकी दिल्ली के मलेरिया विभाग में कार्यरत हैं। 22 सितंबर की शाम पिंकी जब फ्लैट पर पहुंची तो अनिल की लाश बेडरूम में पड़ी मिली। उनके हाथ-पैर पर रस्सी और टेप बंधी थी। रस्सी से गला घोंटा गया था। पिंकी ने इस मामले में 14 वर्षीय बेटी पर शक जाहिर किया था जो वारदात के बाद से गायब थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा देखा तो पिंकी की बेटी एक संदिग्ध युवक के साथ जाती हुई दिखीं। इस घटना की सूचना पर एसएसपी मुनिराज जी खुद स्थल पर पहुंचे थे। पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात कबूल कर ली। राहुल पिछले 7-8 महीने पहले फायर फ्री गेम पर उसकी दोस्ती अनिल सक्सेना की 14 वर्षीय बेटी से हुई थी। बाद में दोनों की इंस्टाग्राम और फिर वॉट्सएप पर बातचीत शुरू हो गई। कभी-कभी वे गूगल मीट के जरिए भी बात करते थे। अनिल सक्सेना को जब इस बात का पता चला तो उसने विरोध किया। उनकी बेटी ये बात अपने प्रेमी को बताती थी। बॉयफ्रेंड राहुल उससे बार-बार कहता था कि तुझे जल्द ही गाजियाबाद आकर ले जाउंगा और फिर हम दोनों साथ रहेंगे।

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हत्या से पूर्व प्रेमी पहुंचा महाराष्ट्र से वैशाली
आरोपी राहुल बस से जलगांव से इंदौर, ग्वालियर और दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर के नजदीक उतरा। दिल्ली में पड़पडग़ंज स्थित अंकुर होटल में रुका। 22 सितंबर की सुबह 11 बजे वह अनिल सक्सेना के फ्लैट में पहुंच गया। उस वक्त राहुल और उसकी नाबालिग गर्लफ्रेंड घर में अकेले मौजूद थीं। तभी अचानक अनिल सक्सेना वहां आ गए। राहुल छिप गया, लेकिन अनिल सक्सेना ने उसे देख लिया। जब अनिल सक्सैना अपनी बेटी को डाटा तो उसने राहुल के साथ मिलकर रस्सी से अनिल सक्सेना के हाथ-पैर बांध दिए और उन्हें बेड पर डाल दिया। इसके बाद दोनों ने रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। वारदात करके लड़की एक बैग में अपने कपड़े, माता-पिता के तीन क्रेडिट कार्ड लेकर अपने बॉयफ्रेंड के साथ महाराष्ट्र के लिए रवाना हो गई। वह ऑटो से अक्षरधाम मंदिर दिल्ली पहुंचे। यहां से कैब लेकर आगरा पहुंचे और फिर वहां से बस से जलगांव महाराष्ट्र चले गए।

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मृतक की बेटी ने बताया कि मां-बाप बॉयफ्रेंड से बातचीत का विरोध करते थे। इसलिए हत्या की। मृतक अनिल सक्सेना की पत्नी पूजा सक्सेना ने बताया कि इस बेटी को बरेली होम सेंटर से गोद लिया था। उस वक्त यह सिर्फ 7 दिन की थी। 14 साल से वे इसे अपना खून समझकर पाल रहे थे। बेटी को अच्छी शिक्षा दिलाई। फिलहाल वो 7वीं कक्षा में पढ़ रही थी। हमें नहीं पता था कि जिसके भविष्य के लिए इतना सोच रहे हैं, वही एक दिन हमारे साथ ऐसा करेगी।