बांके बिहारी मंदिर के फिर बंद होंगे कपाट

अब ऑनलाइन पंजीकरण की होगी व्यवस्था

मथुरा। विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के कपाट सोमवार से फिर अनिश्चिकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन के दरम्यान कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन न किए जाने के कारण मंदिर प्रबंध समिति को यह फैसला लेना पड़ा है। मंदिर में दर्शन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की जाएगी। यह व्यवस्था शुरू होने पर मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। कोविड-19 (कोरोना वायरस) के कारण विगत 25 मार्च से बांके बिहारी मंदिर को बंद कर दिया गया था। उत्तर प्रदेश के वृंदावन में यह मंदिर है। मंदिर की ख्याति दुनियाभर में है। करीब 7 माह तक मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन करने का मौका नहीं मिल पाया था। 17 अक्तूबर से मंदिर के कपाट खोल दिए गए थे। ऐसे में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालुओं ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का कतई पालन नहीं किया। इसके लिए पुलिस ने मंदिर समिति के सिर ठिकरा फोड़ा है। पुलिस उपाधीक्षक रमेश चंद तिवारी का कहना है कि मंदिर में भीड़ को ध्यान में रखकर उचित निर्णय नहीं लेने के लिए प्रबंध समिति के अधिकारी जिम्मेदार हैं। उधर, मंदिर प्रबंधक मनीष शर्मा ने कहा कि मंदिर परिसर में अब ऑनलाइन पंजीकरण के बाद सीमित श्रद्धालुओं के प्रवेश को अनुमति देने का निर्णय लिया गया है। ऑनलाइन प्रणाली में कुछ तकनीकी गड़बड़ी आ गई। इस खराबी को दूर कराया जा रहा है। इसके चलते बांके बिहारी मंदिर को सोमवार से फिर बंद कर दिया जाएगा। ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था शुरू होने पर मंदिर को पुन: खोल दिया जाएगा। भविष्य में सीमित श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति मिलेगी। बता दें कि बांके बिहारी मंदिर से करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था जुड़ी है। मंदिर में दर्शन करने को देश-विदेश से प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु वहां पहुंचते हैं। कोरोना काल में मंदिर बंद रहने से श्रद्धालुओं को मायूसी हाथ लगी थी।