यमुना सिटी बनेगा पॉड टैक्सी चलाने वाला पहला शहर फिल्म सिटी से एयरपोर्ट तक होगी डायरेक्ट कनेक्टिविटी जुड़ेंगे यमुना प्राधिकरण के औद्योगिक क्षेत्र

यमुना सिटी पॉड टैक्सी चलाने वाला देश का पहला शहर बनेगा। जिस रफ्तार से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट और यमुना सिटी के सेक्टरों को देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ने की योजना पर काम चल रहा है। ऐसे में भविष्य में यह शहर देशभर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के मामले में नंबर-1 शहर रहेगा।

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। यमुना सिटी पॉड टैक्सी चलाने वाला देश का पहला शहर बनेगा। जिस रफ्तार से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट और यमुना सिटी के सेक्टरों को देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ने की योजना पर काम चल रहा है। ऐसे में भविष्य में यह शहर देशभर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के मामले में नंबर-1 शहर रहेगा। यमुना सिटी के दूर दराज के सेक्टर भी एक्सप्रेस-वे, मेट्रो और पॉड टैक्सी के जरिये एक दूसरे से जुड़े रहेंगे और कहीं से भी इन जगहों पर पहुंचना आसान है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद फिल्म सिटी उत्तर प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी परियोजना है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा वहीं हॉलीवुड के स्तर का फिल्म सिटी की परियोजना पर काम चल रहा है। यमुना प्राधिकरण ने जेवर एयरपोर्ट और फिल्म सिटी के बीच पॉड टैक्सी चलाने की योजना बनाई है। फिल्म सिटी और जेवर एयरपोर्ट के बीच चलने वाली पॉड टैक्सी परियोजना की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो चुकी है और जल्द ही शासन से इस बारे में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। संभावित रूप से 26 दिसंबर को पॉड टैक्सी संचालन को लेकर डीपीआर पर शासन स्तर पर बैठक होगी। पॉड टैक्सी की डीपीआर इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कारपोरेशन लिमिटेड ने तैयार की है। शासन की मुहर के बाद रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल निकाला जाएगा। इसके जरिये विकासकर्ता कंपनी का चयन होगा। यह परियोजना पीपीपी मॉडल पर बनेगी। पॉड टैक्सी परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 642 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।

यमुना प्राधिकरण ने फिल्म सिटी और जेवर एयरपोर्ट के बीच चलने वाली पॉड टैक्सी चलाने की योजना बनाई है। इसकी डीपीआर केंद्र सरकार की कंपनी इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कारपोरेशन लिमिटेड से बनवाई गई है। यह डीपीआर यमुना प्राधिकरण के बोर्ड से पास हो चुकी है। फिल्म सिटी और एयरपोर्ट के अलावा यमुना प्राधिकरण के औद्योगिक क्षेत्र भी पॉड टैक्सी से जुड़ेंगे। इसमें 12 स्टेशन बनाए जाएंगे। इसमें सेक्टर 29, हैंडीक्राफ्ट पार्क, एमएसएमई पार्क, अपैरल पार्क, सेक्टर 32, सेक्टर 33, ट्वाय पार्क, सेक्टर 21 आदि स्टेशन होंगे। इस कॉरिडोर की लंबाई 14.6 किलोमीटर होगी। इसके निर्माण में 641.53 करोड़ रुपए खर्च होंगे। पॉड टैक्सी की डीपीआर को लेकर शासन में 26 दिसंबर को बैठक है। बैठक में डीपीआर पर फैसला लिया जाएगा। साथ ही विकासकर्ता कंपनी का चयन करने के लिए आरएफपी निकालने पर फैसला होगा। आरएफपी निकालकर कंपनी का चयन किया जाएगा। पॉड टैक्सी परियोजना का काम दो वर्षों के भीतर पूरा किया जाएगा। पॉड टैक्सी के 12 स्टेशन होंगे और औद्योगिक सेक्टर भी इन स्टेशनों से जुड़े होंगे।