जीडीए ने इंदिरापुरम में खोजे अपने करोड़ों रुपए कीमत के 3 भूखंड

-चिकंबरपुर में 500 करोड़ रुपए की 24 एकड़ जमीन पर भूखंड काटने की प्लानिंग

गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने अपनी योजनाओं में अब रिक्त पड़ी भूमि एवं भूखंडों को खोजना शुरू कर दिया है। एंटी भू-माफिया अभियान के तहत इंदिरापुरम में जहां करोड़ों रुपए कीमत के 3 भूखंड ढूंढ निकाले गए। वहीं, आनंदविहार बॉर्डर से सटे चिकंबरपुर में लगभग 500 करोड़ रुपए की 24 एकड़ जमीन पर भी अब जीडीए भूखंड काटने की प्लानिंग कर रहा हैं। चिकंबरपुर में इस जमीन से पहले अतिक्रमण हटाया जाएगा। उसके बाद जमीन पर भूखंडों की स्कीम लाने की योजना की जाएगी। चिकंबरपुर की इस जमीन पर अतिक्रमण कर बड़ी संख्या में लोगों ने कब्जा कर रखा है। जीडीए के तहसीलदार एवं प्रवर्तन जोन-6 के प्रभारी दुर्गेश सिंह ने बताया कि इंदिरापुरम में जहां 3 भूखंड खोजकर निकाले गए है।

वहीं,करीब 70 फाइलें जमीनों से संबंधित भी मिली है।इनमें से अधिकांश के मामले में कोर्ट में लंबित है। उनका कहना है कि चिकंबरपुर में जीडीए की करीब 24 एकड़ जमीन है। इस जमीन का पूर्व मेंं सर्वे कर चिन्हित किया गया था। जीडीए के प्रवर्तन जोन-7 एवं 8 क्षेत्र अंतर्गत आने वाले चिकंबरपुर में उक्त जमीन से कब्जा हटाने के लिए प्रवर्तन जोन प्रभारियों को लिखित में दिया जा चुका है। उक्त जमीन से अतिक्रमण हटाकर कब्जामुक्त कराने की कार्रवाई प्रवर्तन जोन-7 व 8 द्वारा की जानी हैं। जीडीए के तहसीलदार दुर्गेश सिंह का कहना है कि इंदिरापुरम में करोड़ों रुपए कीमत के यह भूखंड है। इसके अलावा करोड़ोंं रुपए की बेशकीमती चिकंबरपुर में जमीन से जल्द कब्जा हटाए जाने के बाद इस जमीन पर आवासीय एवं कॉमर्शियल भूखंडों की स्कीम लाई जा सकती हैं। इससे जीडीए को करीब 500 करोड़ रुपए की यह जमीन मिलने के बाद इससे आय में बढ़ोतरी होगी।

दरअसल, जीडीए के प्रवर्तन जोन क्षेत्र की टीमों द्वारा शहर में अवैध निर्माण को लेकर प्रत्येक जोन क्षेत्र में कार्रवाई भी की जा रही है। मगर दिल्ली से सटे आनंदविहार के सामने चिकंबरपुर में करोड़ों रुपए की जमीन कब्जा मुक्त कराने में देरी हो रही हैं। इस जमीन को कई माह पहले चिन्हित करने के बाद अब इस जमीन को कब्जामुक्त कराया जाना है। जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह का प्रयास है कि वैशाली से मोहननगर तक मेट्रो ट्रेन का संचालन किया जाए।मगर मेट्रो ट्रेन के लिए फंडिंग की व्यवस्था करना बड़ी चुनौती दिख रही है। ऐसे में जीडीए अगर चिकंबरपुर की इस 24 एकड़ जमीन को कब्जामुक्त कराकर जल्द कब्जा लेता है तो मेट्रो ट्रेन विस्तार के लिए करीब 500 करोड़ रुपए की समस्या दूर हो सकती है। चिकंबरपुर में उक्त जमीन पर आवासीय एवं कॉमर्शियल भूखंडों को काटकर स्कीम भी लांच करने से जीडीए को करोड़ों रुपए की आय हो सकेगी। वहीं, इंदिरापुरम के भूखंडों को नीलामी में बेचकर जीडीए को करोड़ों रुपए की आय हो सकेगी।