गाजियाबाद नोएडा के कुख्यात गैंगस्टर का एनकाउंटर यूपी STF ने अनिज दुजाना को मार गिराया

अनिल दुजाना के खिलाफ 18 मर्डर समेत 62 से ज्यादा केस दर्ज थे। कुख्यात गैंगस्टर का दबदबा वेस्ट यूपी से लेकर हरियाणा और दिल्ली तक में फैला हुआ था। साल 2011 में उसके गैंग ने साहिबाबाद में एक शादी समारोह में शूट आउट किया था, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी।

मेरठ। यूपी एसटीएफ ने मेरठ में गैंगस्टर अनिल दुजाना को एनकाउंटर में मार गिराया। दुजाना 3 साल से अयोध्या जेल में बंद था। कुछ समय पहले ही जमानत पर छूटा था। इसके बाद से फरार चल रहा था। दुजाना के खिलाफ 18 मर्डर समेत 62 से ज्यादा केस दर्ज थे। गौतमबुद्ध नगर के कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना का दबदबा वेस्ट यूपी से लेकर हरियाणा और दिल्ली तक में फैला हुआ था। अब यूपी एसटीएफ की टीम ने एनकाउंटर कर दिया। साल 2011 में उसके गैंग ने साहिबाबाद में एक शादी समारोह में शूट आउट किया था, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी।
अनिल दुजाना कुछ दिन पूर्व ही जमानत पर जेल से बाहर आया हुआ था। जो कि तिहाड़ जेल में बंद था। जेल से बाहर आते ही दुजाना ने जयचंद प्रधान हत्याकांड में उसकी पत्नी और गवाह संगीता को जान से मारने की धमकी दी थी, जिसके बाद से अधिकारियों ने ऐक्शन लेते हुए अनिल दुजाना के खिलाफ पिछले सप्ताह में 2 मुकदमे दर्ज किए थे। नोएडा पुलिस और यूपी एसटीएफ अनिल दुजाना की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी।

कुछ दिनों से 7 टीमों ने 20 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की थी, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी थी। अनिल दुजाना के बाहर आने से गवाहों में डर था। अनिल दुजाना गौतबुद्ध नगर के बादलपुर कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर है। वह बादलपुर के दुजाना गांव का रहने वाला है। अनिल दुजाना उत्तर प्रदेश के टॉप बदमाशों की लिस्ट में शामिल था। एडीजी यूपी एसटीएफ अभिताफ यश ने कहा कि आज यूपी एसटीएफ की 25वीं जयंती है। यूपी एसटीएफ के गठन के दिन ही हमारी मेरठ टीम ने दुर्दांत अपराधी को मार गिराया। यह बहुत बड़ी बात है। टीम हर वक्त सैकड़ों ऑपरेशन करती है, जो दुर्दांत अपराधी होते हैं, उन्हीं के साथ ही मुठभेड़ होती है।

प्रदेश सरकार की तरफ से हाल में ही प्रदेश भर के 66 गैंगस्टर की लिस्ट बनाई गई थी। इनमें सात गैंगस्टर गौतमबुद्धनगर से थे। इनमें सुंदर भाटी, अनिल दुजाना, रणदीप भाटी, सिंहराज भाटी, अनिल कसाना, अनिल भाटी व मनोज उर्फ आसे का नाम शामिल हैं। इनमें से अनिल दुजाना का तो अंत हो गया। नोएडा व ग्रेटर नोएडा में नब्बे के दशक में जो गैंगवार शुरू हुई थी। इनमें से अधिकतर गैंगस्टर उन्हीं गैंगवार के उपज हैं या उनकी अगली पीढ़ी के हैं।