कोलकाता और मुंबई बंदरगाह से जुड़ेगा नोएडा एयरपोर्ट दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई रेलवे रूट को इंटरकनेक्ट करने के लिए जेवर में बनेगा रेलवे जंक्शन

नोएडा एयरपोर्ट के पास एक बड़ा रेलवे जंक्शन बनेगा। यह जंक्शन दिल्ली-हावड़ा रेल रूट और और दिल्ली-मुंबई रेल रेल रूट को कनेक्ट करेगा। इस तरह से यमुना सिटी मुंबई और कोलकाता बंदरगाह से डॉयरेक्ट जुड़ जाएगा और उद्यमियों को एक्सपोर्ट-इंपोर्ट में काफी मदद मिलेगी। एयरपोर्ट पर रेलवे जंक्शन बनाने को लेकर उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी दुर्गा शंकर मिश्र ने रेलवे वोर्ड के अध्यक्ष अनिल कुमार लाहोटी को पत्र भेजा है। जिसमें चोला से पलवल रेलवे स्टेशन तक रेल लाइन बिछाने की बात कही गई है। यह रेलवे लाइन 27.6 किमी लंबा होगा।

विजय मिश्रा (उदय भूमि ब्यूरो)
ग्रेटर नोएडा। यमुना सिटी भविष्य में देश का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बनकर उभरेगा। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में तेजी से औद्योगिक निवेश बढ़ रहा है और एयरपोर्ट, फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क, लॉजिस्टिक पार्क जैसी बड़ी परियोजनाओं पर काम चल रहा है। जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। यहां 6 रन-वे होंगे और इंटरनेशनल ट्रांजिट होगा। एमआरओ बनने के बाद यमुना सिटी एविएशन इंडस्ट्री का हब बन जाएगा। इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुए यमुना प्राधिकरण द्वारा नोएडा एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी पर हर तरीके से फोकस कर रहा है। नोएडा एयरपोर्ट कनेक्टिविटी के मामले में देश के सभी एयरपोर्ट से बेहतर होगा। नोएडा एयरपोर्ट हवाई मार्ग के अलावा सड़क मार्ग और रेल मार्ग के जरिये देश के सभी प्रमुख शहरों से डॉयरेक्टर जुड़ेगा। यमुना सिटी इंडस्ट्रियल हब बनेगा ऐसे में तैयार माल को बंदरगाह तक पहुंचाने के लिए एयरपोेर्ट कोलकाता और मुंबई बंदरगाह से जोड़ने की परियोजना पर मंथन हो रहा है। नोएडा एयरपोर्ट के पास एक बड़ा रेलवे जंक्शन बनेगा। यह जंक्शन दिल्ली-हावड़ा रेल रूट और और दिल्ली-मुंबई रेल रेल रूट को कनेक्ट करेगा। इस तरह से यमुना सिटी मुंबई और कोलकाता बंदरगाह से डॉयरेक्ट जुड़ जाएगा और उद्यमियों को एक्सपोर्ट-इंपोर्ट में काफी मदद मिलेगी। एयरपोर्ट पर रेलवे जंक्शन बनाने को लेकर उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी दुर्गा शंकर मिश्र ने रेलवे वोर्ड के अध्यक्ष अनिल कुमार लाहोटी को पत्र भेजा है। जिसमें चोला से पलवल रेलवे स्टेशन तक रेल लाइन बिछाने की बात कही गई है। यह रेलवे लाइन 27.6 किमी लंबा होगा।
यमुना प्राधिकरण ने बोर्ड बैठक में दिल्ली-कलकत्ता रेलमार्ग में चोला से जेवर एयरपोर्ट तक रेल लाइन के लिए प्रस्ताव पास किया था। यह कॉरिडोर 20 किमी का था। अब इस कॉरिडोर में कुछ बदलाव करते हुए प्रदेश सरकार की ओर से मुख्य सचिव ने रेलवे बोर्ड को अपना प्रस्ताव भेज दिया है। तय किया गया है कि दिल्ली-कलकत्ता रेलमार्ग के चोला रेलवे स्टेशन से और दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग में पलवल स्टेशन तक वाया जेवर एयरपोर्ट होते हुए कॉरिडोर बनाया जाए। यह दूरी करीब 27.6 किमी होगी। इसमें जेवर में बड़ा रेलवे स्टेशन बनाया जाए। प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि इसके बनने से इस इलाके को बड़ा फायदा मिलेगा। इस नये रेलमार्ग के बनने से दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, हरियाणा, राजस्थान समेत तमाम राज्यों तक पहुंच आसान हो जाएगी। देश के दो प्रमुख बंदरगाह मुंबई और कोलकाता से जुड़ने की वजह से उद्यमियों को काफी लाभ मिलेगा। जेवर वाया चोला होते हुए आनंद विहार दिल्ली तक स्पेशल ट्रेन चलाई जा सकेंगी। दिल्ली-कोलकाता रेलमार्ग के बराबर से डेडीकेटेड फ्रेटकॉरिडोर गुजर रहा है। चोला रेलवे स्टेशन के पास यह प्रस्तावित नये रेलमार्ग से जुड़ जाएगा। न्यू दादरी में ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर मिल रहे हैं। इसका फायदा जेवर एयरपोर्ट और उद्योगों को मिलेगा।

उद्योगों के लिए माल ढुलाई होगी आसान
लॉजिस्टिक हब से उद्योगों के लिए माल ढुलाई की राह आसान हो जाएगी। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण के उद्योगों की जरूरत को देखते हुए यह परियोजना बेहद अहम है। मुंबई, कोलकाता सहित अन्य बंदरगाह तक माल भेजने में जहां चार से पांच दिन लगता है, इसके शुरू होने के बाद माल 24 घंटे में पहुंच सकेगा। लॉजिस्टिक हब में वेयर हाउस, कोल्ड स्टोर, इत्यादि भी बनेंगे।

एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी की भी है तैयारी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक सिक्स लेन एक्सप्रसेवे का निर्माण होगा। योजना है कि इस एक्सप्रेसवे को नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से कनेक्ट किया जाएगा। इससे नोएडा एयरपोर्ट पर उतरने वाले यात्रियों को विभिन्न दिशाओं में जाने में आसानी होगी। लोग यमुना एक्सप्रेसवे के जरिए यूपी के विभिन्न इलाकों से सीधे जुड़ सकेंगे। इसके अलावा नए बन रहे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को भी इस एक्सप्रेसवे से कनेक्ट किया जाएगा। इससे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरने वाले कार्गो को देश के विभिन्न इलाकों में रोड के जरिए भी तेजी से पहुंचाने में कामयाबी मिलेगी।