गोल्ड तस्करी केस : डी कंपनी पर शक गहराया

अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम की भूमि की जांच

कोच्चि। केरल में सोना तस्करी प्रकरण में अंडरवर्ल्ड की संलिप्तता होने की आशंका जाहिर की गई है। नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम और डी कंपनी की भूमिका से इंकार नहीं किया है। दाऊद और डी कंपनी के कनेक्शन की जांच चल रही है। सोने की तस्करी से प्राप्त मुनाफे का प्रयोग देशविरोधी गतिविधियों और आतंकी कार्यों में होने की आशंका संबंधी खुफिया जानकारी है। सोना तस्करी प्रकरण की जांच नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) कर रही है। एनआईए ने प्रकरण की जांच को आगे बढ़ाने हेतु सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में रखने की जरूरत पर जोर दिया है। एजेंसी ने सभी आरोपियों की जमानत याचिकाओं का विरोध किया है। एनआईए के मुताबिक केस के आरोपी रमीस ने तंजानिया का कई बार दौरा किया। एनआईए की पूछताछ में रमीस ने खुलासा किया है कि वह तंजानिया में हीरे का कारोबार करने के प्रयास में था। रमीस ने तंजानिया में सोना खनन का लाइसेंस लेने की भी भरपूर कोशिश की थी, मगर इसमें कामयाब नहीं हो सका। पूछताछ में आरोपी ने एनआईए को बताया कि तंजानिया में सोना खरीदने के बाद यूएई में बेच दिया था। उधर, सोना तस्करी केस की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी कर रहा है। ईडी की गिरफ्तारी से बचने को केरल के मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव एम शिवशंकर ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर अग्रिम जमानत का अनुरोध किया है। याचिका में शिव शंकर ने कहा है कि एक जिम्मेदार सरकारी सेवक के रूप में उन्होंने अपराध की जांच में अधिकतम सहयोग किया है। पिछले एक माह के भीतर अलग-अलग एजेंसियों ने उनसे 90 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की है, मगर उनके खिलाफ अदालत में किसी जांच एजेंसी ने रिपोर्ट नहीं सौंपी। बता दें कि केरल सोना तस्करी केस में आतंकी कनेक्शन की जांच एनआईए कर रही है। इस मामले के सामने आने के बाद से केरल की सियायत और सरकारी मशीनरी में हड़कंप मचा है।