झड़प : किसानों का मार्च, पुलिस का लाठीचार्ज

पटना में राजभवन जाने से रोके गए प्रदर्शनकारी

पटना। देश में नए कृषि कानूनों का विरोध रूक नहीं पाया है। दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के समर्थन में मंगलवार को पटना में किसान महासभा ने विरोध-प्रदर्शन किया। इस बीच राजभवन मार्च के दरम्यान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में भिड़ंत हो गई। पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। लाठीचार्ज होने से वहां भगदड़ मच गई। इसके चलते कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए। किसान महासभा ने पटना में राजभवन मार्च का कार्यक्रम आयोजित किया था। बड़ी संख्या में किसानों ने राजभवन की तरफ कूच कर दिया। पुलिस ने उन्हें आगे बढऩे की इजाजत नहीं दी। गांधी मैदान में पुलिस ने बैरिकेटिंग भी लगाई थी। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग को तोड़कर डाक बंगला की तरफ बढऩा शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों में नोक-झोंक शुरू हो गई। जिला प्रशासन ने डाक बंगला चौराहे को सील कर दिया। प्रदर्शनकारियों को आगे जाने की अनुमति नहीं दी गई। प्रदर्शनकारियों ने न मानने पर डाक बंगला पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। बता दें कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान काफी समय से आंदोलनरत हैं। दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर एक माह से ज्यादा समय से किसानों का धरना चल रहा है। सरकार के साथ कई दौर की वार्ता होने के बावजूद समस्या का कोई समाधान नहीं निकल पाया है। दिल्ली में पंजाब और हरियाणा के किसान बड़ी संख्या में जमे हैं। उन्होंने कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है। विभिन्न राजनीतिक दलों ने किसान आंदोलन को समर्थन दे रखा है। दिल्ली-यूपी गेट के पास भाकियू नेता राकेश टिकैत निरंतर किसानों की आवाज उठा रहे हैं। हालांकि ब्राह्मण समाज के प्रति टिकैट के विवादित बयानी के खिलाफ भी हंगामा बढ़ रहा है। टिकैत का पुतला भी फूंका गया है। सरकार ने कृषि कानूनों में संशोधन की बात कही है, जिस पर किसान कतई राजी नहीं हैं।