जीडीए ने वन महोत्सव में मियावाकी पद्धति से लगाए 28 हजार पौधे

गाजियाबाद। पर्यावरण को संरक्षित रखने एवं शहर को हरा-भरा बनाने के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा मियावाकी पद्धति से पौधे रोपित कर रहा है। जीडीए द्वारा एक जुलाई से मनाए जा रहे वन महोत्सव के तहत अब तक 28 हजार से ज्यादा पौधे रोपित कर चुका है। एक हफ्ते का यह वन महोत्सव आगामी 7 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान जीडीए के उद्यान अनुभाग द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों पर पौधारोपण कराया जा रहा है।
प्रदेश शासन ने इस बार मानसून सत्र में जीडीए को शहर में 1.30 लाख पौधे रोपित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसकी शुरुआत एक जुलाई से वन महोत्सव के रूप में की गई है। एक हफ्ते तक चलने वाला यह वन महोत्सव सात जुलाई तक चलेगा।

जीडीए के उद्यान प्रभारी एसके भारती ने बताया कि वन महोत्सव के तहत मियावाकी पद्धति से पौधे रोपित कराए जा रहे है। यानि कि एक ही स्थान पर घनी संख्या में पौधे रोपित कर जंगल तैयार करना है। एक जुलाई से अब तक 28 हजार से ज्यादा पौधे लगाए जा चुके हैं। यह पौधे इंद्रप्रस्थ योजना के अलावा कोयल एन्क्लेव, मधुबन-बापूधाम योजना समेत अन्य योजनाओं में लगाए जा रहे हैं। आज गुरूवार और शुक्रवार को मधुबन-बापूधाम योजना में पौधारोपण किया जाएगा। इसमें ज्यादा से ज्यादा स्थानों पर मियावाकी पद्धति से पौधे लगाए जा रहे हैं। ताकि कम जमीन पर अधिक से अधिक पौधारोपण किया जा सकें।

उद्यान प्रभारी ने बताया कि वन महोत्सव से पौधरोपण अभियान की शुरुआत कर दी गई है। सात जुलाई तक यह अभियान चलेगा। इसी दिन भव्य कार्यक्रम भी आयोजित कराया जाएगा। इस दिन 40 हजार से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य हैं। इसमें हिंदुस्तान लिवर कंपनी से लेकर सामाजिक संस्थाएं, एओए, आरडब्ल्यूए, बिल्डरों एवं सोसायटी की मदद ली जाएगी। लोगों को ज्यादा से ज्यादा पौधे रोपित करने के लिए जागरूक किया जाएगा। इसके लिए अभियान भी चलाया जाएगा। ताकि अधिक से अधिक लोग पौधारोपण अभियान में शामिल होकर पौधे रोपित करें।