अवैध शराब का धंधा करना 60 तस्करों का पड़ा भारी, पहुंचे जेल

  • आबकारी विभाग की टीम ने तीन माह में जब्त की 48 लाख 31 हजार की शराब
  • आबकारी अधिकारी की सख्ती का असर, शराब माफियाओं ने तस्करी से किया तौबा

गाजियाबाद। अवैध या जहरीली शराब सिर्फ बिहार की समस्या नहीं है लगभग सभी राज्यों में यहीं समस्या है। हर साल लाखों लीटर अवैध शराब जब्त भी होती है, मगर पूर्णतया: रोक लगा पाना बहुत ही मुश्किल है। चुनाव हो या फिर त्योहारी सीजन इन दिनों में नकली शराब बनाने के अलावा पूर्वोत्तर राज्यों, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब से तस्करी की ज्यादा संभावना रहती है। शराब माफिया भी अपने मुनाफे के चक्कर में दूसरे के जीवन के साथ खिलवाड़ करने से भी नहीं चूकते। मगर गाजियाबाद में शराब माफिया को दाल बिल्कुल भी नही गल रही है। नए साल पर अवैध शराब के कारोबार को रोक लगाने के लिए आबकारी विभाग की टीम बेहतर प्रदर्शन किया।

जनपद में अवैध शराब के कारोबार पर नकेल कसने के लिए आबकारी विभाग ने जनपद के सभी बोर्डर क्षेत्रों के अलावा छोटे-छोटे तस्करों के ठिकाने पर विशेष अभियान के तहत कार्रवाई की। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए बेहद गंभीर है। जिला आबकारी अधिकारी के निर्देशन में लगातार ढाबों पर चेकिंग के साथ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। आबकारी विभाग की इस कार्रवाई से घबरा कर कुछ तस्करों ने या तो जिला छोड़ दिया है या फिर तस्करी करने से तौबा कर लिया। जिसका परिणाम यह रहा कि नए साल के जश्न के लिए बाहरी राज्यों की शराब तस्करी करने वाले 28 लोगों को आबकारी विभाग की टीम ने सलाखों के पीछे भेजते हुए चार वाहनों को सीज की कार्रवाई की और करीब 15 लाख 97 हजार 200 रुपए की शराब को जब्त किया है।

आबकारी विभाग की कार्रवाई से इनकी मंशा साफ है कि अवैध शराब का कारोबार जिले में बिल्कुल भी पनपने नहीं दिया जाएगा। शराब के धंधे में लिप्त कोई भी व्यक्ति बच नहीं पाएगा। अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों की जगह सिर्फ जेल है, जिन्हें भेजने का काम आबकारी विभाग की टीम कर रही है। साथ ही अवैध शराब के कारोबार में लिप्त जेल से बाहर आए लोगों पर निगरानी बरतनी के लिए आबकारी विभाग का मुखबिर तंत्र भी सक्रिय है।

शराब तस्करों का सूपड़ा साफ करने के लिए आबकारी विभाग की टीम रोज नए-नए कदम उठाती नजर आती है। जिसका असर यह है कि जिस गाजियाबाद की पहचान पहले शराब तस्करी के गढ़ से थी, वहीं आज गाजियाबाद माफिया और अवैध शराब तस्करी के चंगुल से पूरी तरह तो नही, लेकिन काफी हद तक मुक्त हो चुका है। अवैध शराब से जुड़े माफिया एवं तस्करों के लिए गाजियाबाद हमेशा से ही पंसदीदा जगह रही है। यही कारण है कि आबकारी विभाग की टीम को हमेशा सतर्क रहना पड़ता है। लेकिन अब आबकारी विभाग की कार्रवाई से परेशान शराब माफिया अब जेल की हवा खाने को मजबूर है।

मुख्य मार्गों एवं संवेदनशील क्षेत्रों में छापेमारी की कार्रवाई

अवैध शराब के निर्माण एवं बिक्री पर रोक लगाने के लिए बुधवार को मुख्य मार्गों एवं संवेदनशील क्षेत्रों में छापेमारी की कार्रवाई की गई। जिले में अवैध तरीके से शराब का निर्माण होने के अलावा बाहरी राज्यों से शराब की तस्करी आम बात है। खासकर दिल्ली, हरियाणा एवं हिमाचल प्रदेश की शराब की गाजियाबाद के अलावा बाहरी राज्यों में खासी डिमांड रहती है। क्योंकि यूपी के मुकाबले अन्य राज्यों की शराब काफी सस्ती है। बाहरी राज्यों की सस्ती शराब को चोरी-छिपे बेचकर तस्कर मोटा मुनाफा कमाने की फिराक में रहते हैं। आबकारी विभाग ने लगातार शराब तस्करों की ताबड़-तोड़ गिरफ्तारी कर अपनी मंशा को साफ कर दिया है। जबकि उनके कब्जे से लाखों रुपए की अवैध शराब बरामद की गई है। जिसके लिए ईस्टन पेरिफेरल एक्सप्रेसवे डासना, दुहाई चेक पोस्ट, दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर सघन चेकिंग की गई।

