ईमानदारी की खुली किताब है पीएम मोदी का जीवन: आशा शर्मा

-राहुल गांधी ने पिछड़े समाज का किया अपमान

गाजियाबाद। अब तक 32 विधायक एवं सांसद कानून के तहत अपनी सदस्यता खो चुके है। जिसमे भाजपा के भी 6 सदस्य है, जिनकी सदस्यता भंग हो चुकी है। राहुल गांधी कानून से ऊपर नही है और यह आदेश अदालत का है। उक्त बातें शनिवार को निवर्तमान मेयर आशा शर्मा ने अपना बयान जारी करते हुए कहीं। उन्होंने कहा यह कानून कांग्रेस के समय से ही बना था, तो कांग्रेस भाजपा को क्यों दोष दे रही है। महत्वपूर्ण बात यह है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस कानून को समाप्त करने के लिए अध्यादेश लाए थे। उसको राहुल गांधी ने बकवास बताते हुए मीडिया के सामने फाड़ दिया था। जिस कारण वह कानून कांग्रेस ने वापस ले लिया था। तो राहुल गांधी अपने बनाए जाल में खुद फसें।

मुझे तो इसमें कांग्रेस के लोगों का सडयंत्र नजर आ रहा है। इसलिए कांग्रेस के वकीलों की फौज राहुल गांधी को बचाने के लिए स्टे लेने नही गई, लगता है कांग्रेस के लोग ही चाहते थे कि राहुल गांधी की सदस्यता भंग हो और उनकी राजनीति खत्म हो जाए। बहराल अब यह सिद्ध हो गया है कि कानून से ऊपर कोई नही। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पूरा जीवन ईमानदारी की खुली किताब है, एक धब्बा नहीं है, 9 साल से भारत के प्रधानमंत्री हैं और देश आगे बढ़ रहा है।

राहुल गांधी को करप्शन की बात करते हुए शर्म नहीं आती है, वे भ्रष्टाचार के मामले में बेल पर हैं। राहुल गांधी ने पिछड़ों का अपमान किया है। राहुल गांधी चीन की तारीफ करते हैं, विदेश में भारत का अपमान करते हैं। वह सेना की शहादत का सबूत मांगते हैं। राहुल गांधी ने राफेल के मामले में चौकीदार चोर है कहा था, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई तो उन्होंने माफी मांगी। निवर्तमान मेयर ने कहा कि कांग्रेस का परिचय 4-सी है, मतलब कट, कमीशन, करप्शन और कांग्रेस। कांग्रेस के पास तो वकीलों की फौज है, वह कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं गये। कांग्रेस ने कोर्ट से स्टे लेने की कोशिश क्यों नहीं की। राहुल गांधी ने पिछड़े समाज का अपमान किया था। आलोचना करने का अधिकार है, बेइज्जत करने का अधिकार नहीं है। राहुल गांधी ने गाली दी थी। वे अगर सोच-समझ कर बोलते हैं तो भाजपा ये मानती है कि राहुल गांधी ने जानबूझ कर पिछड़ों का अपमान किया और भाजपा इसकी भर्त्सना करती है।