जम्मू-कश्मीर में विदेशी डिप्लोमेट का भ्रमण

2 दिवसीय दौरे पर पहुंचे 24 विदेशी राजनयिक

श्रीनगर। 24 देशों के राजनयिकों का दल जम्मू-कश्मीर दौरे पर पहुंचा है। यह दल जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति की जानकारी लेगा। यह दल 2 दिवसीय दौरे पर आया है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटने के बाद विदेशी राजनयिकों का यह तीसरा दौरा है। केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को समाप्त कर दिया था। जम्मू-कश्मीर अब केंद्र शासित राज्य है। 24 देशों के राजनयिकों का दल बुधवार को जम्मू-कश्मीर पहुंचा। यह दल सरकार के हालात सामान्य करने और विकास कार्यों की गति को बढ़ाने की कोशिशों की जानकारी जुटाएगा। विदेशी राजनयिकों के दल में यूरोपियन संघ के राजदूत ऊगो अस्तुतो और फ्रांस के राजदूत एमेनुएल लैनेन भी शामिल हैं। इसके अलावा बांग्लादेश, क्यूबा, आयरलैंड, ब्राजील, बेल्जियम, स्पेन, इटली के भी राजनयिक इस दल का हिस्सा हैं। राजनयिकों के इस दल का हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत किया गया। भ्रमण के दरम्यान यह दल राजनयिक नेताओं और दूसरे अधिकारियों के अलावा नागरिकों से भी मुलाकात कर रहा है। सूबे में दल की सुरक्षा के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। श्रीनगर पहुंचने के बाद दल बडगाम जिले के मागम पहुंचा। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक पहले दिन के कार्यक्रम के तहत राजनयिक दोपहर में डल झील के किनारे स्थित शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में अलग-अलग समूहों और राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात करेंगे। तदुपरांत शाम को दल पत्रकारों से मुलाकात करेगा। विदेशी मेहमानों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं। इस दौरे से कश्मीर में जारी पाकिस्तान के प्रोपेगैंडा को करारा जवाब मिलेगा। जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद तीसरी बार राजनयिक जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर पाकिस्तान निरंतर झूठ बोल रहा है। कश्मीर की शांति को भंग करने के लिए पाकिस्तान साजिश रचता रहता है।