चार मंजिला कैलाश मानसरोवर भवन जल्द होगा पर्यटन विभाग के हवाले

-भवन में 280 लोगों के ठहरने की व्यवस्था, 94 कमरे एवं 188 कार पार्किंग की सुविधा

गाजियाबाद। इंदिरापुरम के शक्तिखंड-4 स्थित चार मंजिला कैलाश मानसरोवर भवन अब जल्द ही पर्यटन विभाग के हवाले हो जाएगा। जीडीए द्वारा अभी तक कैलाश मानसरोवर भवन की देखरेख की जा रही है। जीडीए अधिकारियों ने पिछले दिनों पर्यटन विभाग को पत्र भेजकर इसे टेकओवर करने की डिमांड की थी। पर्यटन विभाग अब जल्द ही कैलाश मानसरोवर भवन देखरेख करेगा। इसकी प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। पर्यटन विभाग के पास भवन की जिम्मेदारी आने के बाद कैलाश मानसरोवर भवन में कमरों की बुकिंग शुरू हो जाएगी। इसके बाद आम लोग इस भवन का इस्तेमाल विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों और ठहरने तक के लिए कर सकेंगे। दरअसल, इंदिरापुरम के शक्तिखंड-4 में वर्ष-2020 में 60 करोड़ रुपए की लागत से चार मंजिला कैलाश मानसरोवर भवन का निर्माण किया गया था। कोरोना काल में कैलाश मानसरोवर की यात्रा नहीं हो सकी। इसकी वजह से अब इस भवन का कोई प्रयोग नहीं हो सका है। भवन में 280 लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। इसमें 94 कमरे हैं एवं 188 कार पार्किंग की सुविधा है। साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा के मुताबिक भवन के रखरखाव की समस्या को देखते हुए धर्मार्थ विभाग से पर्यटन विभाग को देने की तैयारी की जा रही है।

जीडीए के अधिशासी अभियंता प्रशांत गौतम का कहना है कि जल्दी ही पर्यटन विभाग को कैलाश मानसरोवर भवन सौंप दिया जाएगा। पर्यटन विभाग को भवन का रखरखाव किए जाने के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा की अवधि के बाद लोग यहां कमरे बुक कर सकेंगे। राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक एनपी सिंह का कहना है कि कैलाश मानसरोवर भवन पर्यटन विभाग को रखरखाव के लिए हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही है। जल्दी ही रखरखाव की जिम्मेदारी पर्यटन विभाग की होगी। पर्यटन विभाग स्वयं इसका रखरखाव अपने पास रख सकता है या किसी अन्य संस्था को लीज पर भी दे सकता है। कैलाश मानसरोवर की यात्रा आरंभ होगी,उनसे अलग दिनों में पर्यटन विभाग द्वारा इस भवन का प्रयोग व्यावसायिक गतिविधियों के लिए करेगा।भवन को कॉन्फ्रेंस, मांगलिक कार्यक्रम,सेमिनार आदि करवाए जाने की छूट होगी। बता दें कि कैलाश मानसरोवर भवन को संचालित करने के लिए पूर्व में जीडीए को नोडल एजेंसी के रूप नियुक्त किया गया था।मगर जीडीए ने इसका अनुभव नहीं होने की बात कहकर मना कर दिया था। कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान यात्रियों को भवन में आवासीय एवं खान-पान सेवा पर्यटन निगम द्वारा रियायती दरों पर उपलब्ध कराई जाएंगी। यात्रियों के उपयोग से अतिरिक्त कक्ष एवं अन्य सुविधाएं व्यवसायिक रूप से उपयोग की जा सकेंगी। कैलाश मानसरोवर भवन में शुद्ध एवं शाकाहारी व्यंजनों को ही परोसा जाएगा। इसमें निर्मित रेस्टोरेंट को भी व्यवसायिक रूप से इस्तेमाल किया जा सकेगा।

कैलाश मानसरोवर यात्रा खत्म होने के बाद भी भवन का इस्तेमाल व्यवसायिक रूप से किया जा सकेगा। लेकिन इसमें मांस-मदिरा का इस्तेमाल प्रबंधित होगा। कैलाश मानसरोवर भवन चार मंजिला है। जहां अलग-अलग प्रकार के कमरे हैं। हर कमरे में अटैच बाथरूम, टीवी, फ्रिज, गोदरेज, बेड सोफा आदि सुविधाएं मौजूद हैं। यहां के बेसमेंट में एक साथ 85 कार की पार्किंग की जा सकती है जबकि स्टिल्ट फ्लोर पर 103 कार की पार्किंग है। यहां दो और चार कमरों वाले 92 कमरे मौजूद हैं। इसके अलावा यहां योगा सेंटर, मेडिटेंशन रूम,सेमिनार हॉल,किचन,रिसेप्शन रूम आदि हैं। भवन में कुल 94 कमरे बने हैं। इनमें प्रथम तल पर 22 कमरे,द्वितीय तल पर 24 कमरे, कैफे तृतीय तल पर 24 कमरे,योगा सेंटर और चौथे तल पर 24 कमरे, मेडिटेशन कक्ष बना हुआ हैं।