महापौर ने कब्जा मुक्त कराई 700 करोड़ की भूमि

-तालाब व सरकारी जमीन पर कब्जा नहीं होगा बर्दाश्त: सुनीता दयाल

गाजियाबाद। नगर निगम की सरकारी भूमि पर कब्जा करने वाले भू-माफियाओं के कब्जे से महापौर सुनीता दयाल के प्रयास से अब तक लगभग 700 करोड़ रुपए की भूमि निगम द्वारा कब्जा मुक्त कराई जा चुकी हैं। इसी क्रम में शनिवार को महापौर सुनीता दयाल ने पार्षद पवन कुमार, पार्षद अमित त्यागी, संपत्ति अधीक्षक भोलानाथ, लेखपाल आदि के साथ वार्ड-18, वार्ड-24 और वार्ड-42 में तालाब व सरकारी जमीन पर कब्जा होने पर मौके पर जाकर जायजा लिया। महापौर ने रजापुर स्थित तालाब की जमीन पर कब्जा कर रखे गए सामान को हटाने के लिए तीन से चार दिन की मोहलत देने के निर्देश दिए।

महापौर का कहना है कि लगातार भूमि कब्जा मुक्त कराने की कार्रवाई निगम द्वारा की जा रही है कुछ ही दिनों में लगभग 700 करोड़ की भूमि कब्जा मुक्त कराई गई है। इसमें पार्षदों और निगम टीम का सहयोग मिला। गांव रजापुर, महरौली, नायफल, चिकंबरपुर, नंदग्राम, अर्थला, न्यू हिंडन विहार, शाहपुर-बम्हैटा आदि गांवों में जमीन पर कब्जा होने की शिकायत मिली है। महापौर ने वार्ड-18 रजापुर गांव में तालाब की जमीन का निरीक्षण किया।

महापौर से जमीन पर काम कर रहे लोगों ने समय देने का अनुरोध किया ताकि वह किराए पर कोई व्यवस्था कर अपना सामान शिफ्ट कर सकें। महापौर ने तीन-चार दिन का समय देते हुए कहा कि किसी के सामान का नुकसान न हो। इसी तरह वार्ड-24 अंतर्गत गांव महरौली स्थित नगर निगम बालिका विद्यालय के पास की भूमि, वार्ड-24 नायफल श्मशान घाट के पास भूमि एवं वार्ड-42 शिव मंदिर छठ घाट के पास तालाब की भूमि का निरीक्षण किया। महापौर ने संपत्ति अधिकारी एवं संपत्ति अधीक्षक भोलानाथ गौतम को निर्देश देते हुए कहा कि जल्द ही उक्त स्थानों से निगम की जमीन को कब्जा मुक्त कराया जाए। ऐसी व्यवस्था की जाए कि फिर से इन जमीनों पर कोई कब्जा न कर पाए। बाकी भूमि पर भी जल्द निगम अपना कब्जा लें। यों पर भी निगम अपना कब्जा लें।

कब्जा मुक्त कराई गई जमीन पर खड़ा किया पिलर, ध्वस्त
महापौर ने कैला भट्टा में कब्जा मुक्त कराई गई जमीन पर पिलर खड़ा किए जाने के बाद उसे तोड़े जाने पर तत्काल निर्माण करने के निर्देश दिए हैं। महापौर ने स्वयं जाकर जमीन कब्जा मुक्त कराई थी। इस जमीन पर निगम पिलर खड़ा कर तार फेंसिंग का कार्य करा रहा है। महापौर को सूचना मिली कि उक्त स्थल पर कई पिलर तोड़ दिए गए हैं। महापौर ने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि तत्काल पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच कर पिलर खड़ा करने की कार्रवाई की जाए।

निगम की नर्सरियों में हो रहा था मछली और रोड़ी-बदरपुर का धंधा
नगर निगम से नर्सरी का आवंटन कराकर मछली और रोड़ी-बदरपुर का कारोबार करने वालों पर नगर निगम ने कार्रवाई तेज कर दी है। अभियान चलाकर नर्सरियों का निरीक्षण किया जा रहा है। साथ ही आवंटन से अधिक भूमि का उपयोग करने वालों पर भी कार्रवाई की जा रही है। शनिवार को महापौर सुनीता दयाल ने उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह के साथ शहर में संचालित हो रही कई नर्सरी का निरीक्षण किया। महापौर को निरीक्षण के दौरान नर्सरियों में कहीं मछली कटती हुई मिली तो कहीं पर रोड़ी-बदरपुर का धंधा किया जाते हुए मिला।

महापौर ने शास्त्रीनगर और राजनगर स्थित वीर नर्सरी, संत बाबा नर्सरी, स्टार नर्सरी, वाटिका प्लानर नर्सरी, वरुण एग्रो, बनारसी नर्सरी का निरीक्षण किया। इन नर्सरियों में अलग धंधे मिलते हुए मिले। इनमें किसी में फेब्रिकेट का कार्य, मछली काट कर बेचना, रोड़ी-बदरपुर बेचना, पक्के कमरे बना लेने और मूर्ति बनाना, जरूरत से अधिक गमले रखे मिले। महापौर ने उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज सिंह को मौके पर निर्देश दिए कि इन नर्सरी के आवंटन को निरस्त करने की कार्रवाई करें। नर्सरियों के लिए आवंटित भूमि कम है, मगर नर्सरी संचालकों ने आवंटन से अधिक नर्सरी भूमि पर गमले व पौधे रखे हुए है। इनके खिलाफ भी निगम अब कार्रवाई करेगा।