यमुना सिटी : पीपीपी मॉडल पर बनेगी पॉड टैक्सी परियोजना एयर पोर्ट मेट्रो को लेकर पुराने कॉरिडोर के उपयोग की तलाशी जा रही है संभावना

यमुना प्राधिकरण डेपलवपमेंट से जुड़ी योजनाओं पर तेजी से काम कर रहा है। सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के नेतृत्व में दैनिक स्तर पर डेवलपमेंट से जुड़ी योजनाओं के प्रगति की निगरानी की जा रही है। सभी परियोजनाओं को जल्द से जल्द धरातल पर उतारा जाये इसको लेकर परियोजनाओं में आने वाली छोटी-छोटी अड़चने को सीईओ तत्काल दूर करा रहे हैं। जेवर एयरपोर्ट मेट्रो और पॉड टैक्सी की दिशा में प्राधिकरण ने एक और कदम बढ़ा दिया है। यमुना प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा से नई दिल्ली तक मेट्रो कॉरिडोर के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड को डीपीआर बनाने के लिए कहा है। इसके अलावा प्रस्तावित फिल्म सिटी और एयरपोर्ट के बीच चलने वाली पॉड टैक्सी के लिए आरएफपी और कंसेशन एग्रीमेंट (अनुबंध पत्र) तैयार करने के लिए आदेश दिए गए हैं। एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को लेकर 1 सितंबर को लखनऊ में 3 बैठकें होंगी। पहली बैठक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) की बोर्ड बैठक होगी। इसके अलावा होने वाली बैठकों में एयर कार्गो के लिए स्पेशल परपज व्हीकल बनाने और एयरपोर्ट को दिए जाने वाले पानी पर निर्णय लिया जाएगा।

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण डेपलवपमेंट से जुड़ी योजनाओं पर तेजी से काम कर रहा है। सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के नेतृत्व में दैनिक स्तर पर डेवलपमेंट से जुड़ी योजनाओं के प्रगति की निगरानी की जा रही है। सभी परियोजनाओं को जल्द से जल्द धरातल पर उतारा जाये इसको लेकर परियोजनाओं में आने वाली छोटी-छोटी अड़चने को सीईओ तत्काल दूर करा रहे हैं। परियोजनाओं से जुड़े सभी विभागों एवं शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार चर्चा करते रहते हैं। पिछले सप्ताह हुई बोर्ड बैठक के बाद जेवर एयरपोर्ट मेट्रो और पॉड टैक्सी की दिशा में प्राधिकरण ने एक और कदम बढ़ा दिया है। यमुना प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा से नई दिल्ली तक मेट्रो कॉरिडोर के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड को डीपीआर बनाने के लिए कहा है। इसके अलावा प्रस्तावित फिल्म सिटी और एयरपोर्ट के बीच चलने वाली पॉड टैक्सी के लिए आरएफपी और कंसेशन एग्रीमेंट (अनुबंध पत्र) तैयार करने के लिए आदेश दिए गए हैं। यह परियोजना पीपीपी मॉडल पर बनेगी।
यमुना प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में एयरपोर्ट मेट्रो में जेवर से ग्रेटर नोएडा तक डीपीआर और ग्रेटर नोएडा से नई दिल्ली तक की फीजिबिलिटी रिपोर्ट मंजूर हो चुकी है। ग्रेटर नोएडा से नई दिल्ली तक अब डीपीआर बननी है। यमुना प्राधिकरण ने डीएमआरसी से नॉलेज पार्क-2 से नई दिल्ली तक मेट्रो की डीपीआर बनाने के लिए कहा है। इसमें पुराने कॉरिडोर के इस्तेमाल का प्रयास किया जाएगा। इसकी संभावनाओं को भी डीपीआर में देखा जाएगा। यह रिपोर्ट बनने के बाद यमुना प्राधिकरण शासन को इस पूरे कॉरिडोर की रिपोर्ट भेजेगा ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। इसके अलावा प्रस्तावित फिल्म सिटी और एयरपोर्ट के बीच चलने वाली पॉड टैक्सी परियोजना के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल और कंसेशन एग्रीमेंट बनाने के लिए आदेश हो गए हैं।

