होली मिलन: फूलों और गुलाल से खेली गई जमकर होली

-इंदिरापुरम वैश्य अग्रवाल परिवार की ओर से होली मिलन समारोह में वृदांवन के कलाकारों ने बांधा समां
-गौरवशाली रहा हैं वैश्य समाज का इतिहास: डॉ अनिल अग्रवाल

गाजियाबाद। होली को लेकर शहर में उत्सव का दौर शुरू हो गया है। शहर में कई स्थानों पर होली मिलन समारोह आयोजित किए गए। कहीं फूलों की होली तो कहीं जमकर गुलाल उड़ा। उत्सव की शुरुआत सांस्कृतिक कार्यक्रमों से हुई। इंदिरापुरम स्थित अहिंसा खंड ओरेंज कंट्री क्लब में शनिवार शाम इंदिरापुरम वैश्य अग्रवाल परिवार की ओर से होली मिलन समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद डॉ अनिल अग्रवाल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए उन्होंने लोगों से भाईचारे के इस पर्व को सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाने की अपील की। पार्षद अभिनव जैन और मंजुला गुप्ता विशिष्ट अतिथि रहे।

अध्यक्ष अनिल जैन व संयोजक प्रदीप गुप्ता, महामंत्री प्रदीप आर्य, कोषाध्यक्ष शिव कुमार गुप्ता, विशिष्ट सहयोगी सरवन कुमार गर्ग, नरेश जिंदल, संरक्षक सीमांत गुप्ता ने अतिथियों को पटका एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान्नित किया। होली मिलन समारोह में मथुरा से आए कलाकारों ने रंगारंग कार्यक्रम पेश किया। मयूर नृत्य समेत एक से बढ़कर एक गीतों की कलाकारों ने प्रस्तुति कर मौजूद लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। राधा कृष्ण की मंडली ने सबको लठमार होली से आनंदित किया और फूलों की होली से सबका मन जीत लिया।

बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किया। होली के गीतों के साथ फूलों और गुलाल से जमकर होली खेली गई। चंदन से तिलक कर अतिथियों का स्वागत किया गया। बाद में सभी ने स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाया। सांसद डॉ अनिल अग्रवाल ने कहा वैश्य समाज का इतिहास गौरवशाली रहा है। समाज की अंतिम पंक्ति पंक्ति में खड़े व्यक्ति को सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक विकास की मुख्य धारा में जोड़ा जाएगा। वैश्य समाज का योगदान विस्मृत नही किया जा सकता। जब भी जरूरत पड़ी यह समाज आगे आकर राष्ट्र व समाज के हित में सहयोगी रहा है। हमें विश्वास है कि समाज की यह गौरवशाली इतिहास व परंपरा आगे भी कायम रहेगी।

अध्यक्ष अनिल जैन ने कहा कि संस्कृति का ज्यादा से ज्यादा प्रचार हो और नई पीढ़ी अपनी संस्कृति के साथ जुड़े रहे। इस उद्देश्य से ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिससे आने वाली पीढ़ी अपनी संस्कृति को जान सके। साथ ही संस्कृति का संरक्षण कर सके। लोगों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पहली बार है कि जब फूलों की होली का आयोजन किया जा रहा है। राधा-कृष्ण की झांकी के साथ फूलों की होली से माहौल आनंदमय हो गया।
संयोजक प्रदीप गुप्ता ने कहा होली आपसी सौहार्द का पर्व है।

रंग-गुलाल का यह त्योहार एकता का संदेश देता है। यह त्योहार हमें आपसी भेदभाव भुलाकर मिलजुल कर रहने का संदेश देता है। ताकि पर्व के दौरान किसी भी तरह का वाद विवाद ना हो। इस पर्व में लोग सभी तरह की गिले-शिकवे को भूल कर लोग एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाते हैं। साथ ही होली में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो हुड़दंग मचाने से भी परहेज नहीं करते हैं। होली के दौरान जबरन रंग गुलाल नहीं लगाए। इस दौरान वैश्य अग्रवाल सभा की अध्यक्ष किरण गुप्ता, अग्र रतन महेश गोयल, कार्यक्रम संचालन सपना बंसल, पूर्व अध्यक्ष महानंद अग्रवाल, रिटायर जज एनके गर्ग प्रमुख रहे।