छात्रा से मोबाइल लूटने वाले 25 हजार इनामी बदमाश को योगी की पुलिस ने 48 घंटे में पहुंचाया यमलोक

गाजियाबाद। मसूरी थाना क्षेत्र में बीटेक प्रथम वर्ष की छात्रा से मोबाइल लूटने वाले 25 हजार रुपए के इनामी बदमाश जितेंद्र उर्फ जीतू को पुलिस ने सोमवार की तड़के मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इस बीच लूट का वीडियो भी सामने आया है। इसमें देखा जा रहा है कि करीब पांच सेकंड तक बदमाश ऑटो के साथ बाइक चलाते हुए छात्रा कीर्ति सिंह से लूटपाट कर रहे हैं। एक सेकंड से भी कम समय में स्नेचिंग को अंजाम देकर भागने वाले बदमाशों से कीर्ति पांच सेकंड तक लोहा लेती रही।दुखद बात यह है कि छात्रा कीर्ति सिंह की 50 घंटे बाद अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार की रात करीब साढ़े 7 बजे मौत हो गई।लूट में नाकाम होता देख मुठभेड़ में मारे गए जितेंद्र ने छात्रा को ऑटो से खींच कर गिराया और मोबाइल लूट कर भाग गया था। नेशनल हाइवे-9 पर बेखौफ लुटेरों का शिकार बनी बीटेक छात्रा कीर्ति की करीब 50 घंटे तक चले उपचार के बाद आखिर मौत हो गई। ऑटो से गिराए जाने की वजह से गंभीर रूप से जख्मी छात्रा का एक प्राइवेट अस्पताल में उपचार चल रहा था।

डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद यादव ने बताया कि मसूरी थाना प्रभारी निरीक्षक नरेश शर्मा टीम के साथ सोमवार की तड़के चेकिंग कर रहे थे। मसूरी गंगनहर पटरी पर लूट में फरार चल रहे 25 हजार रुपए के इनामी बदमाश जितेंद्र उर्फ जीतू की सूचना मिली। पुलिस ने घेराबंदी की तो वह भागने लगा। पुलिस टीम पर फायरिंग करने लगा।पुलिस टीम ने अपना बचाव करते हुए फायरिंग की। जिसमें जितेंद्र को गोली लगने के बाद वह ढेर हो गया। उसे गंभीर हालत में सेक्टर-23 संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हालांकि इस घटना के बाद पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र की महिला शक्ति मिशन से लेकर पुलिस की मुस्तैदी की कलई खुल गई थी। लोगों का यहां तक कहना है कि ऐसे पुलिस महिला सुरक्षा करेगी। पुलिस कमिश्नर फोन तक भी उठाना उचित नहीं समझते है।

छात्रा के साथ हुई घटना के तीन दिन बाद मसूरी थाना प्रभारी रविंद्र चंद पंत को निलंबित किया गया,जबकि इंस्पेक्टर तनवीर आलम और पुनीत कुमार को लाइन हाजिर किया गया।दरअसल,हापुड़ के पन्नापुरी में रहने वाले लोको पायलट रविंद्र सिंह की बेटी कीर्ति एबीईएस इंजीनियरिंग कालेज में बीटेक कंप्यूटर साइंस प्रथम वर्ष की छात्रा थी। 27 अक्टूबर को शाम साढ़े चार बजे वह सहपाठी दीक्षा के साथ आटो से घर जा रही थी। रास्ते में हाईटेक कालेज के सामने करीब पौने पांच बजे अपाचे बाइक सवार दो बदमाशों ने कीर्ति के मोबाइल पर झपट्टा मारा। उसके विरोध पर बाइक पर पीछे बैठे जितेंद्र ने उसे खींचकर आटो से गिरा दिया था और मोबाइल लूट के बाद दोनों फरार हो गए थे। सीधे सड़क पर सिर लगने और घिसटने से कीर्ति के ब्रेन में फै्रक्चर हो गया था। इसे लेकर कीर्ति की शनिवार को ही सर्जरी की गई थी। तभी से वह कोमा में थी। उसे नेहरू नगर स्थित यशोदा अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया था। रविवार को उसका रक्तचाप ऊपर-नीचे होता रहा और आक्सीजन का स्तर भी घटा। चिकित्सकों का कहना है कि काफी प्रयास के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका।

वारदात के 50 घंटे बाद कीर्ति की मौत हो गई। मोबाइल लूटने वाले बदमाश जीतू को हालांकि पुलिस ने उसके अंजाम तक पहुंचा दिया। लुटेरे के शरीर में कई गोलियों के निशान है। डीसीपी ग्रामीण विवेक ने बताया कि रविवार आधी रात के बाद करीब दो बजे गंग नहर पटरी मार्ग पर चेकिंग कर रहे पुलिसकर्मियों ने बाइक सवार दो लोगों को रुकने का इशारा किया तो दोनों भागने लगे। पुलिस टीम द्वारा पीछा करने पर बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें एक दारोगा को गोली लग गई।जवाबी कार्रवाई में जितेंद्र उर्फ जीतू को गोली लगी,जबकि उसका दूसरा साथी फरार हो गया। जीतू को अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उसे तीन गोली लगी थीं। जीतू व उसके साथी की ओर से चलाई गई गोली दारोगा भानु प्रकाश को लगी है, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।जीतू के खिलाफ लूट और चोरी के 12 मुकदमे दर्ज हैं।थाना मसूरी से उस पर गैंगस्टर की कार्रवाई कर चुकी हैं। छात्रा से लूट के मामले में डीसीपी ने इसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।