उद्यमियों की सहायता के लिए यमुना प्राधिकरण ने बनाया डेडिकेटेड हेल्प डेस्क 31 दिसंबर तक 100 फैक्ट्रियां का शुरू हो जाएगा संचालन

उद्यमियों की सहायता के लिए डेडिकेटेड हेल्प डेस्क की स्थापना के साथ ही सभी औद्योगिक पार्क के लिए एक विशेष अधिकारी की नियुक्ति की गई है। सभी औद्योगिक पार्क में नियुक्त अधिकारी निवेश प्रबंधक कहलाएंगे। इन अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि उद्यमियों की समस्याओं का निस्तारण कराएं एवं उद्यमियों की सहूलियतों के लिए हर संभव मदद उपलब्ध कराएं। सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के नेतृत्व में यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक निवेश से संबंधित प्रस्तावों को धरातल पर उतारने का काम तेजी से चल रहा है। प्राधिकरण की योजना है कि 31 दिसंबर 2023 तक लगभग 100 औद्योगिक इकाईयों का संचालन शुरू कराया जाये।

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने का काम तेजी से हो और उद्यमियों को किसी तरह की परेशानी होने पर उसका तत्काल निस्तारण कराने को लेकर यमुना प्राधिकरण ने विशेष इंतजाम किया है। उद्यमियों की सहायता के लिए डेडिकेटेड हेल्प डेस्क की स्थापना के साथ ही सभी औद्योगिक पार्क के लिए एक विशेष अधिकारी की नियुक्ति की गई है। सभी औद्योगिक पार्क में नियुक्त अधिकारी निवेश प्रबंधक कहलाएंगे। इन अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि उद्यमियों की समस्याओं का निस्तारण कराएं एवं उद्यमियों की सहूलियतों के लिए हर संभव मदद उपलब्ध कराएं। सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के नेतृत्व में यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक निवेश से संबंधित प्रस्तावों को धरातल पर उतारने का काम तेजी से चल रहा है। प्राधिकरण की योजना है कि 31 दिसंबर 2023 तक लगभग 100 औद्योगिक इकाईयों का संचालन शुरू कराया जाये। इसके लिए उद्यमियों की समस्याओं एवं शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर हल कराया जा रहा है।

विदित हो कि उत्तर प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए बने माहौल में काफी संख्या में उद्यमी यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश कर रहे हैं। जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। अगले वर्ष से यहां हवाई जहाज की उड़ानें शुरू हो जाएंगी। यमुना प्राधिकरण द्वारा उद्यमियों को जमीन पर कब्जा दिलाने, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने के अलावा अन्य विभागों से को-आर्डिनेट भी किया जा रहा है। सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने प्राधिकरण के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दे रखा है कि उद्यमियों की बातों को प्राथमिकता के आधार पर सुनकर उनकी शिकायतों का निस्तारण कराया जाये। यमुना प्राधिकरण में इंडस्ट्री के लिए 22 स्टॉफ रखे गये हैं। निवेश मित्र एवं निवेश प्रबंधक के रूप में ये सभी स्टॉफ काम करेंगे।

सीईओ ने प्राधिकरण क्षेत्र के 13 औद्योगिक पार्कों के लिए एक-एक निवेश प्रबंधक की नियुक्ति की है। मेडिकल डिवाइस पार्क, टॉय पार्क, एमएसएमई पार्क, एप्रैल पार्क, डाटा पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क के लिए डेडिकेटेड अधिकारी की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा यमुना प्राधिकरण की प्रस्तावित लेदर पार्क, प्लास्टिक पार्क, इलेक्ट्रॉनिक पार्क, सेमीकंडक्टर पार्क औश्र फर्नीचर पार्क के लिए भी अलग-अलग अधिकारी नियुक्ति कर जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की गई है। सभी औद्योगिक पार्कों में लीज करवाना, ट्रांसफर करना, सीआईसी करना, सीआईएस करना, मौके पर जमीन पर कब्जा दिलाने के साथ ही एनओसी की जरूरतों को पूरा करवाने में अधिकारी मदद करेंगे। जीएम इंडस्ट्री, पॉल्यूशन डिपार्टमेंट सहित अन्य डिपार्टमेंट के साथ को-आर्डिनेशन का काम भी ये अधिकारी देखेंगे। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 69 फैक्ट्रियों का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और 91 फैक्ट्रियों के नक्शे स्वीकृत कर दिये गये हैं।