कातिल पत्नी, प्रेमी के साथ रहने के लिए पति की हत्या का रचा षड्यंत्र शराब पिलाकर करवा दी हत्या

-प्रेमी ने पहले पिलाई शराब फिर रस्सी से गला घोंट कर दी हत्या, गिरफ्तार

गाजियाबाद। दादरी थाना क्षेत्र में ईस्टर्न पेरिफेरल रोड़ दादरी से डासना की ओर जाने वाले मार्ग पर मिले लावारिस युवक के शव के मामले में थाना सिहानी गेट पुलिस ने घटना के 24 घंटे में पर्दाफास किया है। पुलिस ने हत्यारोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। थाना सिहानी गेट में बुधवार को डीसीपी नगर कुंवर ज्ञानन्जय सिंह ने एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह की मौजूदगी में हत्या की घटना का खुलासा करते हुए बताया कि मंगलवार को मृतक युवक की पत्नी ने सिहानी गेट थाने में पति की गुमशुदगी दर्ज कराई। युवती ने बताया कि 7 अप्रैल को उसका पति मनोज राजेश से उधार के पैसे लेने की बात कहकर घर से निकला था। जिसके बाद से उसका फोन नहीं लग रहा है और न ही कहीं पता चल रहा है। पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर युवक के मोबाइल की सीडीआर निकलवाई, जिसकी लोकेशन थाना दादरी क्षेत्र की मिली। जब दादरी पुलिस से संपर्क किया तो ईस्टर्न पेरिफेरल रोड़ दादरी से डासना की ओर दादरी पुलिस द्वारा लावारिस अवस्था में 8 अप्रैल को मनोज का शव मिला था, जिसका पोस्टमार्टम कराया गया। मृतक के परिजनों से संपर्क किया तो अलीगढ़ के निवासी निकले। मृतक के पिता राम खिलाड़ी ने थाना सिहानीगेट में आकर शव का फोटो देखकर शव की पहचान की और मृतक मनोज की पत्नी एवं राजेश के बीच प्रेम प्रसंग के चलते मनोज की पत्नी व राजेश द्वारा ही षडय़न्त्र कर हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया।

पीडि़त की शिकायत पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर राजेश गुप्ता पुत्र कन्हैया गुप्ता निवासी विवेकानन्द नगर को गिरफ्तार किया गया और हत्या के षडयंत्र में शामिल मृतक की पत्नी को भी गिरफ्तार किया गया। जिनकी हत्या से पूर्व की मृतक का मोबाइल से राजेश द्वारा मृतक मनोज को मारते समय ऑडियो रिकार्डिंग प्राप्त हुई। डीसीपी नगर ने बताया आरोपी राजेश रामेश्वर के ट्रांसपोर्ट पर, विवेकानन्द नगर पर ड्राइवरी करता है। ट्रक को लेकर दादरी की ओर प्रेम जोन 4 नाम पॉलिथीन बनाने की फैक्ट्री से माल लेकर झज्जर हरियाणा जाता है। पिछले तीन-चार साल से मृतक मनोज और उसकी पत्नी के साथ किराएदार के रूप में दौलतपुरा पड़ोस में रह रहा था। मृतक मनोज का अपनी पत्नी से झगड़ा रहता था। इसी के चलते मनोज की पत्नी से शारीरिक संबंध हो गए थे। जिसका मृतक मनोज विरोध करता था। जिसके लिए दोनों ने मिलकर मनोज को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। मनोज की पत्नी ने अपने पति मनोज को पैसे लेने के बहाने राजेश के पास यह कहकर भेजा किया वह शराब बहुत पीता है। पहले तुम शराब पिलाना और उसके बाद अधिक नशा होने हत्या कर शव को कहीं छिपा देना। योजना अनुसार मृतक की पत्नी ने अपने पति को 7 अप्रैल को लालकुआं भेजा। जिसके बाद राजेश ने उसे अपनी गाड़ी में बैठाकर दादरी की ओर जाकर शराब के ठेके से तीन देशी शराब के पव्वे खरीदे और फैक्ट्री से दो किलोमीटर गाड़ी रोककर उसे शराब पिलाई।

जब उसे नशा अधिक हो गया तो ट्रक में ड्राइवर की तरफ पैर करके व कंडक्टर सीट की तरफ खिड़की पर सिर लगाकर लिटा दिया। जिसके बाद गाड़ी में रखे कपड़ों से उसकी गर्दन को दबा दिया। जब उसके बाद भी विश्वास नहीं हुआ तो फिर ट्रक में रखी रस्सी को लेकर नीचे उतर कर मनोज के गले में डालकर मनोज का गला घोट दिया और उसके शव को ट्रक की सीट पर लिटाकर ऊपर से कंबल से ढक दिया और शाम के वक्त गाडी को कंपनी में खड़ा कर दिया। जब गाड़ी लोड हो गई तो 8 अप्रैल की सुबह करीब 4.30 बजे गाडी को झज्जर के लिए निकाल कर चल दिया। पेरीफेरल पर चढकर कुछ आगे चलकर जहां पर डासना 17 किलोमीटर का बोर्ड लगा था, उससे दो तीन सौ मीटर आगे ट्रक को साईड में खड़ा करके मनोज की लाश को गाडी से खींचकर रोड़ के किनारे रेलिंग के पार फेंक दिया व मृतक मनोज के जूते रेलिंग के पास रखकर व जिस कपड़े से मनोज का गला दबाया था वह कपड़ा भी वहीं फेंक दिया। उसके बाद गाड़ी को लेकर झज्जर चला गया। घटना के बाद आरोपी हत्या की बात उसकी पत्नी को बताई और उसके अगले दिन उसकी पत्नी ने थाना सिहानी गेट में मनोज की गुमशुदगी दर्ज कराई। जिससे पुलिस को उस पर शक न हो।