आबकारी विभाग ने किया नकली शराब का भंडाफोड़, हापुड़ से नकली शराब बनाकर आसपास के जनपदों में होती थी सप्लाई

-होली में नकली शराब खपाने की तैयारी में जुटे माफिया
-183 नकली शराब का पव्वा, 870 इम्पीरियल ब्लू ब्रांड के नकली ढक्कन और 186 मिस इंडिया ब्रांड की खाली शीशी बरामद

गाजियाबाद। असली बोतल में नकली शराब और फिर मनमानी कीमत। होली का पर्व नजदीक आते ही अवैध शराब कारोबारी सक्रिय हो गए हैं। बढ़ते डिमांड को देखते हुए अवैध शराब का निर्माण कर ग्रामीण इलाकों में गुप्त जगह पर स्टॉक कर रहे हैं। शराब तस्कर भी अपने मुनाफे के लिए लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने से बाज नही आ रहें है। कुछ आपराधिक सोच वाले लोग नकली शराब बना मुनाफा कमाना चाहते हैं। इसमें उन्हें ज्यादा पैसा मिलता है, लेकिन नकली शराब का सेवन जानलेवा होता है। दरअसल नकली शराब बनाने का यह पूरा खेल मिथाइल अल्कोहल और इथाइल अल्कोहल का है। इथाइल अल्कोहल, जिससे शराब बनती है, प्राकृतिक प्रक्रमों से तैयार होता है, जबकि मिथाइल अल्कोहल फर्टिलाइजर इंडस्ट्री का वेस्ट होता है। अवैध शराब के कारोबार पर रोक लगाने के लिए आबकारी विभाग द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। आबकारी विभाग की टीम ने दबिश के दौरान नकली शराब का भंड़ाफोड़ करते हुए नकली शराब, खाली शीशी व ढक्कन बरामद किया गया। मगर टीम के पहुंचने से पहले तस्कर फरार हो गया।

आरोपी तस्कर हापुड़ में नकली शराब तैयार करने के बाद उन्हें शीशी में भरकर आसपास के जनपदों में सप्लाई करता था। खाली शीशी को लिक्विड का इस्तेमाल कर अच्छे तरीके से साफ कराने के बाद उसमें नकली शराब डालता है और पैक करने के बाद ब्रांडेड कंपनी का रैपर बोतल पर लगा देता है। ब्रांडेड कंपनी का रैपर लगने की वजह से आसानी से ऊंचे दामों में बेच दिया जाता है। शराब कारोबारी काफी मात्रा में नकली शराब ऊंचे दामों में खपाकर मोटी रकम कमाते थे। दरअसल आबकारी विभाग को सूचना मिली कि नकली शराब का कारोबार करने वाला तस्कर भारी मात्रा में अवैध शराब लेकर आया हुआ हैं। उक्त शराब को वह दुसरी खाली शीशी में भरने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई करता हैं। आबकारी विभाग की टीम ने बिना देरी किए बताए गए स्थान पर दबिश दी और नकली शराब के साथ-साथ शीशी और ढक्कन बरामद कर लिया। आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए घर के पास बनी भूसे कोठरी में नकली शराब, ढक्कन एवं खाली शीशी को छुपाया हुआ था।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि आबकारी निरीक्षक राकेश त्रिपाठी, आशीष पाण्डेय, अखिलेश बिहारी वर्मा, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, अभय दीप सिंह, अनुज वर्मा की टीम द्वारा मंगलवार देर शाम थाना भोजपुर की पुलिस टीम के साथ ग्राम अतरौली में दबिश की कार्यवाही की गई। दबिश के दौरान अरविंद पुत्र परमाल निवासी ग्राम सभा अतरौली भोजपुर के घर से भूसे में छिपाकर रखे गए 183 पौव्वा अवैध मिस इंडिया ब्रांड की नकली शराब, 870 इम्पीरियल ब्लू ब्रांड के नकली ढक्कन और 186 मिस इंडिया ब्रांड की खाली शीशी बरामद किया गया। टीम के पहुंचने से पहले तस्कर फरार हो गया। फरार तस्कर हापुड़ में नकली शराब तैयार करने के बाद हापुड़, मेरठ, गाजियाबाद समेत आसपास के जनपदों में नकली शराब की तस्करी करता था।

नकली शराब को खाली शीशी में भरकर उस पर अन्य ब्रांड का स्टीकर व बारकोड लगाकर उसे ग्रामीण क्षेत्रों में बेचता था। जिसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही हैं। क्योंकि नकली शराब के कारोबार में एक बड़ा नेटवर्क हो सकता हैं। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर उसके अवैध धंधे का खुलासा किया जाएगा। आरोपी हापुड़ में नकली शराब को तैयार करने के बाद उसे आसपास के जनपदों में सप्लाई करता था। जिसके खिलाफ आबकारी एवं कॉपीराइट अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए भोजपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया हैं।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि होली पर शराब के शौकीनों को बेहद सावधान और सतर्क रहना होगा क्योंकि इस बार होली पर राज्यभर में बड़े पैमाने पर नकली शराब खपाने की तैयारी है। हाथ में शराब उठाने से पहले एक बार देख लें कि शराब असली है या नहीं।

लाइसेंसी दुकान बंद होने व खुलने से पहले करता था तस्करी
तस्कर अरविंद का नेटवर्क इतना मजबूत है कि वह पिछले काफी समय से नकली शराब बनाने का कारोबार कर रहा था। हापुड़ में नकली शराब बनाने के बाद उसे आसपास के जनपदों में सप्लाई करता था। जिसकी भनक न तो हापुड़ पुलिस को और न ही हापुड़ के आबकारी विभाग को थी। आरोपी बताया लाइसेंसी शराब की दुकान बंद होने एवं खुलने से पहले शराब की बिक्री करता था। एक तो नकली शराब और ऊपर से शराब पर अंकित मूल्यों से 40 से 50 रुपए अधिक लेकर बेचता था। जिस तरह से वह लोगों की जिंदगियों के साथ खिलवाड़ करता आ रहा था। अगर गाजियाबाद का आबकारी विभाग समय पर कार्रवाई नही करता तो शायद इस गोरखधंधे का कभी किसी को पता नही चलता। आबकारी अधिकारी का कहना है कि हापुड़ के आबकारी विभाग की टीम से संपर्क कर जल्द ही बड़ी कार्रवाई की जाएगी और इस अवैध धंधे का खुलासा किया जाएगा।