लगभग 15 किलोमीटर होगा पॉड टैक्सी का कॉरिडोर खर्च होंगे 642 करोड़
यमुना प्राधिकरण ने फिल्म सिटी से लेकर जेवर एयरपोर्ट के बीच पॉड टैक्सी चलाने से जहां एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी बेहतर होगी वहीं समस्त औद्योगिक क्षेत्र पॉड टैक्सी के जरिये एक दूसरे से जुड़े रहेंगे। पिछले सप्ताह प्राधिकरण बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई थी। पॉड टैक्सी पीपीपी मॉडल पर चलेगी। इसकी डीपीआर इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कारपोरेशन लिमिटेड ने बनाई है। पॉड टैक्सी के 12 स्टेशन बनाए जाएंगे। इसमें सेक्टर 29, हैंडीक्राफ्ट पार्क, एमएसएमई पार्क, अपैरल पार्क, सेक्टर 32, सेक्टर 33, ट्वाय पार्क, सेक्टर 21 आदि स्टेशन होंगे। इस कॉरिडोर की लंबाई 14.6 किलोमीटर होगी। इसके निर्माण में 641.53 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

एयरपोर्ट मेट्रो कॉरिडोर के लिए पुराने कॉरिडोर के उपयोग की तलाशी जा रही है संभावना
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को नई दिल्ली स्थित इंदिरागांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से डॉयरेक्ट जोड़ने के लिए नया मेट्रो कॉरिडोर बनाया जाएगा। यह कॉरिडोर 72.94 किलोमीटर लंबा है और इसका निर्माण दो चरणों में होगा। डीएमआरसी ने जेवर एयरपोर्ट से ग्रेटर नोएडा तक की डीपीआर और ग्रेटर नोएडा से नई दिल्ली तक की फीजिबिलिटी रिपोर्ट सौंप चुका है। प्राधिकरण बोर्ड द्वारा इस को स्वीकृति दी जा चुकी है। अब एयरपोर्ट मेट्रो कॉरिडोर के लिए पहले से चल रहे कॉरिडोर के एक हिस्से के उपयोग की संभावना तलाशी जा रही है। इससे एयरपोर्ट कॉरिडोर की निर्माण लागत कम होगी। इस बात की संभावना तलाशी जा रही है कि क्या नॉलेज पार्क-2 ग्रेटर नोएडा से नोएडा सेक्टर-142 तक एक्वा लाइन मेट्रो और न्यू अशोक नगर से अक्षर धाम ब्लू लाइन मेट्रो कॉरिडोर का इस्तेमाल एयरपोर्ट मेट्रो कॉरिडोर के लिए हो सकता है।

जेवर एयरपोर्ट को लेकर लखनऊ में होगी 3 बैठकें
प्रदेश सरकार के महात्वाकांक्षी जेवर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को लेकर शासन स्तर पर भी तेजी दिखाई जा रही है। एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को लेकर 1 सितंबर को लखनऊ में 3 बैठकें होंगी। पहली बैठक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) की बोर्ड बैठक होगी। इसके अलावा होने वाली बैठकों में एयर कार्गो के लिए स्पेशल परपज व्हीकल बनाने और एयरपोर्ट को दिए जाने वाले पानी पर निर्णय लिया जाएगा। नियाल की बोर्ड बैठक में एयरपोर्ट की अब तक की प्रगति रिपोर्ट रखी जाएगी। एयरपोर्ट के लिए प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग एंड इंप्लीमेंटेशन कमिटी (पीएमआईसी) गठित है। एयरपोर्ट परियोजना में एयर कार्गो के लिए एसपीवी बनाने की बात हो रही है। यह एसपीवी विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड बनाना चाहती है। पीएमआईसी की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा होगी। इसके अलावा जेवर एयरपोर्ट को सिंचाई विभाग पानी देगा। इससे पहले हुई बैठक में यह तय हुआ था कि सिंचाई विभाग नहर से महीने में 15 दिन पानी देगा और 15 दिन नहीं देगा। इस 15 दिन के लिए उसे पानी को एकत्र कर रखना होगा। अब इस मुद्दे को लेकर फिर बैठक होगी। बैठक में सिंचाई विभाग, नियाल और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी शामिल होंगे।