उत्तराखंड में होगा मिथिला विभूति विद्यापति का सम्मान

अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा की मांग पर उत्तराखंड सरकार ने दिया आश्वासन

उदय भूमि संवाददाता
देहरादून। बिहार के गौरव एवं मिथिला विभूति महाकवि विद्यापति के सम्मान में उत्तराखंड सरकार द्वारा महाकवि के नाम पर किसी धार्मिक संस्था का नामकरण किया जाएगा। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा की मांग पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रयास करूंगा की जल्द इसको अमलीजामा पहनाया जा सके। महासभा ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि देवभूमि उत्तराखंड स्थित केदारनाथ एवं बद्रीनाथ में किसी सरकारी धार्मिक संस्था का नामकरण विद्यापति के नाम पर किया जाए।
अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने शुक्रवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान राजनीतिक चर्चाओं के बाद बिहार एवं मिथिलांचल को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान तरुण मिश्र ने मुख्यमंत्री से तीर्थनगरी केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम के किसी सरकारी धार्मिक संस्था का नामकरण आदि कवि विद्यापति के नाम पर करने की बात रखी। इस पर मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि मैं इस विषय का विशेष ध्यान रखूंगा। आवश्यक चर्चा करने के बाद कोशिश करूंगा कि जल्द इस काम को अमलीजामा पहनाया जा सके। विदित हो कि महान विद्वान महाकवि विद्यापति भगवान शिव के अनन्य भक्त थे। धार्मिक कथा के अनुसार उनकी भक्ति से भगवान शिव इतने प्रसन्न हुए कि नौकर बनकर उनके घर में रहे। विद्यापति भारतीय साहित्य की श्रृंगार एवं भक्ति परंपरा के प्राचीन स्तंभ हैं। संस्कृत और मैथिली भाषा में रचित इनकी रचनाएं साहित्य की अमूल्य रचनाएं हैं। विद्यापति के प्रति बिहार विशेषकर मिथिलांचल के लोगों का अनन्य सम्मान एवं श्रद्धा भाव है। केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में भगवान भोले के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों में उत्तराखंड के बाद सबसे अधिक संख्या बिहार के लोगों की होती है। बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र के लोग सबसे अधिक संख्या में इन दोनों धार्मिक स्थानों पर आते हैं। ऐसे में यदि यहां पर किसी संस्था का नामकरण विद्यापति के नाम पर होता है तो वहां के लोगों को सुखद अनुभूति होगी। ब्राह्मण महासभा ने मुख्यमंत्री के समक्ष उत्तराखंड में सरकारी एवं पूर्व सैनिकों की जमीन पर भू-माफिया द्वारा कब्जा किए जाने का भी मामला उठाया। मुख्यमंत्री को 6 वीरता पुरस्कार से सम्मानित एक पूर्व सैनिक परिवार की जमीन पर भू-माफिया द्वारा कब्जा किए जाने की जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने तत्काल इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों को कार्रवाई का आदेश दिया है।