14.80 करोड़ के घोटाले में पूर्व गृह मंत्री गिरफ्तार

विपुल चौधरी को घर से उठा ले गई पुलिस

अहमदाबाद। गुजरात में डेयरी घोटाला केस में फंसे पूर्व गृह राज्य मंत्री विपुल चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। रविवार की सुबह पुलिस टीम अचानक गांधीनगर में चौधरी के आवास पर पहुंची। बाद में उन्हें अपने साथ ले गई। इस कार्रवाई से सियासी गलियारों में एकाएक खलबली मच गई। गुजरात पुलिस की सीआईडी क्राइम ने यह कार्रवाई की है। पूर्व गृह राज्य मंत्री विपुल चौधरी के खिलाफ 14.80 करोड़ रुपए के घोटाले में पुलिस ने यह कदम उठाया है। सीआईडी क्राइम के मुताबिक दूध सागर डेयरी के 1932 कर्मचारियों को बैंक खाते के जरिए बोनस जारी किया गया था, मगर बाद में उनसे 14.80 करोड़ रुपये वापस ले लिया गया। ट्रिब्यूनल ने निर्धारित समयावधि में विपुल चौधरी को 9 करोड़ रुपये वापस करने के लिए आदेश दिए थे। सीआईडी ने बताया कि चौधरी को 22 करोड़ रुपये का 40 फीसदी वापस करने को कहा गया था, क्योंकि डेयरी को 22 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन से बिना सलाह किए मवेशियों का चारा महाराष्ट्र भेज दिया गया था। हालांकि विपुल चौधरी ने इस बीच दावा किया है कि अकाल प्रभावित महाराष्ट्र में मवेशी चारा भेजने को घोटाला नहीं कहा जा सकता है। चौधरी ने यह भी कहा कि उन्होंने 40 प्रतिशत राशि लौटा दी थी। दावा है कि उन्होंने अपनी भूमि की बिनाह पर कर्ज लेकर यह राशि लौटाई है। बता दें कि विपुल चौधरी की गिरफ्तारी मेहसाणा दूध सागर डेयरी चुनाव से कुछ दिन पहले हुई है। यह चुनाव अगले साल 5 जनवरी को होने वाले होने वाला है। ऐसे में चर्चाएं चल पड़ी हैं। पूर्व गृह राज्य मंत्री की गिरफ्तारी को चुनावी दृष्टि से जोड़कर देखा जा रहा है। उधर, पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच चल रही है। जांचोपरांत अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।