गाजियाबाद रेलवे स्टेशन बनेगा विकसित भारत की पहचान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया शिलान्यास स्टेशन के आधुनिकीकरण पर खर्च होंगे 450 करोड़

-गाजियाबाद समेत देश के 508 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत शिलान्यास
-नवीनीकरण कार्यों का ऑनलाइन शिलान्यास, महापौर, सांसद, विधायक, डीएम हुए उपस्थित

गाजियाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुराना रेलवे जंक्शन के नवीनीकरण कार्यों का रविवार सुबह सवा 11 बजे ऑनलाइन माध्यम से शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास किए जाने के चलते रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण एवं कायाकल्प पर खर्च होने वाले 450 करोड़ रुपए की सौगात के रूप में दिया गया। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में ऑनलाइन देश के 508 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत शिलान्यास होने पर बधाई दी और रेलवे स्टेशन पर मिलने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर गाजियाबाद रेलवे स्टेशन परिसर में जीटी रोड की साइड में लगाए गए विशाल पंडाल में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 9:30 बजे गणेश वंदना और सरस्वती वंदना से हुई। कार्यक्रम में एसएसके पब्लिक स्कूल की छात्राओं ने देश भक्ति गान की प्रस्तुति दी।कार्यक्रम में शरीक हुए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग राज्यमंत्री वीके सिंह ने कार्यक्रम में शामिल हुए सैकड़ों लोगों को संबोधित किया।

इस मौके पर महापौर सुनीता दयाल, राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल, विधायक अतुल गर्ग, विधायक अजितपाल त्यागी, विधायक सुनील शर्मा, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह आदि अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह ने कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी के जमाने में गाजियाबाद रेलवे स्टेशन का निर्माण हुआ था। अब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नए युग का नया रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा। जो गाजियाबाद की शान होगा। राज्यसभा सांसद डॉ.अनिल अग्रवाल ने कहा कि गाजियाबाद रेलवे स्टेशन अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा।देश में एक साथ 508 रेलवे स्टेशन के शिलान्यास का कार्यक्रम पहले कभी नहीं हुआ है। भाजपा सरकार में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं।
विधायक अतुल गर्ग ने कहा कि रेलवे स्टेशनों का शिलान्यास न केवल भाजपा शासित राज्यों में बल्कि गैर भाजपा शासित राज्यों में भी हो रहा है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत हमारा है। प्रधानमंत्री पूरे देश के हैं,विकास कार्यों में कोई भेदभाव नही किया जा रहा है। विधायक अजीत पाल त्यागी ने कहा कि हमें गर्व है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में काम कर रहे हैं, जो देश को तरक्की की राह पर लेकर जा रहे हैं। विधायक सुनील शर्मा ने कहा कि दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले के रेलवे स्टेशन को देखकर पहले बुरा लगता था,अब स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास हो रहा है। अच्छा महसूस हो रहा है।प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश मे हर तरफ बिना पक्षपात के विकास कार्य हो रहा है। इस दौरान उत्तर रेलवे गाजियाबाद के नोडल अधिकारी मनीष प्रताप सिंह, डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल,सीओ जीआरपी सुदेश गुप्ता,आरपीएफ थाना प्रभारी एवं जीआरपी थाना प्रभारी अनुज मलिक एवं रेलवे के अधिकारी आदि मौजूद रहे।

देश का नंबर-1 की श्रेणी में विकसित होगा स्टेशन
पुराना रेलवे स्टेशन की कायाकल्प होने के बाद इसे देश के नंबर-1 की श्रेणी के रूप में विकसित किया जा सकेगा।स्टेशन के नवीनीकरण पर लगभग 450 करोड़ खर्च होगा। इसके तहत स्टेशन का प्रवेशद्वार से लेकर प्लेटफार्म,वेटिंग रूम, टिकट बुकिंग रूम,यात्री सुविधा,लिफ्ट,स्वचालित सीढियां,रेलवे अधिकारियों के कक्ष, स्टेशन आने के आवागमन के मार्ग,पार्किंग,फूड कोर्ट,हाईटेक सिस्टम आदि डेवलप किया जाएगा। प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास किए जाने के बाद रेलवे स्टेशन पर करीब दो साल में काम पूरा होने के बाद देश के बेहतरीन स्टेशन की श्रेणी में होगा।

नई बिल्डिंग में शिफ्ट होंगे सभी ऑफिस
गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के अधीक्षक कुलदीप त्यागी ने बताया, मैसर्स ऐवराश्योन सिंधुजा जॉइंट वैंचर्स कंपनी को सेंट्रलाइज्ड टेंडर मिला है। प्लेटफॉर्म नंबर तीन और चार पर जो पुरानी बिल्डिंगें हैं, उनमें से कुछ को हटा दिया जाएगा। इस प्लेटफॉर्म पर रेलवे, जीआरपी और आरपीएफ के दफ्तर संचालित होते हैं। ये सभी दफ्तर अब प्लेटफॉर्म से एकदम अलग हटकर नई दो बिल्डिंगों में शिफ्ट हो जाएंगे। ये बिल्डिंगें तीन-तीन मंजिला होंगी। इससे प्लेटफॉर्म चौड़े हो जाएंगे और यात्रियों की मारामारी नहीं मचेगी। जमीन से 72 मीटर ऊंचाई पर कॉनकॉर्स लेवल बनाया जा रहा है। यहां पर वेटिंग रूम, रिटायरिंग रूम और फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं होंगी। ये प्लेस एकदम एयरपोर्ट की तरह होगा। यानि ट्रेन आने तक यात्री यहां पर बैठकर इंतजार कर सकते हैं और खा-पी सकते हैं। टिकट खिड़की अब स्टेशन परिसर से एकदम बाहर कर दी जाएगी। प्लेटफॉर्म और ट्रेनों के आने-जाने वाले पॉइंट में कोई बदलाव नहीं होगा। सिर्फ प्लेटफॉर्म से सभी दफ्तर हटाकर उन जगहों को पूर्ण रूप से यात्रियों के लिए रखा जाएगा। इसके अलावा एंट्री गेट, रास्ते, एस्केलेटर आदि चीजों में भी बदलाव किया जाएगा। इसके बाद गाजियाबाद का रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट जैसा दिखेगा। केंद्र सरकार पहले ही इस काम के लिए 450 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत कर चुकी है।