अवैध शराब के कारोबार में लिप्त 60 पहुंचे जेल

आबकारी विभाग की टीम ने अक्टूबर से दिसंबर की बीच की गई कार्रवाई में लाखों रुपए की शराब जब्त करते हुए 60 शराब तस्करों को जेल भेजने का काम किया है। साथ ही 10 वाहनों को सीज की कार्रवाई भी की गई। 2022 अक्टूबर माह में शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर चेकिंग एवं दबिश 991 छापेमारी की कार्रवाई की गई। जिसमें 72 अभियोग पंजीकृत किए और 16 अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए 13 को जेल भेजते हुए 1 वाहन सीज किया गया। साथ ही तस्करों से 1805.91 बल्क लीटर शराब बरामद की गई।

वहीं अक्टूबर के रिकार्ड को तोड़ते हुए आबकारी विभाग ने नवंबर माह में 1 हजार स्थानों पर चेकिंग एवं दबिश की कार्रवाई की। जिसमें 69 अभियोग पंजीकृत करते हुए 22 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर 19 तस्करों को जेल भेजा गया। जिनके कब्जे से बरामद पांच वाहनों को सीज किया गया। तस्करों के पास से 6279 बल्क लीटर शराब बरामद किया गया।

दिसंबर माह में दबिश व चेकिंग की कार्रवाई करते 1124 स्थानों पर छापेमारी की गई। जिसमें 76 अभियोग पंजीकृत करते हुए 29 को गिरफ्तार कर 28 को जेल भेजा गया। जिनके पास से घटना में प्रयुक्त 4 वाहन एवं 3992.77 बल्क लीटर शराब बरामद किया गया। आबकारी विभाग की टीम ने अवैध शराब के तस्करों पर कार्रवाई करते हुए तीन माह में 3115 स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की। जहां 217 अभियोग पंजीकृत कर 67 तस्करों को गिरफ्तार कर 60 को जेल भेजा गया।

शराब तस्करी में प्रयुक्त 10 वाहनों को सीज करते हुए कुल 12,077.68 बल्क लीटर शराब को जब्त किया गया। बरामद शराब की कीमत करीब 48 लाख 31 हजार 200 रुपए है। रंगे-हाथों पकड़े गए लोगों को सस्ती शराब तो नसीब नहीं हो सकी, मगर गले में बड़ी मुसीबत जरूर आ पड़ी। 100-200 एवं 500 रुपए की बचत की लालसा में उन्हें महंगी गाड़ियां तक जब्त करानी पड़ी हैं।

राकेश कुमार सिंह
जिला आबकारी अधिकारी

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि अवैध शराब के निर्माण एवं परिवहन पर रोक लगाने के लिए आबकारी निरीक्षक अखिलेश वर्मा, आशीष पाण्डेय, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, त्रिभुवन सिंह हंयाकी, अनुज वर्मा, राकेश त्रिपाठी, अभय दीप सिंह की टीम अपने-अपने क्षेत्र में लगातार शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे है। ईस्टन पेरिफेरल एक्सप्रेसवे डासना, दुहाई चेक पोस्ट, ज्ञानी बॉर्डर, महाराजपुर बॉर्डर, यूपी गेट, लोनी बॉर्डर व वजीराबाद बॉर्डर के अलावा दिल्ली से गाजियाबाद में प्रवेश के विभिन्न मार्गों पर दबिश एवं छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। मुखबिर के जरिए सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाती है। उन्होंने बताया जनपद को शराब तस्करों के कब्जे से मुक्त रखने की मुहिम निरंतर चलाई जा रही है। इसमें कामयाबी भी मिल रही है।

सभी आबकारी निरीक्षक गंभीरता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। इसके अलावा आबकारी निरीक्षकों द्वारा जनपद में संचालित, मॉडल शॉप, देशी शराब, विदेशी मदिरा, बीयर की दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अनुज्ञापन (मदिरा एवं बीयर की दुकान) पर संचित स्टॉक का सत्यापन करने के भी निर्देश दिए गये है। जिसमें अभी तक किसी प्रकार की अनियमितता नहीं पाई गई। अनुज्ञापियों एवं विक्रेताओं को नियमानुसार अनुज्ञापन को संचालित करने के लिए निर्देशित किया गया। कच्ची शराब का निर्माण करने वाले एवं बाहरी शराब की तस्करी करने वालों से सख्ती से निपटा जा रहा है। अवैध शराब मिलने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा।