ग्रामीणों को यमुना प्राधिकरण का नये साल का तोहफा 15 जनवरी से शुरू होगा तालाबों के जीर्णोद्धार का काम

बातें दे कि डेढ़ माह पूर्व यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने तालाबों में पानी के संरक्षण और भू-जल को रिचार्ज करने की योजना के तहत प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाले गांवों के तालाबों के जीर्णोद्धार की योजना बनाई। तालाबों के जीर्णोद्धार और गांवों के स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की योजना पर जल्द काम शुरू हो जाएगा। मंगलवार को पर्यावरण संरक्षण और शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले संगठनों के साथ यमुना प्राधिकरण ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया।

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। नये साल पर यमुना प्राधिकरण ने मंगलवार को ग्रामीणों को दो तोहफा दिया है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के गांवों में स्थित तालाबों के जीर्णोद्धार और गांवों के स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की योजना पर जल्द काम शुरू हो जाएगा। मंगलवार को पर्यावरण संरक्षण और शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले संगठनों के साथ यमुना प्राधिकरण ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया। जिन संगठनों ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया है उन्होंने 15 जनवरी से काम शुरू करने की बात कही। यमुना प्राधिकरण के यह दोनों काम अति महत्वपूर्ण हैं। तालाबों के जीर्णोद्धार के माध्यम से भू-जल स्तर सुधारने के साथ ही ग्रामीणों के लिए पिकनिक स्पॉट डेवलप होगा। गांवों के स्कूलों में छात्रों को अंग्रेजी की शिक्षा के साथ ही स्किल डेवलपमेंट पर भी जोर दिया जाएगा।

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बातें दे कि डेढ़ माह पूर्व यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने तालाबों में पानी के संरक्षण और भू-जल को रिचार्ज करने की योजना के तहत प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाले गांवों के तालाबों के जीर्णोद्धार की योजना बनाई। योजना के तहत प्राधिकरण क्षेत्र के 96 गांवों के 116 तालाबों उनके पुराने स्वरूप में वापस लाया जाएगा। तालाबों का सौंदर्यीकरण इस तरह से किया जाएगा कि भविष्य में सभी तालाब पिकनिक स्पॉट बनेंगे। गौतमबुद्ध नगर जिला डार्क जोन में शामिल है और एक रिपोर्ट के मुताबिक यहां हर साल ग्राउंड वॉटर लेवल में औसतन 50-60 सेंटीमीटर की गिरावट दर्ज हो रही है। ऐसे में पुराने जल श्रोतों को पुर्नजीवित करके उसमें जल संचयन को लेकर बनाई गई प्राधिकरण की इस योजना से ग्राउंड वाटर लेवल को बढ़ाने में मदद मिलेगी। तालाबों का सौंदर्यीकरण प्राकृतिक तरीके से किया जाएगा। तालाब के चारों तरफ पेड़ पौधे और घास लगाये गये हैं। तालाब पक्षियों एवं जल जीवों के लिए नैचुरल हैबीटेट (प्राकृतिक आवास) बनेगा।

यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने मंगलवार को ग्लोबल फाउडेशन, चंद्र फाउडेशन और आईआईटी मुंबई के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। ग्लोबल फाउडेशन और चंद्रा फाउडेशन तालाबों के जीर्णोद्धार के साथ उसके पानी को पीने योग्य बनाने की योजना पर काम करेंगी। जबकि आईआईटी मुंबई ग्रामीणों को अंग्रेजी भाषा सिखाएगी और गांवों में स्किल डेवलपमेंट को लेकर प्रोग्रोम चलाएंगे। गांवों में इस तरह के प्रोगाम चलाने से युवाओं को स्किलड बनाने में मदद मिलेंगी और उनके लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। ग्लोबल फाउंडेशन 15 जनवरी से काम की शुरुआत करेगी।