मेरठ में सप्लाई के लिए झारखंड से लेकर आए थे 25 लाख की अफीम, सप्लाई से पहले क्राइम ब्रांच ने दबोचा

गाजियाबाद। झारखंड से तस्करी कर मेरठ में सप्लाई के लिए लाई गई 25 लाख कीमत की अफीम समेत दो अंतरराज्यीय तस्करों को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया तस्कर झारखंड से अफीम व अन्य नशीले पदार्थ लेकर हम बरेली, बदायूं, मुरादाबाद, गाजियाबाद, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली व एनसीआर में डिमांड अनुसार सप्लाई करता था। एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया शुक्रवार रात को क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी की टीम ने मुखबिर की सूचना पर नंदग्राम कट के पास से जितेन्द्र कुमार यादव पुत्र स्व राजकुमार यादव निवासी ग्राम सिगदा ू जिला पलामू झारखंड और इन्द्रदेव यादव पुत्र स्वर्गीय देवनारायण यादव निवासी ग्राम लौगतरी जिला चतरा झारखंड को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से 1 किलो अफीम बरामद किया गया। जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 25 लाख रुपए है।

जितेन्द्र कुमार यादव 10वीं पास है। जो झारखंड में ही खेती-बाड़ी का काम करता है और इन्द्रदेव यादव अनपढ़ है। रिश्ते मे जितेन्द्र उपरोक्त का फूफा है। झारखंड में मादक पदार्थों का बहुत काम होता है। जिनके जाने वाले गांजा व अफीम की तस्करी झारखंड से अन्य राज्यों में आकर करते है। उन्हीं के संपर्क से दो, तीन बार तस्करी करने लगे। जिसके लिए उन्हें 10-10 हजार रुपए मिलते थे। इसके बाद विदेशी नाम के व्यक्ति जो रांची का रहने वाला है के संपर्क मे आये और तस्करी करने लगे। अफीम व अन्य नशीले पदार्थ लेकर बरेली, बदायूं, मुरादाबाद, गाजियाबाद, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली व एनसीआर में डिमांड के अनुसार सप्लाई करने लगे।

आरोपियों का जहां भी अफीम की डिमाण्ड मिलती थी, उतना अफीम लेकर बस व ट्रेन द्वारा लेकर मौके पर पहुंच जाते थे। इस दौरान अपना मोबाइल फोन भी बंद रखते थे, जिससे उन्हें कोई ट्रेस न कर सकें। पुलिस से बचने के लिए बीच-बीच में गाड़ी बदलते रहते थे। बताए गए स्थान पर पहुंचने तक अपना मोबाइल बंद करते थे। तस्करी के बाद अपना मोबाइल ऑन कर वापस झारखंड आ जाते थे। आरोपियों को मेरठ में 1 किलोग्राम अफीम सप्लाई का ऑर्डर मिला था, माल डिलीवरी करने से पहले ही आरोपी पकड़े गए। उन्होंने बताया तस्करी के मामले में आरोपियों से कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। तस्करी में शामिल अन्य लोगों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जिनके खिलाफ झारखंड, गाजियाबाद व बरेल में तस्करी के कई मुकदमें दर्ज है।