फर्जी नियुक्ति पत्र: आबकारी विभाग में नौकरी दिलाने दिलाने के पर नाम पर 6.50 लाख रुपए की ठगी

गाजियाबाद। आबकारी विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी लगवाने के नाम पर 6.50 लाख रुपए ठग लिए। पीडि़त से आरोपियों ने 10 लाख रुपए में सौदा किया था और 6.50 लाख रुपए लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। पीडि़त जब नियुक्ति पत्र लेकर मुजफ्फरनगर स्थित आबकारी ऑफिस पहुंचा तो फर्जीवाड़े का पता चला।इसके बाद पीड़ित ने नंदग्राम थाने में शिकायत दी है। पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

घूकना मोड़ में रहने वाले दुष्यंत का कहना है कि हरवंशनगर मास्टर कॉलोनी निवासी उसके दोस्त सूरज ने उन्हें अपने साथी अभिषेक व करन से मिलवाया था। अभिषेक कृष्णा गार्डन गोविंदपुरम और करन राजनगर एक्सटेंशन स्थित क्लासिक रेजीडेंसी का रहने वाला है। तीनों ने उससे कहा कि आबकारी विभाग में अधिकारियों से उनकी जान पहचान है। वह आबकारी विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी लगवा देंगे। लेकिन इसकी एवज में 10 लाख रुपए खर्च आएगा।

दुष्यंत उनके झांसे में आ गया और रुपए का इंतजाम कर उन्हें 6.50 लाख रुपए दे दिए। बाकी रकम नौकरी के लगने के बाद देने के लिए कहा।दुष्यंत का कहना है कि कुछ समय बाद जब नौकरी के बारे में पूछा तो आरोपियों ने उन्हें आबकारी विभाग का नियुक्ति पत्र थमा दिया और जनपद मुजफ्फरनगर जाकर ज्वाइन करने को कहा। दुष्यंत नियुक्ति पत्र लेकर मुजफ्फरनगर गए तो आबकारी विभाग के अधिकारियों ने उसे फर्जी बताया।

फर्जीवाड़े का पता लगने पर उन्होंने पुलिस अधिकारियों से गुहार लगाई। इस मामले की जांच एंटी फ्रॉड सेल को सौंपी गई। आरोप सही पाए जाने पर एफआईआर की संस्तुति की गई। इसके बाद नंदग्राम थाने में केस दर्ज किया गया। एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह ने बताया कि सूरज, अभिषेक, करण के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया गया है। साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।