नगर आयुक्त ने खंगाली फाइलें, अव्यवस्थित मिलने पर लगाई फटकार

-नगर आयुक्त के निरीक्षण से कर्मचारियों में मचा हड़कंप

गाजियाबाद। नगर निगम मुख्यालय स्थित निगम के विभागों में बुधवार को फाइलों के रखरखाव एवं रजिस्टर मेंटेन किए जाने को लेकर नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने कई विभागों में पहुंंचकर फाइलों के रखरखाव की जांच की। वहीं, खुद ही फाइलों का रजिस्टर से भी मिलान किया। विभागों की फाइलें व्यवस्थित नहीं मिलने पर नगर आयुक्त ने प्रभारी एवं बाबुओं को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने एक सफ्ताह में फाइलों का रखरखाव दुरूस्त करने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने अपर नगर आयुक्त शिवपूजन यादव के साथ विभागों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने विभागों में फाइलों को चेक किया। वहीं,रजिस्टर से भी फाइलों का मिलान किया। नगर आयुक्त के औचक निरीक्षण से विभाग के कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति बनी रहीं। निरीक्षण के जरिए नगर निगम के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों द्वारा सभी दस्तावेज एवं फाइलें बेहतर तरीके से विभागों में रखी रहे। इसलिए नगर आयुक्त ने लगातार कार्रवाई भी कर रहे हैं।

उन्होंने सभी विभाग के अध्यक्षों को अपने-अपने पटल पर फाइलों के बेहतर तरीके से रखरखाव किए जाने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने सभी विभागों में पहुंचकर मौके पर फाइलों को खुद ही सेफ से निकालकर उन्हें चेक किया और रजिस्टर से मिलान भी कराया। उद्यान विभाग में फाइलों का रखरखाव तथा रजिस्टर में मिलान न पाए जाने पर कर्मचारियों को कड़े निर्देश दिए।इसके साथ ही एक सप्ताह में सभी फाइलों को रजिस्टर में दर्ज कराने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने संपत्ति अधीक्षक भोलानाथ गौतम की फाइलों की जांच की। वहीं, लेखाधिकारी को भी फाइलों के रखरखाव पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए। इसके अलावा अधिष्ठान विभाग, निर्माण विभाग, जलकल, स्वास्थ्य विभाग की फाइलों के रखरखाव की जांच की।

उद्यान विभाग के प्रभारी को बेहतर तरीके से फाइलों का रखरखाव किए जाने के लिए निर्देशित किया। आमतौर पर देखा जाता है कि सरकारी कार्यालयों में फाईलों को रखने के बाद अधिकारी खुद भूल जाते हैं कि उन्होंने फाईल कहां रखी हैं। निगम की कार्यशैली का सुधारने के लिए नगर आयुक्त प्रतिदिन निगम अधिकारी एवं कर्मचारियों को नया पाठ पढ़ा रहे है। जिससे नगर निगम की कार्यशैली में सुधार हो सकें। इसी तरह फाईलों को बेहतर तरीकें से रखने के निर्देश दिए। साथ ही उक्त फाईलों की जानकारी रजिस्टर में दर्ज हो। जिससे फाईलों का पता चल सकें कि कौन सी फाईल कहां है और किस विभाग में रखी है। मांगने पर आसानी से फाईल मिल सकें।