क्लीन ग्रीन और इको फ्रेंडली होगा यमुना सिटी शहर में हरियाली बढ़ाने और वाटर बॉडीज डेवलप करने की योजना पर काम तेज

– इस वर्ष लगाये जाएंगे डेढ़ लाख पौधे, 100 अधिक वाटर बॉडीज होंगे डेवलप
– सेक्टर 20 बी ब्लॉक में 14 एकड़ क्षेत्रफल में बनेगा सेंट्रल पार्क
– इस वर्ष डेवलप होंगे 37 नये पार्क, बच्चों के लिए लगेंगे झूले
– शहर को हर भरा करने और उद्यानिक कार्यों पर खर्च होंगे 75 करोड़

विजय मिश्रा (उदय भूमि)
ग्रेटर नोएडा। यमुना सिटी क्लीन, ग्रीन और इको फ्रेंडली होगा। शहर को इस तरह से विकसित किया जा रहा है कि हाईटेक और अत्याधुनिक होने के साथ ही लोगों को पर्यावरण के करीब रहने का सुख मिले। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह द्वारा यमुना सिटी में पौधारोपण के जरिये हरियाली बढ़ाने के साथ ही काफी संख्या में वाटर बॉडीज डेवलप करने की योजना बनाई गई है। इन योजनाओं पर काम भी शुरू हो चुका है। अब तक 63 पार्क डेवलप हो चुके हैं और इस वर्ष 37 नये पार्क विकसित किये जाएंगे। इस तरह से शहर में डेवलप पार्कों की संख्या 100 हो जाएगा। सेक्टर-20 बी ब्लॉक में 14 एकड़ क्षेत्रफल में सेंट्रल पार्क बनेगा। यह पार्क यमुना सिटी का सबसे बड़ा पार्क होगा। इस पार्क में बड़े बूढ़ों के बैठने और मनोरंजन के अलावा छोटे बच्चों के खेलने के लिए भी व्यवस्था होगा। पार्क में लैंडस्केपिंग और जॉगिग ट्रैक बनाये जाएंगे। यमुना सिटी हरा भरा दिखाई दे इस पर विशेष फोकस किया जा रहा है। सीईओ ने इस वर्ष 1 लाख 50 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया जो कि शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य से 81 हजार अधिक है। फलैदा बांगड़, वीवो के पीछे और सेक्टर 10 में प्राधिकरण द्वारा वाटर बॉडीज डेवलप किया जा रहा है। यमुना सिटी क्षेत्र में कुल 106 वाटर बॉडीज डेवलप करने की योजना है।
सितंबर 2024 में जेवर एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू हो जाएगी। औद्योगिक ईकाईयों द्वारा अपनी यूनिट स्थापित करने का काम भी शुरू कर दिया गया है। अगले दो से तीन वर्षों में यमुना सिटी की रौनक और चहल पहल बढ़ जाएगी। यमुना प्राधिकरण के आवासीय सेक्टरों में में भी बसावट बढ़नी शुरू हो गई है। सेक्टर-18 व 20 में 16 हजार से अधिक आवंटियों को कम्प्लीशन सर्टिफिकेट जारी किया जा चुका है। ऐसे में अब इन सेक्टरों में पार्क डेवलप करने का काम तेजी से किया जा रहा है। पार्क के साथ ही तालाबों के निर्माण का भी काम तेज गति से हो रहा है। व्हिल फाउंडेशन और माता अमृतानंद संस्था द्वारा 27 तालाबों का जीर्णोद्धार किया गया है। यीडा द्वारा तीन वाटर बॉडीज डेलवप की जा रही है। प्राधिकरण क्षेत्र के प्रमुख इंट्री प्वाइंट गलगोटिया यूनिवर्सिटी के पास चौराहा और दनकौर के पास तिरंगा चौक विकसित किया जाएगा। जीरो प्वाइंट से जेवर तक 40 किमी लंबी सर्विस रोड को चमकाने के साथ हरियाली भी बढ़ाई जा रही है।

इस वर्ष पौधारोपण का बनेगा लक्ष्य
यमुना प्राधिकरण द्वारा इस वर्ष पौधारोपण का लक्ष्य बनाया जाएगा। यीडा इस वर्ष 1 लाख 50 हजार पौधे रोपित करेगा, जबकि शासन द्वारा 69 हजार का लक्ष्य दिया गया है। पिछले वर्ष 1 लाख 20 हजार पौधे रोपित किए गए थे। रिकार्ड बताते हैं कि साल दर साल प्राधिकरण में हरियाली बढ़ाने का काम तेजी से हो रहा है। कोविड के कारण वित्तीय वर्ष 21-22 में कम पौधे लगे थे। इस वर्ष 64 हजार 304 पौधे लगाये गये। वर्ष 2020-21 में 96 हजार 216 पौधे और 2019-20 में 77 हजार 185 पौधे लगाये गये थे।