शराब माफिया का चक्रव्यूह भेदने को सड़कों पर उतरी आबकारी विभाग की टीम

-शराब की दुकान, हाईवे, चेक पोस्ट पर चलाया चेकिंग अभियान

गौतमबुद्ध नगर। जनपद गौतमबुद्ध नगर में शराब माफिया का चक्रव्यूह तोडऩे के लिए जिला आबकारी विभाग हरसंभव कोशिश कर रहा है। शराब माफिया की कुंडली खंगालने के अलावा संभावित ठिकानों की पुख्ता जानकारी एकत्र की जा रही है। इसके बाद रणनीति के तहत छापामार कार्रवाई हो रही है। आबकारी विभाग के मंसूबों को देखकर शराब माफिया को निरंतर अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ रहा है। इसके बावजूद उन्हें जिले में पांव जमाने का मौका नहीं मिल पा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी के नजदीक जनपद गौतमबुद्ध नगर में शराब माफिया हमेशा आबकारी विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं रहे हैं। शराब माफिया की जड़ें काफी गहरी हैं। सख्ती होने पर वह अपनी रणनीति और ठिकानों में बदलाव कर लेते हैं। इसके चलते आबकारी विभाग को सधी रणनीति अपना कर कार्रवाई करनी पड़ती है।

गौतमबुद्ध नगर में पिछले कुछ समय से शराब माफिया और उनके गुर्गों की नींद उड़ी पड़ी है। इसका कारण साफ है कि विभाग ने अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं परिवहन की चेन तोडऩे के लिए प्रभावी कार्ययोजना अपना रखी है। इसके तहत शराब माफिया और उनके गुर्गों को संभलने का मौका नहीं दिया जा रहा है। आबकारी विभाग ने अपने नेटवर्क का विस्तार किया है। इसके अलावा सभी आबकारी निरीक्षकों के मध्य तालमेल को बढ़ाया गया है। निरीक्षक भी एक-दूसरे का भरपूर सहयोग कर सूचना का आदान-प्रदान कर रहे हैं। इसके नतीजे भी अच्छे मिल रहे हैं। आबकारी विभाग ने हाइवे, चेक पोस्ट, शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश एवं छापेमारी की कार्रवाई तेज कर दी है।

जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया जिले में अवैध शराब के निर्माण एवं बिक्री पर पूर्ण रुप से अंकुश लगाने को लेकर चलाए जा रहे विशेष प्रवर्तन अभियान के तहत शुक्रवार रात व शनिवार को आबकारी निरीक्षकों की टीम द्वारा चेकिंग एवं दबिश दी गई। साथ ही आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-6 नामवर सिंह की टीम द्वारा जेवर, जेवर टप्पल, माडलपुर स्थित दुकानों की एवं कैंटीन की गहनता से चेकिंग की गई। सेक्टर-3 शिखा ठाकुर द्वारा फेज-2 स्थित सेक्टर- 110, भंगेल एवं नंगला चरणदास देशी शराब, विदेशी मदिरा बियर दुकानों एवं कैंटीन की गहनता से चेकिंग की गई। सभी दुकानों पर नियमों को सुनिश्चित कराने के साथ ही दुकानों पर गोपनीय टेस्ट परचेज करवाया गया।

शराब तस्करों से निपटना कभी आसान नहीं रहा है, मगर अच्छी नीयत, ठोस रणनीति और बगैर दबाव के काम किया जाए तो परिणाम अच्छे मिलते हैं। उन्होंने कहा कि शराब माफिया को यह जान लेना चाहिए कि गाजियाबाद में उनकी दाल गलने नहीं दी जाएगी। इसके बाद भी यदि कोई शराब तस्कर या उसका गुर्गा नहीं मानता तो नियमानुसार कानूनी कार्रवाई करने को विभाग पीछे नहीं हटेगा। साथ ही शराब विक्रेताओं को अधिक से अधिक ऑनलाइन पैमेंट लेने के निर्देश दिए गए।